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How will math be marked in CBSE 2020?

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1 1.सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग कैसी होगी?(How will math be marked in CBSE 2020?):
1.2 (2.)सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग ,बेसिक और स्टैंडर्ड मैथ्स (Marking Math in CBSE 2020, Basic and Standard Math):

1.सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग कैसी होगी?(How will math be marked in CBSE 2020?):

  • सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग (How will math be marked in CBSE 2020?) को लेकर सीबीएसई बोर्ड के छात्र छात्राओं में उत्सुकता है।बहुत से छात्र-छात्राओं का विचार है कि सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग बेसिक मैथ तथा स्टैंडर्ड मैथ में एक जैसी ही होगी केवल दोनों पेपर्स के डिफीकल्टी लेवल में ही अंतर है।परंतु बात ऐसी नहीं है बेसिक मैथ तथा स्टैंडर्ड मैथ के डिफीकल्टी लेवल में अंतर होने के साथ-साथ दोनों गणित के पेपर्स की मार्किंग में भी अंतर है।सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग के लिए बेसिक मैथ तथा स्टैंडर्ड मैथ में अंकों का आवंटन इस प्रकार से किया गया है कि बेसिक मैथ का पेपर लेने वाले छात्र आसानी से उत्तीर्ण हो सके क्योंकि उन्हें आगे ऐच्छिक विषय के रूप में गणित नहीं लेनी है जबकि स्टैंडर्ड मैथ में अंकों का आंवटन इस प्रकार से किया गया है ताकि उनकी गणित की क्षमता का मूल्यांकन किया जा सके,ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि उन्हें आगे ऐच्छिक विषय के रूप में गणित विषय लेना है।

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  • इस आर्टिकल में चैप्टर वाईज सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग के लिए बेसिक मैथ व स्टैण्डर्ड मैथ में क्या पैटर्न रखा गया है, इसको स्पष्ट किया गया है।सीबीएसई बोर्ड, 2020 की परीक्षा देते समय सबसे अधिक उत्सुकता गणित की मार्किंग को लेकर ही बनी हुई है।जिन छात्र-छात्राओं को सीबीएसई 2020 गणित की मार्किंग की जानकारी है तो यह आर्टिकल ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए नहीं है।यह आर्टिकल उन छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखकर लिखा गया है जिनको सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग की जानकारी नहीं है तथा परीक्षा देते समय गणित की मार्किंग को जानने की उत्सुकता बनी हुई है।
  • सीबीएसई 2020 गणित की मार्किंग को लेकर सबसे अधिक उत्सुकता बनने के कुछ कारण हैं।पहला कारण तो यह है कि सीबीएसई 2020 में गणित के दो पेपर किए गए थे पहला बेसिक मैथ तथा दूसरा स्टैंडर्ड मैथ तथा दोनों पेपर्स के डिफिकल्टी लेवल में अंतर है।दूसरा कारण यह है कि पहली बार गणित में 20 नंबर का प्रैक्टिकल लेने की व्यवस्था की गई है।तीसरा कारण है कि दसवीं बोर्ड के बाद सीबीएसई में छात्र-छात्राएं अपने ऐच्छिक विषय का चुनाव करते हैं।गणित के दोनों पेपर के परिणाम के आधार पर बहुत से छात्र-छात्राएं ऐच्छिक विषय को चुनाव करने का निर्णय लेते हैं।
  • यदि यह कहा जाए कि छात्र-छात्राओं के लिए सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग अहम पड़ाव साबित होगी तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग अहम पड़ाव इसलिए है कि दसवीं के बाद ही छात्र-छात्राएं अपने प्रोफेशनल सब्जेक्ट का चयन करेंगे।आधुनिक युग में शिक्षा को प्रोफेशन से जोड़ दिया गया है।माता-पिता ,अभिभावक तथा छात्र-छात्राओं के संबंधियों की सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर ही रहती है उनका बच्चा आगे जाकर क्या बनेगा अर्थात् कौनसा व्यवसाय चुनेगा।प्रोफेशन का निर्धारण दसवीं के रिजल्ट के बाद ही तय होगा इसलिए सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग का महत्त्व है।
  • इस आर्टिकल में बताए गए अनुसार छात्रा-छात्राएं यह जान सकेंगे कि सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग में किस-किस चैक्टर को कितना वेटेज दिया गया है तथा दोनों गणित के पेपर्स अर्थात बेसिक मैथ तथा स्टैंडर्ड मैथ में चैप्टर वाइज कितना-कितना वेटेज दिया गया है।सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग के विवरण के आधार पर वे अपने विषय अर्थात् बेसिक मैथ व स्टैंडर्ड मैथ के पेपर की तैयारी को अंतिम अंजाम दे सकेंगे।
  • सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग को जानकर यह तय कर पाएंगे कि किस चैप्टर को अधिक वेटेज देना है तथा किस चैप्टर को कम वेटेज देना है।वैसे हर चैप्टर कम अंक का हो या अधिक अंक का हो उसका महत्त्व तो होता ही है। परंतु जिस चैप्टर का वेटेज अधिक होता है उसकी तैयारी में अधिक समय इसलिए देना होता है जिससे गणित में अच्छा स्कोर प्राप्त कर सके।
  • सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग (How will math be marked in CBSE 2020?) के बारे में पूर्ण विवरण नीचे वर्णित है जिसे जानकर आप तय कर सकते हैं कि दोनों के वेटेज में कितना अंतर है ,साथ ही किस चैप्टर को कितना वेटेज दिया गया है।
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(1.)CBSE Board Exam 2020: जानें, कैसी होगी मैथ्स की मार्किंग (CBSE Board Exam 2020: Learn how will math be marked in CBSE 2020)-

