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Hard Topics for Candidates in JEE-Main

1.जेईई-मेन में कैंडिडेट्स के लिए कठिन टाॅपिक्स (Hard Topics for Candidates in JEE-Main)-

  • जेईई-मेन में कैंडिडेट्स के लिए कठिन टाॅपिक्स (Hard Topics for Candidates in JEE-Main) को लेकर एनटीए ने अर्थात् नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक रिपोर्ट जारी की है।
    एनटीए ने इसके लिए अभ्यास जारी किया है जिसके द्वारा छात्र जान सकते हैं कि वे किस विषय में तथा किस प्रकार की गलतियां कर रहे हैं।
  • सभी विषयों के जिन चैप्टरों में छात्र-छात्राएं गलतियां कर रहे हैं उनमें से 10 ऐसे चैप्टर्स हैं जो इस बार बोर्ड परीक्षा के सिलेबस में शामिल नहीं है।
  • एनटीए के अनुसार मैथमेटिक्स के 40% छात्र कंटीन्यूटी एंड डिफरेंटशिएबिलिटी से पूछे गए सवाल नहीं कर पाए।
    47% छात्र फिजिक्स के मोशन इन वन डाइमेंशन और केमिस्ट्री में सॉल्यूशन एंड काॅलिगेटिव क्वालिटी पर प्रश्नों के सही उत्तर नहीं दे पाते हैं।
  • इन चैप्टर के आंकड़े निम्न प्रकार से हैं-
    किन चैप्टर्स में कितने छात्रों को आई मुश्किल
  • मैथमेटिक्स
    कंटीन्युटी एंड डिफरेंशिएबिलिटी 44%
    ट्रिग्नोमैट्रिकल इक्वेशन एंड इनइक्वेशन 40%
    परम्युटेशन एंड कंबिनेशन 39%
    फंक्शंस 37%
    इन्वर्स ट्रिग्नोमैट्रिक फंक्शंस 36%
    (कंटीन्युटी एंड डिफरेंशिएबिलिटी और इन्वर्स ट्रिग्नोमैट्रिक फंक्शंस बोर्ड परीक्षा में नहीं हैं।)
  • फिजिक्स
    मोशन इन वन डायमेंशन 47%
    रे ऑप्टिक्स 43%
    इलेक्ट्रोस्टैटिक्स 43%
    थर्मोडायनेमिक्स 38%
    करेंट इलेक्ट्रिसिटी 33%
    रे ऑप्टिक्स, थर्मोडायनेमिक्स और करेंट इलेक्ट्रिसिटी इस बार बोर्ड परीक्षा में नहीं हैं।
  • केमिस्ट्री
    साॅल्युशन एंड कॉलिगेटिव प्रॉपर्टीज 47%
    ब्लॉक एलीमेंट्स एंड हाइड्रोजन 37%
    केमिकल काइनेटिक्स 35%
    एटॉमिक स्ट्रक्चर 34%
    केमिकल थर्मोडायनेमिक्स 32%
    (ब्लॉक एलीमेंट्स, केमिकल काइनेटिक्स व केमिकल थर्मोडायनेमिक्स बोर्ड परीक्षा में नहीं हैं)
  • 28 लाख ने जेईई का मॉक टेस्ट दिया, (मई, 2020 से अब तक)
    180 मिनट है टेस्ट के लिए निर्धारित समय
    156 मिनट में पूरा हो रहा है जेईई मॉक टेस्ट
    (छात्रों को लगने वाला औसत समय)
  • जिस पेपर में समय ज्यादा, उसमें अंक कम
    जेईई में छात्र मैथमेटिक्स में सबसे अधिक समय दे रहे हैं फिर भी इसमें अंक कम हैं।परीक्षाओं में छात्रों ने केमिस्ट्री में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए।
  • ये निष्कर्ष नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से जेईई-मेन की तैयारी कर रहे छात्रों की प्रैक्टिस के लिए बनाए गए मोबाइल ऐप ‘अभ्यास ‘ के आंकड़ों से सामने आए हैं।
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2.छात्रों के अनुसार जेईई-मेन में कैंडिडेट्स के लिए कठिन टॉपिक्स (Tough topics for candidates in JEE-Main according to students)-

