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3 Tips to Celebrate World Students Day

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1.विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Celebrate World Students Day),विश्व छात्र दिवस को यादगार बनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Make International Students Day Memorable):

  • विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Celebrate World Students Day) के आधार पर आप 17 नवंबर को यादगार बना सकते हैं।यों भारत में 14 नवंबर बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है।अधिकांश बालक-बालिकाएं शिक्षा अर्जित करते ही हैं।इस लिहाज से भारत के बाल दिवस और विश्व छात्र दिवस को मनाने में ज्यादा कोई अंतर नहीं है।यह भी महज संयोग की ही बात है कि भारत में बाल दिवस 14 नवंबर और विश्व छात्र दिवस 17 नवंबर में मात्र 3 दिन का अन्तर है। किसी भी दिवस को मनाने की तैयारी दो-तीन दिन से पूर्व हो जाती है।वैसे अब्दुल कलाम आजाद के जन्म 15 अक्टूबर के उपलक्ष्य में विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है परन्तु संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे घोषित नहीं किया है।दोनों को हिन्दी में 17 नवम्बर वाले दिवस को अन्तर्राष्ट्रीय छात्र दिवस (International Students Day) तथा 15 अक्टूबर को जो मनाया जाता है उसे विश्व छात्र दिवस (World Students Day) कहा जाता है। 
  • यों हर बालक-बालिकाओं तथा छात्र-छात्राओं के लिए हर दिन नया ही होता है।परंतु यह नवीन दिन जब ही माना जा सकता है जबकि हम हर दिन कुछ न कुछ नया सीखते हैं।
  • वस्तुतः किसी भी दिवस को जोर-शोर से मनाते हैं परंतु उसके वास्तविक उद्देश्य को भुला देते हैं। आपके लिए छात्र दिवस यादगार रहे इस लिहाज से कुछ न कुछ संकल्प लेना चाहिए और उन संकल्पों को साकार करने का प्रयत्न पूरे मन से किया जाना चाहिए।
  • हालांकि विश्व छात्र दिवस पाश्चात्य संस्कृति की देन है।परंतु भारतीय युवा ज्यों-ज्यों पाश्चात्य संस्कृति के संपर्क में आ रहे हैं त्यों-त्यों उनके रहन-सहन,चाल-चरित्र,विचार पद्धति को अपनाते जा रहे हैं।जैसे फ्रेंडशिप डे,फादर्स डे,मदर्स डे,वैलेंटाइन डे,लाॅफिंग डे,लिव इन रिलेशनशिप इत्यादि।इनमें कुछ बातें तो ऐसी अपनाई जा रही है जिनका खुलेआम शहरों,महानगरों में भौंडा प्रदर्शन किया जाता है।उदाहरणार्थ वेलेन्टाइन डे को नवयुवक-नवयुवतियाँ खुलेआम महानगरों के समुद्रतटों,बाग-बगीचों तथा सार्वजनिक स्थलों पर सैक्स का प्रदर्शन करते नजर आ जाते हैं।
  • पाश्चात्य संस्कृति का अन्धानुकरण करना हमें हमारी भारतीय संस्कृति की जड़ों से काटता है।हम इंसानियत के तौर-तरीकों तथा सभ्य समाज की परंपराओं को तोड़ते जा रहे हैं जो कि हम सभी के लिए चिन्तनीय है।17 नवम्बर के इस छात्र दिवस व 14 नवम्बर के बाल दिवस के लिए कुछ खास पैगाम दे रहे हैं जिसमें कुछ अच्छा तथा कुछ नवीन संकल्प लेकर आप इसे सेलिब्रेट कर सकते हैं।
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2.विश्व छात्र दिवस क्यों मनाया जाता है? (Why is World Students’ Day celebrated?):

