Menu

Mathematician Professor Radha kessar

1.गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar)-

  • गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) के बारे में इस आर्टिकल में बताया गया है।गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) परिमित समूहों के प्रतिनिधित्व सिद्धान्त के लिए जानी जाती है। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त की।
    ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से उसने ब्लाॅक और स्रोत बीजगणित समूहों में दोहरे कवर के लिए,विषय पर अपनी पीएचडी थीसिस पूरी की।
  • सामान्यतः महिलाओं की गणित में भागीदारी कम है। महिलाओं की भागीदारी कम होने का प्रमुख कारण है कि उनके साथ भेदभाव किया जाता है। उन्हें अहसास कराया जाता है कि गणित पढ़ना आपके वश की बात नहीं है। परन्तु हाल के वर्षों में ज्यों-ज्यों शिक्षा का प्रसार होता जा रहा है तो लोगों की सोच में परिवर्तन होता जा रहा है।
    बहुत सी महिलाओं ने समाज तथा पुरुषों की इस गलत धारणा को परिवर्तित करने के लिए बहुत संघर्ष किया है। संसार में जिन महिलाओं ने गणित में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अपना बहुत योगदान दिया है। उन्हीं महिलाओं की त्याग, तपस्या के कारण अब धीरे-धीरे महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है।
  • गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) ने भी गणित में उच्च स्थान व पद प्राप्त करके तथा अपने गणित के शोध और कार्यों से पुरस्कार प्राप्त किया है। अपनी प्रतिभा के द्वारा उसने सिद्ध किया है कि यदि महिलाओं को पुरुषों के समान अवसर दिया जाए तो गणित में वे भी बहुत योगदान कर सकती है।
    गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) ने 2009 में बर्कविक पुरस्कार प्राप्त करके अपनी प्रतिभा को सिद्ध किया।
  • गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) ने गणित में ओर बहुत सी रिसर्च की है उसका विवरण नीचे आर्टिकल में बताया गया है।
  • उनकी शिक्षा, पहचान और उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों का वर्णन नीचे आर्टिकल में किया गया है।
    गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) के जीवन और उनकी कार्यप्रणाली से बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है।
  • हम अपने परिवेश और वातावरण में रहते हैं तो हमारे अपने लोगों का कई प्रकार से सहयोग प्राप्त होता है।क्योंकि अपने लोगों से भावात्मक संबंध होता है। इसलिए अपने लोग पुस्तकों,आर्थिक तथा बौद्धिक सम्बल इत्यादि के रूप में सहायता करते हैं। जब भी हम किसी समस्या को हल नहीं कर पाते हैं, वहीं हमारे अपने लोगों का सहयोग मिल जाता है।
  • परन्तु विदेशों में वहां अपना कोई भी नहीं होता है,किसी के साथ हमारा भावात्मक संबंध नहीं होता है।ऐसी विपरीत परिस्थितियों में गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) ने पहले पीएचडी की और फिर प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुई। वहीं अपने गणित के कार्य को आगे बढ़ाया।
  • इस प्रकार कोई भी व्यक्ति विदेश जाकर पढ़ाई करता है तो उसे कई प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।मसलन परिवेश, वातावरण, रहन-सहन, आचार-विचार और खान-पान बिलकुल अपने देश से अलग तरीके का होता है। वहां पर रहकर अपने आपको एडजस्ट करना चुनौती से कम नहीं है।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें ।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके ।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए ।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Also Read This Article:-10 Years boy solved 196 math problem

2.गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar)-

  • राधा केसर एक भारतीय गणितज्ञ हैं जो परिमित समूहों के प्रतिनिधित्व सिद्धांत में अपने शोध के लिए जानी जाती हैं। वह सिटी, लंदन विश्वविद्यालय में गणित की प्रोफेसर हैं, और 2009 में लंदन मैथमेटिकल सोसाइटी के बर्कविक पुरस्कार जीते।
    शिक्षा: पंजाब विश्वविद्यालय, ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी
    लिखा है: ब्लॉक और स्रोत बीजगणित सममिति के डबल कवर के लिए
    पेशा: प्रोफेसर
    सलाहकार: रोनाल्ड सोलोमन

3.गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर का जीवन वृत्त (Biography of Mathematician Professor Radha kessar)-

  • केसर ने 1991 में पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक किया। उसने 1995 में ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी की।उनके शोध प्रबंध, ब्लॉक और स्रोत बीजगणित सममित समूहों के दोहरे कवर के लिए (dissertation, Blocks And Source Algebras For The Double Covers Of The Symmetric Groups), रोनाल्ड सोलोमन द्वारा पर्यवेक्षण किए गए थे।
    येल विश्वविद्यालय और मिनेसोटा विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर पदों पर जाने के बाद, और यूनिवर्सिटी कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में एक वीर जूनियर रिसर्च फेलो के रूप में काम करते हुए, वह 2002 में ओहियो राज्य में सहायक प्रोफेसर के रूप में लौट आई। 2005 में वह एबरडीन विश्वविद्यालय चली गई।और 2012 में सिटी के लिए फिर से।

4.गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर द्वारा लिखी गई पुस्तकें (Books witten by Mathematician Professor Radha kessar,Radha Kessar Department of Mathematics City, University of London)-

  • माइकल एशबैकर और बॉब ओलिवर के साथ, वह बीजगणित और टोपोलॉजी (कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, 2011) में फ़्यूज़न सिस्टम पुस्तक के लेखक हैं।

5. गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर की पहचान (Recognition of Mathematician Professor Radha kessar)-

  • उनके 2009 के बर्कविक पुरस्कार उनके भविष्य के सिटी सहयोगी जोसेफ चुआंग के साथ संयुक्त थे, उनके पेपर “सिमिट्रिक ग्रुप्स, पुष्पांजलि उत्पाद, मोरिटा इक्विवेलेंस और ब्रोए के एबेलियन दोष अनुमान” में रिपोर्ट किए गए शोध के लिए।” में रिपोर्ट किए गए शोध के लिए।

6.References-

  • ए बी सी डी “प्रोफेसर राधा केसर”, शैक्षणिक विशेषज्ञ, शहर, लंदन विश्वविद्यालय, 13 मई 2018 को पुनः प्राप्त
     ए बी एबरडेन अकादमिक सम्मानित प्रतिष्ठित गणित पुरस्कार, एबरडीन विश्वविद्यालय, 20 जुलाई 2009, 13 मई 2018 को पुनः प्राप्त
  • गणित वंशावली परियोजना में राधा केसर
    बीजगणित और टोपोलॉजी में फ्यूजन सिस्टम की समीक्षा:
    ईटन, चार्ल्स डब्ल्यू ,(2012)
  • लिनकेलमैन, मार्कस (2013), बुलेटिन ऑफ द अमेरिकन मैथमैटिकल सोसाइटी, न्यू सीरीज़
    इस प्रकार उपर्युक्त आर्टिकल में गणितज्ञ‌ प्रोफेसर राधा केसर (Mathematician Professor Radha kessar) का सम्पूर्ण विवरण दर्शाया गया है।
  • Biography of Mathematician Professor Radha kessar,Books witten by Mathematician Professor Radha kessar,
  • Radha Kessar Department of Mathematics City, University of London,Recognition of Mathematician Professor Radha kessar

Also Read This Article:-Indian mathematician found mysterious number

No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Twitter click here
4. Instagram click here
5. Linkedin click here
6. Facebook Page click here

No Responses

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *