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Satyam Archive

Fundamental Law of Logarithms

1.लघुगणक के मूल नियम (Fundamental Law of Logarithms),लघुगणक के मौलिक नियम की व्याख्या करें (Explain Fundamental Laws of Logarithms): लघुगणक के मूल नियम (Fundamental Law of Logarithms) निम्नलिखित हैं:नियम (Rule):1.दो संख्याओं के गुणनफल उनके अलग-अलग लघुगणक के बराबर होता है अर्थात् उपपत्ति (Proof):मान लीजिए तथा अब या (3) में लघुगणक की परिभाषा का उपयोग करने

Typical Formula Based Problems in Math

1.गणित में विशिष्ट सूत्र आधारित समस्याएँ (Typical Formula Based Problems in Math),गणित में विशिष्ट फाॅर्मूला आधारित समस्याएं (Specific Formula Based Problems in Mathematics): गणित में विशिष्ट सूत्र आधारित समस्याएँ (Typical Formula Based Problems in Math) किसी निश्चित सूत्र की सहायता से हल होती हैं।गणित में सूत्र एक समीकरण होता है जिसकी सहायता से हम गणितीय

Mode of Grouped Data

1.वर्गीकृत आँकड़ों का बहुलक (Mode of Grouped Data),समूहित डेटा के भूयिष्ठक का सूत्र (Formula for Mode of Grouped Data): वर्गीकृत आँकड़ों का बहुलक (Mode of Grouped Data) दिए हुए प्रेक्षणों में वह मान है जो सबसे अधिक बार आता है अर्थात् उस प्रेक्षण का मान जिसकी बारम्बारता अधिकतम है।एक वर्गीकृत बारम्बारता बंटन में बारम्बारताओं को

Mathematician Varahamihira

1.गणितज्ञ वराहमिहिर (Mathematician Varahamihira),वराहमिहिर (Varahamihir): गणितज्ञ वराहमिहिर (Mathematician Varahamihira) का जन्म 505 ईस्वी में अवंती क्षेत्र (Avanti Region) के कायथा (Kayatha) में हुआ था जोकि वर्तमान में मालवा (Malwa) (मध्य प्रदेश,भारत) में स्थित है।उनके पिता का नाम आदित्यदास था।उनकी शिक्षा कपित्थक (Ka pithika) में हुई थी।उनकी मृत्यु उज्जैन में 587 ईस्वी में हुई थी।वराहमिहिर और

Rational Numbers

1.परिमेय संख्याएँ (Rational Numbers),परिमेय संख्याएँ परिभाषा (Rational Numbers Definition): ऐसी संख्या परिमेय संख्या (Rational Numbers) कहलाती है जिसे के रूप में लिखा जा सकता हो जहां p और q पूर्णांक हैं तथा है। उदाहरणार्थ परिमेय संख्याएं हैं।0,2,-3 भी परिमेय संख्याएँ (Rational Numbers) हैं क्योंकि इनको के रूप में अर्थात् के रूप में लिखा जा सकता

Multiple Choice Questions in Maths

1.गणित में बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions in Maths),मैथेमेटिक्स में बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions in Mathematics): गणित में बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions in Maths) वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है।इन प्रश्नों के सबसे अधिक प्रयोग करने के कुछ कारण हैं: (1.)ये प्रश्न सरलता से तैयार किए जा सकते हैं। (2.)इस

Combined Arithmetic Mean

1.सामूहिक समान्तर माध्य (Combined Arithmetic Mean),सामूहिक समान्तर माध्य सूत्र (Combined Arithmetic Mean Formula): सामूहिक समान्तर माध्य (Combined Arithmetic Mean):-यदि किसी समूह के दो या अधिक भागों के अलग-अलग समांतर माध्य और उन भागों में पदों की संख्या ज्ञात हो तो उनकी सहायता से पूरे समूह का सामूहिक समान्तर माध्य (Combined Arithmetic Mean) ज्ञात किया जा

Development of Number System

1.संख्या पद्धति का विकास (Development of Number System): संख्या पद्धति का विकास (Development of Number System) होने में एक लंबा समय लगा है।500 ईसवी तक भारत अंकगणित,बीजगणित तथा त्रिकोणमिति के विकास का मुख्य केंद्र बन चुका था।संख्या पद्धति का विकास हो चुका था तथा पूर्णांक एवं विषम संख्याओं पर की जाने वाली संक्रियाओं के नियम

Normal Subgroup

1.विशिष्ट उपग्रुप (Normal Subgroup),विशिष्ट उपसमूह परिभाषा (Normal Subgroup Definition): विशिष्ट (या प्रसामान्य) उपग्रुप (Normal Subgroup) परिभाषा:किसी ग्रुप G का कोई उपग्रुप N,G का विशिष्ट उपग्रुप कहलाता है यदि अथवाकिसी ग्रुप G का कोई उपग्रुप N,G का विशिष्ट उपग्रुप कहलाता है यदि प्रत्येक तथा के लिए संकेत:यदि N,G का विशिष्ट उपग्रुप है तो इसे से व्यक्त

Mathematical Puzzles

1.गणितीय कूट प्रश्न (Mathematical Puzzles),कूट प्रश्न (Puzzles): गणितीय कूट प्रश्न (Mathematical Puzzles) भी मनोरंजक गणित में सम्मिलित किए जा सकते हैं।मनोरंजक गणित की पहचान आधारित गणित (Basic Mathematics) तथा प्रयुक्त गणित (Applied Mathematics) में अंतर करना कठिन है।फिर भी कूट प्रश्नों को प्रयुक्त गणित की श्रेणी में रखा जा सकता है क्योंकि यह बौद्धिक खेलों