  • विश्व छात्र दिवस की शुरुआत 1941 में इंटरनेशनल स्टूडेंट काउंसिल के नेतृत्व में लंदन में हुई।17 नवंबर 1939 को नाजियों की तानाशाही के खिलाफ वहां के छात्रों ने एक दल बनाया जिसे 1941 में अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मान्यता दी गई।इस संगठन ने नाजियों के उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।यही नहीं तब से लेकर आज तक इस दल ने अन्याय,भेदभाव और अलोकतांत्रिक व्यवहार के खिलाफ संघर्ष किया।इसके अलावा इस संगठन ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।संगठन की मान्यता है कि शिक्षा के दम पर हम अपने अधिकार दुनिया के सामने रख सकते हैं,गरीबी हटा सकते हैं और अपना तथा समाज का समुचित विकास अर्थात् कायाकल्प कर सकते हैं।
  • वस्तुतः हमें 22 वीं शताब्दी में आते-आते पुरानी मान्यताएं,प्रथाएँ,रीति-रिवाज,सभ्यता,सोच-विचार करने की पद्धति,रहन-सहन,लोक व्यवहार,खान-पान इत्यादि में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है।परंतु कुछ बातें ऐसी हैं जिनमें आज भी कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है। उदाहरणार्थ गरीबी में कुछ खास परिवर्तन नहीं आया,आज भी विश्व में करोड़ों लोग ऐसे हैं जिनकी प्रतिदिन की आय $1 से भी कम है।इसी प्रकार शिक्षा से विकास होने की बजाय अवनति देखने को मिल रही है।प्राचीन काल में लोग शिक्षा के मूल्यों को आचरण में उतारते थे परंतु आधुनिक युग में सैद्धान्तिक शिक्षा का बोलबाला है फलस्वरूप नैतिक मूल्यों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
  • ऐसा होना अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय नीतियों की खामियों का परिणाम है।इसी तरह की खामियों को दूर कर रहा है विश्व छात्र संगठन।इस तरह से विश्व छात्र दिवस की शुरुआत हुई और आज ये धीरे-धीरे पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा है।आज हर जगह और हर देश में इसे अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है।हर कोई अपने-अपने तरीके से छात्र दिवस को सेलिब्रेट करेगा या करता है।इस आर्टिकल के माध्यम से इस पर चर्चा की जाएगी की किस तरह इस दिवस को सेलिब्रेट किया जाए जिससे हमारे लिए यह यादगार बन जाए।

3.विश्व छात्र दिवस को कैसे सेलिब्रेट करें? (How to Celebrate World Students Day?):