  • सीबीएसई की 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। 12 मार्च को 10वीं क्लास का मैथ्स का एग्जाम है। आज आपको बता रहे हैं कि सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग स्कीम क्या होगी।
  • CBSE Board Exam 2020:सीबीएसई बोर्ड एग्जाम स्किल आधारित विषयों से शुरू होगा और फिर मुख्य विषयों की परीक्षा होगी। सभी विषयों में गणित एक ऐसा विषय है जो ज्यादातर छात्रों को परेशान करता है। इस साल खास बात यह है कि पहली बार 10वीं के छात्रों के लिए गणित के एक नहीं दो पेपर होंगे। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि ये दो पेपर कैसे होंगी और उनकी सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग स्कीम क्या होगी।

(2.)सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग ,बेसिक और स्टैंडर्ड मैथ्स (Marking Math in CBSE 2020, Basic and Standard Math):

  • गणित को एक मुश्किल विषय माना जाता है। ऐसे में कुछ छात्र जैसे-तैसे 10वीं तक मैथ्स तो रखते हैं लेकिन बाद की क्लास में वह मैथ्स नहीं रखना चाहते हैं। इस चीज को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई की ओर से 2019 में घोषणा की गई थी कि 10वीं में मैथमेटिक्स के दो लेवल के पेपर होंगे। एक बेसिक लेवल का और दूसरा स्टैंडर्ड लेवल का पेपर होगा। जो छात्र 10वीं के बाद मैथ्स रखना चाहते हैं उनके लिए स्टैंडर्ड लेवल वाला पेपर होगा और जो छात्र मैथ्स नहीं रखना चाहते वे बेसिक लेवल वाला पेपर दे सकेंगे।

(3.)सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग के लिए दोनों पेपर में क्या है फर्क?(What is the difference between the two papers for math marking in CBSE 2020?)-

  • आमतौर पर यह माना जाता है कि स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स के मुकाबले बेसिक मैथमेटिक्स आसान होगी। लेकिन दोनों में सिर्फ इतना ही फर्क नहीं है। दोनों में वेटेज को लेकर भी फर्क है। बेसिक मैथमेटिक्स में 32 नंबर उन सवालों के लिए अलॉट किए हैं जिजनके लिए फैक्ट्स, टर्म्स, कॉन्सेप्ट और आंसर याद रखना पड़ता है। स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स में ऐसे ही सवालों के लिए 20 मार्क्स अलॉट किए गए हैं। बेसिक मैथ्स में उन सवालों के लिए 28 नंबर अलॉट है जिसके जरिये किसी स्टूडेंट्स की कॉन्सेप्ट पर पकड़ को आंका जाता है और स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स में उसके लिए 23 मार्क्स अलॉट हैं। फॉर्म्युले के आधार पर हल होने वाले सवाल के लिए बेसिक मैथमेटिक्स के पेपर में 12 मार्क्स जबकि स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स के पेपर में 19 मार्क्स होंगे। कुछ ऐसे सवाल जिनमें सूचना का विश्लेषण और मूल्यांकन करके जवाब देना होगा बेसिक मैथ्स के पेपर में उनके लिए 8 मार्क्स जबकि स्टैंडर्ड मैथ्स के पेपर में 18 मार्क्स होंगे।
  • सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग कैसी होगी?(How will math be marked in CBSE 2020?) के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

