Statistics Archive

Coefficient of Variation in Statistics
June 20, 2022 No Comments
1.सांख्यिकी में विचरण-गुणांक (Coefficient of Variation in Statistics),हिन्दी में विचरण गुणांक (Coefficient of Variation in hindi): सांख्यिकी में विचरण-गुणांक (Coefficient of Variation in Statistics) एक सापेक्ष माप (relative measures) है।इसका प्रतिपादन कार्ल पियर्सन (Karl Pearson) ने 1895 में किया था।अतः इसे कार्ल पियर्सन का विचरण गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Variation) भी कहते हैं।कार्ल पियर्सन

Combined Standard Deviation
June 4, 2022 No Comments
1.सामूहिक प्रमाप विचलन (Combined Standard Deviation),सांख्यिकी में सामूहिक प्रमाप विचलन (Combined Standard Deviation in Statistics): सामूहिक प्रमाप विचलन (Combined Standard Deviation) उसी प्रकार विभिन्न प्रमाप विचलनों के आधार पर समस्त श्रेणियों का ज्ञात किया जाता है जिस प्रकार एक से अधिक श्रेणियों के समान्तर माध्य के आधार पर सामूहिक समान्तर माध्य निकाला जाता है।परिगणन प्रक्रिया:सामूहिक

Standard Deviation by Short-cut Method
May 19, 2022 No Comments
1.लघुरीति द्वारा प्रमाप विचलन (Standard Deviation by Short-cut Method),पद विचलित रीति से प्रमाप विचलन (Standard Deviation by Step Deviation Method): लघुरीति द्वारा प्रमाप विचलन (Standard Deviation by Short-cut Method) तब ज्ञात करना सही रहता है जब माध्य पूर्णांक में न होकर दशमलव में हो।अन्यथा माध्य पूर्णांक में होने पर प्रत्यक्ष रीति से ज्ञात करना सरल

Standard Deviation by Direct Method
May 3, 2022 No Comments
1.प्रत्यक्ष रीति से प्रमाप विचलन (Standard Deviation by Direct Method),सांख्यिकी में प्रमाप विचलन (Standard Deviation in Statistics): प्रत्यक्ष रीति से प्रमाप विचलन (Standard Deviation by Direct Method):प्रमाप विचलन के विचार का प्रतिपादन कार्ल पियर्सन (Karl Pearson) ने 1893 में किया था।यह अपकिरण को मापने की सबसे लोकप्रिय और वैज्ञानिक रीति है।प्रमाप विचलन की गणना केवल

Coefficient of Mean Deviation
April 17, 2022 No Comments
1.माध्य विचलन गुणांक (Coefficient of Mean Deviation),सांख्यिकी में माध्य विचलन (Mean Deviation in Statistics): माध्य विचलन गुणांक (Coefficient of Mean Deviation) समान्तर माध्य,मध्यका और बहुलक को आधार मानकर ज्ञात किया जाता है।परन्तु व्यवहार में मध्यका को ही आधार मानकर माध्य विचलन तथा उसके गुणक की गणना की जाती है क्योंकि यह स्थिर, निश्चित एवं प्रतिनिधि

Mean Deviation in Statistics
April 1, 2022 No Comments
1.सांख्यिकी में माध्य विचलन (Mean Deviation in Statistics),माध्य विचलन गुणांक (Coefficient of Mean Deviation): सांख्यिकी में माध्य विचलन (Mean Deviation in Statistics) किसी समंकश्रेणी के किसी सांख्यिकीय माध्य (समान्तर माध्य,मध्यका या बहुलक) से निकाले गए विभिन्न मूल्यों का समान्तर माध्य होता है।मूल्यों के विचलन निकालते समय बीजगणितीय चिन्ह + तथा – को छोड़ दिया जाता

Percentile Range in Statistics
March 16, 2022 No Comments
1.सांख्यिकी में शतमक विस्तार (Percentile Range in Statistics),सांख्यिकी सूत्र में शतमक विस्तार (Percentile Range in Statistics Formula): सांख्यिकी में शतमक विस्तार (Percentile Range in Statistics) का प्रयोग अपकिरण ज्ञात करने के लिए किया जाता है।90 तथा 10 क्रम संख्या के शतमकों (90th percentile and 10th percentile) का अन्तर,शतमक विस्तार (’10-90′ percentile Range) कहलता है।इसे निम्न

Quartile Deviation
February 28, 2022 No Comments
1.चतुर्थक विचलन (Quartile Deviation),चतुर्थक विचलन का गुणांक (Coefficient of Quartile Deviation): तृतीय चतुर्थक तथा प्रथम चतुर्थक के अन्तर के आधे को चतुर्थक विचलन (Quartile Deviation) या अर्द्ध अन्तर-चतुर्थक विस्तार (Semi Inter-Quartile Range) कहते हैं।चतुर्थक विचलन ज्ञात करने के लिए निम्न सूत्र का प्रयोग किया जाता है: Q.D.=Q.D. संकेत चतुर्थक-विचलन (Quartile Deviation) के लिए प्रयोग हुआ

Coefficient of Range in Statistics
February 12, 2022 No Comments
1.सांख्यिकी में विस्तार गुणांक (Coefficient of Range in Statistics),विस्तार गुणांक (Coefficient of Range): विस्तार गुणांक (Coefficient of Range in Statistics ) तथा विस्तार (Range) अपकिरण ज्ञात करने की सरलतम रीति है।किसी समंकमाला के सबसे बड़े और सबसे छोटे मूल्य के अन्तर को उसका विस्तार या परास (Range) कहते हैं।इसकी गणना निम्न प्रकार की जाती है:(1.)पहले

Harmonic Mean
January 27, 2022 No Comments
1.हरात्मक माध्य (Harmonic Mean),गुणोत्तर माध्य (Geometric Mean): हरात्मक माध्य (Harmonic Mean):-किसी समंकश्रेणी में मूल्यों की संख्या को उनके व्युत्क्रमों (Reciprocals) के योग से भाग देने पर जो मूल्य प्राप्त होता है वही उस श्रेणी का हरात्मक माध्य (Harmonic Mean) कहलाता है।दूसरे शब्दों में मूल्यों के व्युत्क्रमों के समान्तर माध्य के व्युत्क्रम को उनका हरात्मक माध्य