  • छात्र-छात्राओं के लिए छात्र जीवन कठोर तपस्या करने का समय है।आपका सबसे प्राथमिक उद्देश्य है विद्या अर्जन करना।विद्या अर्जन कठोर तपस्या से ही सम्भव है।तपस्या में सुख-सुविधाओं की प्राप्ति की कोई गुंजाइश ही नहीं होती है।यदि सुख-सुविधाओं का उपयोग करके आप विद्या प्राप्त करना चाहते हैं तो सुख-सुविधाओं को भोग के दृष्टिकोण से नहीं बल्कि त्याग के दृष्टिकोण से उपयोग करें।अर्थात् मिल जाए तो ठीक और न मिले तो ठीक।यह स्थिति निष्काम भाव से विद्याध्ययन करने से प्राप्त होती है।वस्तुतः प्राचीन भारतीय ग्रन्थों में उल्लेख मिलता है कि अंधकार और प्रकाश आपस में मिल नहीं सकते हैं।उसी प्रकार विद्या प्राप्त करने के लिए कठोर तप और साधना करें। सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने की लालसा छोड़ दें।अर्थात् विद्या और सुख-सुविधाओं का आपस में मेल नहीं हो सकता है।छात्र दिवस पर यह संकल्प लें कि विद्या ग्रहण करेंगे।वस्तुतः आधुनिक काल में जो शिक्षा तथा विद्या का स्वरूप है उसे विद्या नहीं कहा जा सकता है।विद्या वह है जो नैतिकता,सदाचरण,ब्रह्मचर्य का पालन करना तथा आत्म-निर्भरता का पाठ पढ़ाए।ऐसी विद्या सत्साहित्य,सदग्रन्थों का अध्ययन करने से ही प्राप्त हो सकती है।
  • परिवार,समाज से ऊपर देश है।हमारी आपसी फूट का लाभ उठाकर विदेशियों ने आक्रमण किया और कई शताब्दियों तक शासन किया।यहां की संपदा को लूटा और संस्कृति को नष्ट-भ्रष्ट किया।भारतीयों पर अत्याचार किया।इसलिए देश की सुरक्षा का जहाँ प्रश्न खड़ा हो वहां एक-दूसरे की नुक्ताचीनी करने के बजाय एकजुट होकर देश हित में काम करें।
  • कक्षा में एक-दूसरे का सहयोग करें।मतभेद को मनभेद न बनाएं।यदि आप गणित जैसे विषयों में होशियार हैं तो कमजोर छात्र-छात्राओं की मदद करें।कभी भी परीक्षा में अनुचित साधनों,नकल करने जैसे कार्यों को न करें।
  • आप जिस क्षेत्र में जाना चाहते हो उसमें अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करके विश्व पटल पर भारत का यश फैलाएं।यदि गणित का क्षेत्र है तो गणित के क्षेत्र में अद्वितीय खोज व अनुसंधान करने की कोशिश करें।
  • किसी का सहयोग करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपके पास धन-संपत्ति हो।बहुत से महान लोगों ने अपना अध्ययन तथा पढ़ाई का कार्य अभावों,कष्टों और गरीबी में ही पूरा किया है।परंतु दृढ़ आत्मविश्वास,अटूट लक्ष्य,मन की एकाग्रता,धैर्य और आत्मविश्वास के बल पर ही उन्होंने महान कार्य किया है।महान गणितज्ञ एवं वैज्ञानिक आइज़क न्यूटन और गणितज्ञ कार्ल फ्रेडरिक गौस ने अभावों,कष्टों,गरीबी में अध्ययन किया परंतु आज उनके कार्य से विश्व के लोग चकित हैं।
  • माता-पिता,शिक्षकों तथा गुरुजनों पर श्रद्धा रखें,उनके द्वारा दी गई शिक्षा पर श्रद्धा रखें।तभी शिक्षा फलीभूत हो सकती है।
    पढ़ाई,खेलकूद,मनोरंजन इत्यादि हर चीज की समय सारणी बनाकर उसका दृढ़ता से पालन करें।समय के एक-एक क्षण का सदुपयोग करें।क्योंकि समय अमूल्य है।गुजरा हुआ समय किसी भी कीमत पर वापस प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
  • आपकी जिस क्षेत्र में भी रूचि है जैसे खेल,भजन,संगीत,कला,गणित,विज्ञान इत्यादि, तो उसे अपने माता-पिता व गुरुजनों के समक्ष रखें।अपनी प्रतिभा को निखारने,तराशने व उभारने का प्रयास करें।यदि सहयोग व प्रशिक्षण की आवश्यकता हो तो अपने माता-पिता,शिक्षकों व मित्रों को बताएं।
  • जाने-अनजाने में भी किसी भी व्यक्ति की हँसी न उड़ाएँ,न उनको मर्मभेदी शब्दों से आहत करें,किसी को भी कटुवचन न कहें क्योंकि कहा गया है कि शरीर का घाव भर जाता है परंतु वाणी का घाव नहीं भरता है।
    हमेशा सच बोलें कभी झूठ का सहारा न लें क्योंकि कागज की नाव ज्यादा दूर नहीं चलती है इसी प्रकार झूठ का एक न एक दिन भंडाफोड़ हो जाता है।

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4.स्टूडेण्ट होने का दृष्टान्त (The parable of Being a Student):