  • जेईई-मेन पेपर में फिजिक्स,केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स के सवाल पूछे जाते हैं।
    कुछ छात्रों के अनुसार गणित विषय मध्यम, भौतिकी कठिन और रसायन शास्त्र सरल विषय है।जबकि कुछ छात्रों के अनुसार गणित विषय कठिन, भौतिकी मध्यम तथा रसायन शास्त्र सरल विषय है।
    लेकिन अधिकतर छात्रों को गणित विषय कठिन, भौतिकी मध्यम तथा रसायन विज्ञान सरल विषय लगता है।छात्रों के अनुसार गणित विषय को हल करने में सबसे अधिक समय लगता है जबकि भौतिकी में मध्यम तथा रसायन विज्ञान में सबसे कम समय लगता है।

3.जेईई-मेन में कैंडिडेट्स के लिए कठिन टाॅपिक्स का निष्कर्ष (Conclusion of Hard Topics for Candidates in JEE-Main)-

  • कोई भी विषय हो हर छात्र-छात्रा की प्रकृति अलग-अलग होती है।कुछ छात्र-छात्राओं की गणित में रुचि होती है,किसी की भौतिकी में तो किसी की रसायन शास्त्र में रुचि होती है।
  • जिस विषय में हमारी रुचि होती है उस विषय को पढ़ने में हम अधिक समय देते हैं,उसका लगातार अभ्यास करते रहते हैं।लगातार समय देने व अभ्यास करने से वह विषय सरल लगने लगता है।दरअसल सरल या कठिन विषय या टाॅपिक का होना हमारी प्रकृति और मानसिकता से अधिक जुड़ा हुआ है।
  • प्रत्येक छात्र को अपनी प्रकृति को पहचान करें और जो विषय कठिन लगता है यदि उस पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं तो उस विषय या उस विषय के टाॅपिक हमें समय भी देना होता है तथा लगातार बार-बार अभ्यास करना होता है।
  • गणित तथा भौतिकी व रसायन शास्त्र में एक मूलभूत अंतर यह है कि गणित संख्यात्मक और प्रैक्टिकल विषय ज्यादा है तथा थ्योरीटिकल कम है।जबकि भौतिक शास्त्र और रसायन शास्त्र थ्योरीटिकल विषय अधिक है तथा प्रैक्टिकल कम है।
    गणित ,भौतिकी तथा रसायन शास्त्र का अध्ययन करने के लिए एक ही तरह की स्ट्रेटजी नहीं अपनाई जा सकती है।
    गणित विषय के सूत्रों को समझकर,याद करके उसके सवालों का बार-बार अभ्यास करना होता है।जबकि भौतिकी तथा रसायन शास्त्र में थ्योरीटिकल टाॅपिक्स को ठीक से समझकर फिर उसको याद करना होता है।
  • छात्र-छात्राओं को अभ्यास एप,मॉक टेस्ट या अन्य मॉडल पेपर्स को हल करके अपने कमजोर विषय व टॉपिक्स को पहचान कर उसकी ठीक तरह से तैयारी करें।
  • कठिन टॉपिक्स को अपने शिक्षकों,मित्रों से चर्चा करके उनको समझने की कोशिश करें।
    उपर्युक्त कार्य प्रणाली को अपनाने पर इसका परिणाम एकाएक सामने नहीं आता है बल्कि आप संबंधित विषय तथा टॉपिक्स में कितने कमजोर हैं उतनी ही मेहनत अधिक करनी होगी।इसलिए ज्यादा समय लगे तो धैर्य बनाए रखें।ऐसा न सोचें यह कठिन टॉपिक्स है और इसको हल करना हमारे बस की बात नहीं है।
  • दरअसल कोई छात्र-छात्रा किसी भी स्ट्रेटजी का पालन करते हैं तो उसका तत्काल परिणाम भी चाहते हैं।यदि तत्काल परिणाम सामने नहीं आता है तो उस स्ट्रेटजी पर ही सवाल खड़े करने लगते हैं।
  • जितना अधिक आप किसी विषय को अधिक समय देंगे तथा कठिन परिश्रम करेंगे तो आपमें कितनी कमजोरी है उसके अनुसार ही उसका परिणाम सामने आएगा।जैसे यदि हम कोई पौधा लगाएं तो आप चाहे जितना उसमें पानी तथा खाद डाल दें लेकिन वह तैयार होने में तथा उस पर फल आने में समय भी लगेगा और उस समय तक आपको धैर्य भी बनाए रखना है तथा लगातार परिश्रम अर्थात् पेड़ को खाद-पानी भी डालते रहना है।
  • उपर्युक्त कार्यप्रणाली के आधार पर जेईई-मेन में कैंडिडेट्स के लिए कठिन टाॅपिक्स (Hard Topics for Candidates in JEE-Main) को आसान तथा स्कोरिंग वाला कर सकते हैं।