2.सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग कैसी होगी?(How will math be marked in CBSE 2020?)के सम्बन्ध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.सीबीएसई प्रतिशत की गणना 2020 कैसे की जाती है? (How is Cbse percentage calculated 2020?):

उत्तर:सीबीएसई प्रतिशत गणना फॉर्मूला: सीजीपीए (CGPA) × 9.5
उदाहरण के लिए: यदि किसी उम्मीदवार ने 8.0 सीजीपीए प्राप्त किया है तो उसके प्रतिशत की गणना 8.0 X 9.5 = 76% के रूप में की जाती है।

प्रश्न:2.सीबीएसई अंकों की गणना कैसे करेगा? (How will CBSE calculate marks?),How will math be marked in CBSE 2020?:

उत्तर:इसमें कहा गया है कि कुल अंक 12वीं की परीक्षा में स्कूल के पिछले प्रदर्शन पर आधारित होंगे।लगभग 40% अंक 12वीं प्री-बोर्ड पर आधारित होंगे और 60% वेटेज कक्षा 11 और कक्षा 10 की अंतिम परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन को दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए सीबीएसई अंकों का क्राइटेरिया आर्टिकल पढ़ें।

प्रश्न:3.सीबीएसई में बेस्ट ऑफ 5 रूल क्या है? (What is best of 5 rule in CBSE?):

उत्तर:सीबीएसई बोर्ड का बेस्ट ऑफ फाइव रूल है जिसमें आपका मेन परसेंटेज एक भाषा के सब्जेक्ट से तय होता है।अंग्रेजी और अन्य 4 विषय जिनमें आपको उच्च अंक प्राप्त होते हैं।और शेष विषय अतिरिक्त हो जाते हैं जिनके अंक आपके मुख्य प्रतिशत में नहीं जोड़े जाएंगे।

प्रश्न:4.सीबीएसई कक्षा 10 प्रतिशत 2021 की गणना कैसे की जाती है? (How is CBSE Class 10 percentage calculated 2021?):

उत्तर:कक्षा 10 से: सीबीएसई योजना ने आगे विस्तार से बताया कि कक्षा 10 के लिए,मुख्य पांच विषयों में से सर्वश्रेष्ठ तीन प्रदर्शन करने वाले विषयों के औसत सिद्धांत घटक के आधार पर 30 प्रतिशत अंक लिए जाएंगे।

प्रश्न:5.सीबीएसई कक्षा 10 का परिणाम 2021 कब घोषित किया जाएगा? (When CBSE Class 10 result will be declared 2021?):

उत्तर:20 जुलाई 2021
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा सीबीएसई कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा 2021 के छात्रों के परिणाम 20 जुलाई, 2021 तक घोषित करने की संभावना है।

प्रश्न:6.सीबीएसई में बेस्ट ऑफ 4 रूल क्या है? (What is best of 4 rule in CBSE?):

उत्तर:बेस्ट ऑफ़ 4 का मतलब है कि वे उन टॉप 4 विषयों के प्रतिशत पर विचार करेंगे जिनमें आपने उच्चतम अंक प्राप्त किए हैं।मान लें कि वाणिज्य कक्षा 12 में 5 विषय हैं।इनमें से प्रत्येक में आपने 95,85,75,65,90 अंक प्राप्त किए हैं।तो शीर्ष 4 अंक यानी 95,90,85,75 पर विचार किया जाएगा।

प्रश्न:7.सीबीएसई 10वीं के अंकों की गणना कैसे की जाती है? (How is CBSE 10th marks calculated?):