  • एक नगर में चक्रधर नाम का स्टूडेण्ट रहता था। वह गणित में पढ़ने में इतना होशियार था कि मुश्किल से ही किसी सवाल को गलत करता था।जैसे ही वह किसी सवाल को हल करने लग जाता तो उसे तथा उसके मित्रों को यह पक्का विश्वास हो जाता था कि वह इस सवाल को हल कर देगा।वह रोज गणित का खूब अभ्यास करता था।मित्रों के साथ गणित में संवाद तथा वार्ता करने से वह गणित में बहुत निपुण हो गया था।परंतु धीरे-धीरे चक्रधर को गणित का ज्ञान प्राप्त करते-करते अंहकार आ गया।
  • उसी नगर में एक प्रसिद्ध गणितज्ञ थे।चक्रधर ने जब गणितज्ञ की प्रसिद्धि सुनी तो वह उनको देखने के लिए चल दिया।रास्ते में उसे एक व्यक्ति रास्ते को साफ करते हुए दिखाई दिया।उसने उस व्यक्ति से पूछा कि क्या तुम गणितज्ञ लीलाधर को जानते हो।वह व्यक्ति हँस दिया।स्टूडेंट चक्रधर ने सोचा कि यह मेरी हंसी उड़ा रहा है।इसलिए चक्रधर ने उस व्यक्ति की पिटाई कर दी।उस व्यक्ति के सिर में चोट लगी। स्टूडेण्ट चक्रधर आगे चला गया।उसको पुनः एक व्यक्ति मिला।चक्रधर ने पूछा कि क्या तुम गणितज्ञ लीलाधर को जानते हो? उस व्यक्ति ने कहा कि इसी रास्ते में अभी छोड़कर आया हूँ,वे रास्ता साफ कर रहे थे।स्टूडेंट लीलाधर ने पूछा कि क्या वे गणितज्ञ लीलाधर थे? चक्रधर वापस लौटकर आया तो देखा कि लीलाधर ने सिर पर पट्टी बांध रखी थी।
  • चक्रधर ने माफी मांगते हुए कहा कि मुझे क्षमा कर दो।मेरी बुद्धि पर पर्दा पड़ गया था।गणितज्ञ मुस्कुराते हुए बोले कि कोई भी स्टूडेंट बाजार से कोई पुस्तक खरीदता है तो उसकी अच्छी तरह परख करता है।फटी हुई है या नहीं,पैसे तो ज्यादा नहीं ले रहा है पुस्तक में काम की विषय वस्तु है या नहीं है।जब एक छात्र पुस्तक की जांच परख करके ही पुस्तक खरीदता है तो तुम तो गणितज्ञ लीलाधर की परख करने आए थे।इसलिए पीटकर यह देख लिया कि काम,क्रोधादि विकार है या नहीं तो कौनसी बड़ी बात है?यदि काम,क्रोधादि विकारों से मुक्त है तो वाकई में सच्चा गणितज्ञ है।
  • चक्रधर ने गणितज्ञ लीलाधर से पूछा कि मेरे लिए सही राह क्या है? गणितज्ञ लीलाधर ने कहा कि अपने मन को स्टूडेंट बनाकर रखें,अपने आपको स्टूडेंट बनाकर रखें।इस विश्व छात्र दिवस से ही तुम्हें यह सीख ले लेनी चाहिए कि हमेशा नई-नई बातें जानने की जिज्ञासा रखें।अपने आपको हमेशा स्टूडेंट बनाकर रखने से आगे से आगे तरक्की करते जाओगे।जिसमें ज्ञान की प्यास हो,तड़प हो वही सच्चा स्टूडेंट होता है।छात्र जीवन के लिए ही यह मंत्र नहीं है बल्कि आजीवन इस मंत्र का पालन करते जाओगे तो विश्व छात्र दिवस मनाना सार्थक होगा।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Celebrate World Students Day),विश्व छात्र दिवस को यादगार बनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Make International Students Day Memorable) के बारे में बताया गया है।

5.गणितज्ञ और मकान किराया (हास्य-व्यंग्य) (Mathematician an House Rent) (Humour-Satire):