4.जेईई में सबसे कठिन विषय कौन सा है? (Which is the hardest subject in JEE?)-

  • गणित
  • तीन विषयों में से, रसायन विज्ञान सबसे आसान स्कोर करना है।गणित सबसे कठिन था, जबकि भौतिकी दोनों के बीच सैंडविच थी।सबसे आसान विषय होने के नाते, किसी भी उम्मीदवार को रसायन विज्ञान की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह जेईई मेन में अच्छी रैंक लाने की संभावना को गंभीर रूप से सीमित कर देगा।

5.जेईई मेन के लिए कौन से विषय सबसे महत्वपूर्ण हैं? (Which topics are most important for JEE mains?)-

  • JEE Main 2021 महत्वपूर्ण अध्याय और विषय विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित।
    कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री: सूत्र के माध्यम से जाने के लिए ध्यान के साथ अध्ययन करने की कोशिश करें।
    ‘NTA JEE Mains 2021 के लिए करो या मरो अध्यायों’ को परीक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण अध्याय / विषय माना जाता है।

6.जेईई मेन 2021 की क्या है मुश्किल? (What is the difficulty of JEE Main 2021?)-

  • यह उम्मीदवारों के लिए परीक्षा के कठिनाई स्तर को समझने में मददगार होगा।नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) JEE मेन फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई सत्र आयोजित कर रही है।
    जेईई मुख्य विश्लेषण 2020 पेपर 1 (6 सितंबर)
    विशेष रूप से कठिनाई स्तर
    रसायन विज्ञान-आसान
    गणित-मध्यम
    कुल मिलाकर मॉडरेट

7.2021 में सबसे कठिन जी मुख्य पेपर कौन सा था? (Which was the toughest JEE MAIN paper in 2021?)-

  • जेईई मेन 2021 मार्च सत्र फरवरी के सत्र की तुलना में कठिन था, जेईई मेन मार्च पेपर में पूछे गए कुल प्रश्नों में से पूछे के आधार पर।
  • परीक्षार्थियों द्वारा भौतिकी को सबसे कठिन खंड पाया गया। NCERT के प्रत्यक्ष प्रश्न भी उम्मीदवारों द्वारा देखे गए थे। गणित के एक के लिए पाया गया कि यह मध्यम था।

8.JEE MAINS 2021 के लिए सबसे महत्वपूर्ण टाॅपिक (Most IMPORTANT TOPICS for JEE MAINS 2021)-