उत्तर:सीबीएसई की मूल्यांकन योजना के अनुसार,कक्षा 10 के छात्रों का मूल्यांकन प्रत्येक विषय के लिए अधिकतम 100 अंकों में से किया जाएगा,80 अंकों का मूल्यांकन स्कूल द्वारा किया जाएगा-छात्रों द्वारा विभिन्न परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर/वर्ष के दौरान स्कूल द्वारा आयोजित परीक्षा और अंक होना चाहिए।

प्रश्न:8.सीबीएसई किस आधार पर 2021 में अंक देगा? (On what basis CBSE will give marks 2021?):

उत्तर:सीबीएसई कक्षा 12 परिणाम 2021 अंकन योजना: अंकों की गणना कैसे की जाएगी (समझाया गया)
थ्योरी मार्क्स प्रैक्टिकल मार्क्स
थ्योरी के अंकों के लिए मुख्य 5 विषयों में से सर्वश्रेष्ठ तीन प्रदर्शन करने वाले विषयों के औसत सिद्धांत घटक के आधार पर मानदंड अंक जैसा कि है
% घटक 30% 100%
80 24 20
70 21 30
How will math be marked in CBSE 2020?

प्रश्न:9.किस आधार पर कक्षा 10 को बढ़ावा दिया जाएगा? (On what basis Class 10 will be promoted?):

उत्तर:सीबीएसई ने घोषणा की है कि कक्षा 10 के छात्रों को शैक्षणिक वर्ष के दौरान स्कूल द्वारा लिए गए विभिन्न मूल्यांकन/परीक्षाओं/परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर पदोन्नत किया जाएगा।

प्रश्न:10.10वीं सीबीएसई में अधिकतम अंक क्या हैं? (What is the maximum marks in 10th CBSE?):

उत्तर:कुल 100 अंक (कक्षा X- केवल पाठ्यक्रम)
बोर्ड परीक्षा प्रत्येक विषय के लिए 80 अंकों की होगी जिसमें केवल दसवीं कक्षा के पाठ्यक्रम का 100% शामिल होगा।अलग-अलग विषयों के लिए अंक और ग्रेड दोनों दिए जाएंगे।आंतरिक मूल्याकंन में 20 अंकों में से अंक दिए जाएंगे।

प्रश्न:11.क्या कक्षा 10 के छात्रों को पदोन्नत किया जाता है? (Are Class 10 students promoted?):

उत्तर:सीबीएसई कक्षा 10 मूल्यांकन
सीबीएसई कक्षा 10 की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को बोर्ड द्वारा विकसित मूल्यांकन मानदंडों (assessment criteria developed) के आधार पर पदोन्नत किया जाएगा।

प्रश्न:12.क्या है सीबीएसई का नया नियम? (What is the new rule of CBSE?):

उत्तर:केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को घोषणा की कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए शैक्षणिक अवधि को विभाजित किया जाएगा और शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के अंत में दो अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।दोनों परीक्षाओं के परिणाम समग्र अंतिम स्कोर में योगदान करेंगे (both exams will contribute to the overall final score)।

प्रश्न:13.10 सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए अधिकतम अंक क्या हैं यह 500 या 475 है? (What is the maximum marks for 10 CBSE board exam is it 500 or 475?):

उत्तर:नवीनतम सीबीएसई कक्षा 10 वीं अंकन प्रणाली के अनुसार, प्रत्येक विषय के लिए अधिकतम अंक 80 हैं। छात्रों को 33% हासिल करने की आवश्यकता है जो सीबीएसई कक्षा 10 वीं में प्रत्येक विषय में 80 में से उत्तीर्ण अंक है।प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग ग्रेड और अंक दिए जाएंगे।परीक्षा की कुल समय अवधि 3 घंटे है।

प्रश्न:14.क्या कंप्यूटर अंक कक्षा 10 सीबीएसई 2021 में जोड़ते हैं? (Does computer marks Add in Class 10 CBSE 2021?):

उत्तर:सीबीएसई कक्षा 10 वीं कंप्यूटर प्रैक्टिकल मार्क्स वितरण
हाई स्कूल के छात्रों के लिए कंप्यूटर उच्च स्कोरिंग विषय हो सकता है क्योंकि इसमें व्यावहारिक (practicals) भी शामिल है।कक्षा 10 वीं के कंप्यूटर एप्लीकेशन (Computer application),हिंदी और सामाजिक विज्ञान जैसे विषय अंततः छात्र को उसके समग्र प्रतिशत में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।