  • गणितज्ञ (मकान मालिक से):एक दिन लोग याद करेंगे कि इस मकान में महान् गणितज्ञ भी रहता था।
  • मकान मालिकःअगर आज शाम तक तुमने पिछले छः महीने का किराया नहीं चुकाया तो वह दिन आज ही आ जाएगा,उसके लिए ओर अधिक इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

6.विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स (Frequently Asked Questions Related to 3 Tips to Celebrate World Students Day),विश्व छात्र दिवस को यादगार बनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Make International Students Day Memorable) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नः

प्रश्नः1.विद्यार्थी से क्या तात्पर्य है? (What do You Mean by Student?):

उत्तर:जो सच्चे अर्थों में विद्या प्राप्त करने की इच्छा रखता हो तथा सद्गुणों को आचरण में उतारने का प्रयास करता है वही विद्यार्थी है।सही तरीके से अर्थात् कठिन परिश्रम,लगन,धैर्य,विवेक,साहस,मन की एकाग्रता,आत्म-विश्वास,श्रद्धा,सदाचार इत्यादि गुणों के द्वारा विद्या अर्जित करता है वह विद्यार्थी है। साथ ही काम,क्रोध,लोभ आदि विकारों से मुक्त रहता है क्योंकि ये विकार विद्यार्थी के लिए पतन पर ले जाने का मार्ग है।

प्रश्नः2.छात्र-छात्राओं को किन अवगुणों से दूर रहना चाहिए? (What Demerits Should Students Stay Away From?):

उत्तर:छात्र-छात्राओं को काम,क्रोध,लोभ,स्वाद,श्रृंगार,खेल-तमाशे,आलस्य,अत्यधिक सोना,अत्यधिक सेवा इत्यादि विकारों से दूर रहना चाहिए।क्योंकि इन विकारों से ग्रस्त होने पर विद्यार्थी फैशनपरस्त,अय्याशी,विलासी प्रकृति का हो जाता है जो मन को चंचल कर देते हैं।चंचल मन से विद्या प्राप्त करना संभव नहीं है।विद्यार्थियों को उपर्युक्त अवगुणों से दूर रहना चाहिए तभी वे अपने जीवन को सफल,उन्नत और श्रेष्ठ बना सकते हैं।महान गणितज्ञ,वैज्ञानिक इसी मार्ग का अनुसरण करके आगे बढ़े हैं।

प्रश्नः3.गुरु किसे कहते हैं? (Who is Called Guru?):

उत्तर:गु का अर्थ है अंधकार,अज्ञान और रु का अर्थ है हटाने वाला।इस प्रकार गुरु का अर्थ हुआ जो अज्ञानरूपी अंधकार को हटाकर ज्ञानरूपी प्रकाश की ज्योति जलाता है।अज्ञान दूर ही ज्ञान से होता है।जैसे प्रकाश से अंधकार हटता है।केवल मंत्र दीक्षा देने से ही कोई किसी का गुरु नहीं हो जाता है।वस्तुतः जैसे शिष्य पात्र हो तो ही विद्या ग्रहण कर सकता है,कुपात्र विद्या का दुरुपयोग ही करता है। इसी प्रकार गुरु भी पात्र ही होना चाहिए तभी उसे सच्चा ज्ञान प्राप्त हो सकता है।

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Celebrate World Students Day),विश्व छात्र दिवस को यादगार बनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Make International Students Day Memorable) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

3 Tips to Celebrate World Students Day

विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स
(3 Tips to Celebrate World Students Day)

3 Tips to Celebrate World Students Day

विश्व छात्र दिवस को मनाने की 3 टिप्स (3 Tips to Celebrate World Students Day)
के आधार पर आप 17 नवंबर को यादगार बना सकते हैं।
यों भारत में 14 नवंबर बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है।
अधिकांश बालक-बालिकाएं शिक्षा अर्जित करते ही हैं।

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