  • गणित के लिए जेईई मुख्य महत्वपूर्ण अध्याय और विषय
    उच्च भार/ कम भार
  • त्रिमीय निर्देशांक ज्यामिति अवकल समीकरण
    वैक्टर अवकलन
    सारणिक और मैट्रिक्स त्रिकोणमितीय समीकरण
    अनुक्रम और श्रृंखला आंकड़े
    सरल रेखा गणितीय तर्क
    वृत्त सेट और संबंध
    प्रायिकता वितरण
    (द्विपद + माध्य और विचरण) ऊँचाई और दूरी
    निश्चित इंटीग्रल एंड एरिया अंडर द कर्व त्रिकोणमितीय अनुपात और फलन
    सीमाएँ, सांतत्यता और अवकलनीयता त्रिभुज के गुण
    फलन क्रमचय और संचय
    डेरिवेटिव का अनुप्रयोग अनिश्चित समाकलन
    शंकुधारी खंड (Conic Section)
    सम्मिश्र संख्या
    द्विघात समीकरण
    द्विपद प्रमेय और एम आई (जड़त्व आघूर्ण)।
    गणित के लिए, सूत्रों और महत्वपूर्ण अवधारणाओं के लिए एक सूची काम करना उचित है।कुछ पूर्व-तैयार सूची पर भरोसा करने के बजाय इस सूची को स्वयं बनाना बेहतर है क्योंकि इसे लिखते समय व्यक्ति आवश्यकताओं के अनुरूप इसे संशोधित कर सकता है।
  • नीचे कुछ विषय दिए गए हैं जहां फोकस क्षेत्र होना चाहिए:
    कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री: उन दोनों के बीच समानताएं लेने की कोशिश पर एक नजर के साथ सूत्रों के माध्यम से जाओ – यह परीक्षा के दौरान याद करने में मदद करेगा।विशेष रूप से सीधी रेखाओं और वृत्त के लिए ज्यामितीय गुणों की उपेक्षा न करें;अपने नोट्स में उन्हें भी शामिल करें।
  • त्रिकोणमिति: अपने नोट्स को चार भागों में विभाजित करें – मूल सूत्र, त्रिकोणमितीय समीकरण, व्युत्क्रम और त्रिभुजों का विलयन।हालांकि, इस अध्याय में वास्तविकता में कई सूत्र प्रतीत होते हैं जेईई मुख्य प्रश्न अधिक सामान्य परिणामों पर आधारित होने की संभावना है इसलिए उनको ध्यान में रखें।
  • बीजगणित: इस भाग में, यहाँ कुछ सूत्र हैं, मुख्यतः गुण। समीकरणों के द्विघात या सिद्धांत के लिए, इस बात के बारे में स्पष्ट रहें कि किसी समीकरण में परिवर्तन के साथ-साथ मूलों की सममित राशि कैसे होती है।ज्यामितीय रूप में विभिन्न सूत्रों की व्याख्या को संशोधित करने के लिए कॉम्प्लेक्स नंबरों में यह महत्वपूर्ण है;यह उन्हें अधिक सहज और याद रखने में आसान बनाता है।द्विपद, क्रमचय और संचय, और प्रायिकता सभी जुड़े हुए हैं और एक साथ संशोधित किया जाना चाहिए।बाद के दो में, कुछ विशिष्ट समस्याओं को संशोधित करने के लिए अच्छा है क्योंकि वे कम सूत्र आधारित हैं और समस्या को सुलझाने की रणनीतियों के प्रति अधिक सक्षम हैं।
  • अवकलन: उम्मीदवारों को मानक सीमाओं, अवकलन के सूत्रों और मानक समाकलन परिणामों पर बहुत स्पष्ट होना चाहिए।इसके अलावा, सांतत्यता और अवकलन के साथ-साथ निश्चित समाकलन के गुणों के लिए सैद्धांतिक आवश्यकताओं को भी संशोधित करें।
  • वेक्टर और 3-डी ज्यामिति: उन्हें संयोजन के रूप में करने की कोशिश करें क्योंकि वे निकटता से संबंधित हैं।इस खंड के प्रश्नों में मानक सूत्र शामिल होने की संभावना है।
  • उपर्युक्त विवरण तथा प्रश्नों के उत्तर द्वारा आप जेईई-मेन में कैंडिडेट्स के लिए कठिन टाॅपिक्स (Hard Topics for Candidates in JEE-Main) को जानकर तथा अपनी तैयारी को अंतिम रूप दे सकते हैं।

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