प्रश्न:15.क्या सीबीएसई बोर्ड 2021 में कंप्यूटर शामिल है? (Is computer included in CBSE board 2021?):

उत्तर:सीबीएसई कक्षा 10 कंप्यूटर अनुप्रयोग (Computer Applications) पाठ्यक्रम 2021-2022 वर्तमान शैक्षणिक सत्र के लिए नवीनतम पाठ्यक्रम संरचना और परीक्षा पैटर्न जानने के लिए सीबीएसई की अधिकारिक वेबसाइट से चेक किया जा सकता है।कंप्यूटर एप्लीकेशन सीबीएसई कक्षा 10 में लोकप्रिय विषयों में से एक है।कई छात्र इसे अपने छठे विषय के रूप में लेते हैं।

प्रश्न:16.कक्षा 10 में अतिरिक्त विषय का क्या लाभ है? (What is the advantage of additional subject in class 10?):

उत्तर:यह कुल मिलाकर प्रतिशत बढ़ाने में मदद कर सकता है।यदि किसी विषय में अंक कम हैं तो उसे अतिरिक्त विषय से बदल दिया जाता है।इससे हमारा ज्ञान भी बढ़ता है।(हो सकता है कुछ हद तक यह आपकी मदद करेगा।)

प्रश्न:17.क्या सीबीएसई में अतिरिक्त विषय में पास होना अनिवार्य है? (Is it compulsory to pass in additional subject in CBSE?):

उत्तर:हां,सीबीएसई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सभी विषयों में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।हालाँकि, यदि आप अपने अतिरिक्त विषय में असफल होते हैं,तो यह आपके समग्र प्रतिशत को प्रभावित नहीं करेगा। हालांकि आपके पास फिर से उपस्थित होने का विकल्प होगा (There will be however a choice for you to reappear)।

प्रश्न:18.क्या अतिरिक्त विषय की गणना प्रतिशत में की जाती है? (Is additional subject counted in percentage?):

उत्तर:आपके छठे विषय के अंक आपके कुल प्रतिशत में नहीं गिने जाते हैं और यहां तक ​​कि प्रवेश के उद्देश्य से भी, केवल चार/पांच विषयों की गणना की जाती है।इस प्रकार, ऐसे मामले में जहां आप अपने छठे विषय में उत्तीर्ण प्रतिशत प्राप्त करने में सक्षम नहीं हैं,यह आप पर निर्भर है कि आप फिर से परीक्षा लिखना चाहते हैं या नहीं।

प्रश्न:19.अगर कोई सीबीएसई में एक विषय में फेल हो जाता है तो क्या होगा? (What happens if someone fails in one subject in CBSE?):

उत्तर:केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के नए नियम के अनुसार,यदि कोई छात्र तीन वैकल्पिक विषयों – विज्ञान,गणित और सामाजिक विज्ञान में से किसी एक में अनुत्तीर्ण होता है,तो अनुत्तीर्ण विषय को ‘कौशल विषय से बदल दिया जाएगा (प्रस्तावित छठे अतिरिक्त विषय के रूप में) [replaced by the ‘Skill Subject (offered as a 6th additional subject)]।

प्रश्न:20.सीजीपीए स्कोर क्या है? (What is a CGPA score?):

उत्तर:सीजीपीए (CGPA) छठे अतिरिक्त विषय को छोड़कर सभी विषयों में प्राप्त ग्रेड अंकों का औसत है।सीजीपीए छठे अतिरिक्त विषय को छोड़कर सभी विषयों में प्राप्त ग्रेड अंकों का औसत है।

प्रश्न:21.सीबीएसई में अधिकतम सीजीपीए क्या है? (What is the maximum CGPA in CBSE?):

उत्तर:9.5 से 10 के बीच
9.5 से 10 ग्रेड प्वाइंट के बीच सीजीपीए (CGPA) को अधिकतम अंक सीजीपीए माना जाता है.
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग कैसी होगी?(How will math be marked in CBSE 2020?) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा सीबीएसई 2020 में गणित की मार्किंग कैसी होगी?(How will math be marked in CBSE 2020?) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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