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Differential Equation Archive

Method of Undetermined Co-efficients

1.अनिर्धारित गुणांकों की विधि (Method of Undetermined Co-efficients),अवकल समीकरण में अनिर्धारित गुणांकों की विधि (Method of Undetermined Co-efficients in Differential Equation): अनिर्धारित गुणांकों की विधि (Method of Undetermined Co-efficients) एक असमघाती रैखिक अवकल समीकरण का विशिष्ट हल ज्ञात करने की विधि है जिसका उपयुक्त रूप में चयन किया गया हो जो इसके दांए पक्ष के

Variation of Parameters Method in DE

1.अवकल समीकरण में प्राचल विचरण विधि (Variation of Parameters Method in DE),द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण (Linear Differential Equations of Second Order): अवकल समीकरण में प्राचल विचरण विधि (Variation of Parameters Method in DE) उस रैखिक अवकल समीकरण का पूर्ण हल ज्ञात करने के प्रयोग में ली जाती है जिसका सम्पूर्ण पूरक फलन ज्ञात

Method of Variation of Parameter in DE

1.अवकल समीकरण में प्राचल विचरण विधि (Method of Variation of Parameter in DE),द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण (Linear Differential Equations of Second Order): अवकल समीकरण में प्राचल विचरण विधि (Method of Variation of Parameter in DE) विशिष्ट समाकल ज्ञात करने के लिए यह विधि सशक्त है।यह विधि उस रैखिक अवकल समीकरण का पूर्ण हल

Solution by Operational Factors of DE

1.अवकल समीकरण का संक्रियात्मक गुणनखण्डों द्वारा हल (Solution by Operational Factors of DE),द्वितीय कोटि के अवकल समीकरण का संक्रियात्मक गुणनखण्डों द्वारा हल (Solution by Means of Operational Factors of Differential Equation): अवकल समीकरण का संक्रियात्मक गुणनखण्डों द्वारा हल (Solution by Operational Factors of DE) ज्ञात करेंगे।इसमें ध्यान देने योग्य यह है कि अधिकतर में ये

To Find Asymptotes of Algebraic Curves

1.बीजीय वक्र की अनन्तस्पर्शियाँ ज्ञात करना (To Find Asymptotes of Algebraic Curves),बीजीय अनन्तस्पर्शियाँ कैसे ज्ञात करें? (How to Find Asymptotes Algebraically?): बीजीय वक्र की अनन्तस्पर्शियाँ ज्ञात करने (To Find Asymptotes of Algebraic Curves) की कई विधियाँ हैं।यदि एक सरल रेखा जो मूलबिन्दु से परिमित (Finite) दूरी पर स्थित हो तथा जिसकी ओर वक्र की एक

Change of Independent Variable in DE

1.अवकल समीकरण में स्वतन्त्र चर का परिवर्तन (Change of Independent Variable in DE),द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण के स्वतन्त्र चर का परिवर्तन (Change of Independent Variable of Linear Differential Equations of Second Order): अवकल समीकरण में स्वतन्त्र चर का परिवर्तन (Change of Independent Variable in DE) के इस आर्टिकल में द्धितीय कोटि के रैखिक

Reduction to Normal Form 2nd Order DE

1.द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण का सामान्य रूप में समानयन (Reduction to Normal Form 2nd Order DE),द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण के प्रथम अवकलज को हटाना या परतन्त्र चर का परिवर्तन (Removal of First Derivative or Change of Dependent Variable of Linear Differential Equations of Second Order): द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण

Removal of First Derivative in DE

1.अवकल समीकरण में प्रथम अवकलज को हटाना (Removal of First Derivative in DE),अवकल समीकरण में परतन्त्र चर का परिवर्तन अर्थात् सामान्य रूप में समानयन (Change of Dependent Variable ie Reduction to Normal Form in Differential Calculus): अवकल समीकरण में प्रथम अवकलज को हटाना (Removal of First Derivative in DE):निम्नलिखित समीकरण का पूर्ण हल तभी ज्ञात

Integral Belonging to CF by Inspection

1.निरीक्षण द्वारा पूरक-फलन में विद्यमान समाकल ज्ञात करना (Integral Belonging to CF by Inspection),द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण (Linear Differential Equations of Second Order): निरीक्षण द्वारा पूरक-फलन में विद्यमान समाकल ज्ञात करके (Integral Belonging to CF by Inspection) अवकल समीकरण का पूर्ण हल ज्ञात किया जाता है।इसे निम्नलिखित उदाहरणों द्वारा समझा जा सकता है।आपको

Differential Equations of Second Order

1.द्वितीय कोटि के अवकल समीकरण (Differential Equations of Second Order),द्वितीय कोटि के रैखिक अवकल समीकरण (Linear Differential Equations of Second Order): द्वितीय कोटि के अवकल समीकरण (Differential Equations of Second Order) का पूर्ण हल ज्ञात करेंगे जबकि पूरक-फलन में विद्यमान एक समाकल ज्ञात हो।यदि पूर्व में दी गई विधियों से हल ज्ञात नहीं किया जा