Satyam Archive

To Find Equation of Tangent Plane
January 28, 2022
No Comments
1.शंकु के स्पर्श समतल का समीकरण ज्ञात करना (To Find Equation of Tangent Plane),व्युत्क्रम शंकु (Reciprocal Cone): शंकु के स्पर्श समतल का समीकरण ज्ञात करने (To Find Equation of Tangent Plane) के लिए इससे पूर्व आर्टिकल में रेखा तथा शंकु का प्रतिच्छेदन का अध्ययन करना आवश्यक है।(1.)शंकु के किसी बिन्दु पर स्पर्श समतल का समीकरण

Harmonic Mean
January 27, 2022
No Comments
1.हरात्मक माध्य (Harmonic Mean),गुणोत्तर माध्य (Geometric Mean): हरात्मक माध्य (Harmonic Mean):-किसी समंकश्रेणी में मूल्यों की संख्या को उनके व्युत्क्रमों (Reciprocals) के योग से भाग देने पर जो मूल्य प्राप्त होता है वही उस श्रेणी का हरात्मक माध्य (Harmonic Mean) कहलाता है।दूसरे शब्दों में मूल्यों के व्युत्क्रमों के समान्तर माध्य के व्युत्क्रम को उनका हरात्मक माध्य

Condition for Equation Represents Cone
January 26, 2022
No Comments
1.समीकरण के लिए प्रतिबन्ध जो एक शंकु को प्रदर्शित करे (Condition for Equation Represents Cone),प्रतिबन्ध ज्ञात करना कि द्विघाती समीकरण एक शंकु प्रदर्शित करे (To Find the Condition for the General Equation of Second Degree to Represent a Cone): समीकरण के लिए प्रतिबन्ध जो एक शंकु को प्रदर्शित करे (Condition for Equation Represents Cone) अर्थात्

Ring in Algebraic Structures
January 25, 2022
No Comments
1.बीजीय संरचनाओं में वलय (Ring in Algebraic Structures),बीजगणित में वलय (Ring in Algebra): बीजीय संरचनाओं में वलय (Ring in Algebraic Structures) में युग्म द्विचर संक्रिया का अध्ययन किया जाता है।ग्रुप का स्रोत प्रतिचित्रणों का समुच्चय था जबकि वलय का स्रोत पूर्णांकों का समुच्चय होता है।(1.)वलय के प्रारम्भिक गुणधर्म (Elementary Properties of a Ring),बीजगणित में वलय

Variable in Mathematics
January 24, 2022
No Comments
1.गणित में चर (Variable in Mathematics),गणित में चर राशियाँ (Variable Quantities in Mathematics): गणित में चर (Variable in Mathematics) को समझने से पूर्व राशि को समझना आवश्यक है।राशि (Quantity):जिन पर भी गणित की संक्रियाएँ जोड़,गुणा,भाग,बाकी की जा सकती है राशियाँ कहलाती है।उदाहरणार्थ लंबाई,चौड़ाई,आयतन,क्षेत्रफल,समय,दूरी तापक्रम इत्यादि।राशियों को चर (स्वतन्त्र चर तथा आश्रित चर) एवं अचर (निरपेक्ष

Numerical Differentiation
January 23, 2022
No Comments
1.संख्यात्मक अवकलन (Numerical Differentiation),इंटरपोलेशन का उपयोग करके संख्यात्मक अवकलन (Numerical differentiation using interpolation): संख्यात्मक अवकलन (Numerical Differentiation) एक ऐसा प्रक्रम है जिसमें स्वतन्त्र चर के किसी विशेष मान पर किसी फलन के अवकलज का संख्यात्मक मान ज्ञात करते हैं जबकि स्वतन्त्र चर के विभिन्न मानों के संगत फलन का समुच्चय ज्ञात हो।संख्यात्मक अवकलन सूत्र (Numerical

Moral Values of Mathematics
January 22, 2022
No Comments
1.गणित के नैतिक मूल्य (Moral Values of Mathematics),गणित शिक्षा के नैतिक मूल्य (Moral Values of Maths गणित के नैतिक मूल्य (Moral Values of Mathematics) में नैतिक शब्द का अर्थ है कि मनुष्य द्वारा किए गए ऐसे ऐच्छिक तथा आदतन कर्म जिनको अच्छा-बुरा,शुभ-अशुभ,उचित-अनुचित,कर्तव्य आदि कहा जाता है।ये कर्म जानबूझकर या सोच-विचारकर किए जाते हैं।नैतिक मूल्य विद्यार्थी

Enveloping Cone
January 21, 2022
2 Comments
1.अन्वालोपी शंकु (Enveloping Cone),अन्वालोपी शंकु की समीकरण (Enveloping Cone Equation): अन्वालोपी शंकु परिभाषा (Enveloping Cone Definition):किसी दिए हुए बिन्दु से गुजरने वाली तथा किसी दिए हुए पृष्ठ को स्पर्श करनेवाली रेखाएँ जिस पृष्ठ को जनित करती है उसे अन्वालोपी शंकु (Enveloping Cone) कहते हैं।गोले के अन्वालोपी शंकु का समीकरण ज्ञात करना जिसका शीर्ष बिन्दु है।(To

Lecture Method in Mathematics
January 20, 2022
No Comments
1.गणित में व्याख्यान विधि (Lecture Method in Mathematics),गणित शिक्षण की व्याख्यान विधि (Lecture Method of Teaching Mathematics): गणित में व्याख्यान विधि (Lecture Method in Mathematics) विद्यार्थियों के अनुकूल नहीं है परंतु फिर भी वर्तमान में यह गणित में ही नहीं बल्कि सभी विषयों में सर्वाधिक उपयोग की जाती है।इस विधि को अधिक प्रयोग करने का

Probability Examples
January 19, 2022
No Comments
1.प्रायिकता के उदाहरण का परिचय (Introduction to Probability Examples),प्रायिकता (Probability): प्रायिकता के उदाहरण (Probability Examples) के इस आर्टिकल से पूर्व सप्रतिबन्ध प्रायिकता,प्रायिकता का गुणन नियम,स्वतन्त्र घटनाएं,कुल प्रायिकता,बेज प्रमेय,यादृच्छिक चर का माध्य तथा प्रसरण,बरनौली परीक्षण तथा द्विपद बंटन की थ्योरी तथा उस पर आधारित उदाहरणों का अध्ययन कर चुके हैं।इस आर्टिकल में उपर्युक्त पर आधारित केवल