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Which subject to choose after 10th?

1.10वीं के बाद कौन-सा विषय चुनें का परिचय (Introduction to Which subject to choose after 10th?)-

  • 10वीं के बाद कौन-सा विषय चुने (Which subject to choose after 10th?) इसके बारे में विस्तार से बताया गया है।दसवीं के बाद कौन से विषय का चुनाव करें या दसवीं के बाद क्या करें? इस प्रकार के प्रश्न हर विद्यार्थी के मन में उठते रहते हैं।वे सोचते हैं की पढ़ाई जारी रखी जाए या कोई नौकरी की तलाश करें।कौन-सा विषय कैरियर के लिहाज से अच्छा है?कोई प्रोफेशनल कोर्स करें या ट्रेडिशनल पढ़ाई जारी रखी जाए।ये वो सवाल हैं जो दसवीं के बाद विद्यार्थी की मन में उठते रहते हैं।इस आर्टिकल में दिए गए टिप्स के आधार पर आपको इन सवालों का जवाब ढूंढने में आसानी होगी।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें ।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके ।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए ।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

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2.10वीं के बाद कौन-सा विषय चुने? (Which subject to choose after 10th?)-

  • यदि आपने नवी कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है या दसवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं तो आप यह अवश्य सोचते होंगे कि कौन सा विषय का चुनाव करें जिससे कि कैरियर में सफलता मिल सके।सामान्यतः 10वीं के बाद साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स इन तीन विकल्पों में से किसी एक ऐच्छिक विषय का चुनाव किया जा सकता है।इन तीन विषयों में से आपके लिए कौन-सा विषय बेहतर होगा इसके लिए हम विस्तार से चर्चा करेंगे।

3.विषय का चयन करना महत्वपूर्ण क्यों है?(Why is it important to choose a topic?)-

  • अध्ययन काल का समय जिंदगी का ऐसा हिस्सा होता है जिसका पूरी जिंदगी भर प्रभाव होता है। अर्थात् अध्ययनकाल या विद्यार्थीकाल जिंदगी का मूल आधार होता है।अध्ययन काल में लिए गए निर्णय से आपकी पूरी जिंदगी आबाद हो सकती है जबकि आप द्वारा लिए गए एक गलत निर्णय से पूरी जिंदगी बर्बाद हो सकती है।कक्षा 10 तक तो विद्यार्थी माता-पिता ,अभिभावक तथा शिक्षक के निर्देशानुसार अध्ययन करते हैं।परंतु दसवीं के बाद अपने कैरियर संबंधी विषय के चुनाव में विद्यार्थी की स्वयं की विचारधारा भी जुड़ी हुई रहती है।इसलिए दसवीं की परीक्षा देते ही उनके सामने यह सवाल खड़ा हो जाता है कि अब कौन-से विषय का चुनाव करें?

4.विषय को चुनने में बाधाएं (Constraints in choosing the subject)-

  • दसवीं कक्षा की परीक्षा देने के बाद विद्यार्थियों के पास इतना वक्त नहीं होता है कि वे कैरियर सम्बन्धी विषय का ठीक से चयन कर सकें।परीक्षा परिणाम आते ही उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश लेना होता है।इसलिए उन्हें ठीक से यह पता ही नहीं होता है कि उनके लिए कौन सा विषय उचित रहेगा।
  • इस उम्र में बहुत से बच्चों में निर्णय लेने की क्षमता का ठीक से विकास भी नहीं होता है। परिणामस्वरूप वे माता-पिता, अभिभावक, शिक्षक तथा अपने मित्रों की सलाह पर निर्भर हो जाते हैं।वे ठीक से यह जान-समझ भी नहीं पाते हैं कि वे क्या कर सकते हैं, उनकी क्षमताएं क्या है ,इसी उहापोह में वे ऐसा निर्णय भी कर लेते हैं जो उनकी पसंद का नहीं होता है।

5.अपनी रुचि व क्षमता के अनुसार विषय का चयन करें (Select the topic according to your interest and ability)-

  • 10वीं के बाद विषय कौन-सा विषय चुने (Which subject to choose after 10th?), तो हम बता दें कि इसमें आपके पास कई विकल्प होते हैं। चाहें तो आप डिप्लोमा कर सकते हैं या 12वीं की पढ़ाई के लिए विषय का चयन कर सकते हैं।
    हमने दसवीं के बाद वोकेशनल कोर्सेज आर्टिकल पोस्ट किया है।उससे आपको व्यावसायिक पाठ्यक्रम को चुनने में मदद मिल सकती है।
  • विषय का चयन करने में जल्दबाजी न करें बल्कि अपनी क्षमता व रुचि को पहचानें। उसके आधार पर एक सूची तैयार कर लें।तत्पश्चात उस सूची के आधार पर माता-पिता ,शिक्षक तथा मित्रों से परामर्श लें।

6.दसवीं के बाद कौन-सा विषय का चयन करें (Which subject to choose after 10th )-

  • 10वीं के बाद कौन-सा विषय चुनें ( Which subject to choose after 10th?),यदि यह प्रश्नआपके मन में है तो स्पष्ट है कि दसवीं के बाद तीन ऐच्छिक विषय हैं।इन तीन विषयों साइंस,कॉमर्स व आर्ट्स में से एक ऐच्छिक विषय को चुनने का विकल्प होता है।
  • अक्सर अधिकांश छात्रों,माता-पिता,अभिभावक व शिक्षकों का पसंदीदा विषय है साइंस है। हम सभी की मानसिकता यह हो गई है साइंस विषय लेकर पढ़ने वाले विद्यार्थी ज्यादा तेज ,बुद्धिमान और अव्वल होते हैं।वस्तुतः ऐसा नहीं है। लेकिन उपर्युक्त मानसिकता के कारण ही हम छात्रों की महत्त्वपूर्ण जिंदगी का गलत निर्णय ले लेते हैं। बिना रुचि व क्षमता के ही साइंस विषय का चयन कर लेते हैं।
  • यदि आप इंजीनियरिंग ,इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस ,मेडिकल जैसे क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं तो यह विषय तो अच्छे हैं परंतु आपको अपनी क्षमता व रुचि का ध्यान रखना होगा।
  • साइंस विषय को दो श्रेणियों में बांटा गया है।दोनों श्रेणी में भौतिकी तथा रसायन शास्त्र शामिल है।परंतु तीसरे विषय को चुनने का विकल्प हैं। तीसरा विषय गणित या बायोलॉजी में से कोई सा भी चुन सकते हैं।
  • (1.)पीसीएम(PCM)- ऐसे छात्र को इंजीनियरिंग ,इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस के लिए गणित से पढ़ाई करना जरूरी है।
  • (2.)पीसीबी(PCB)- ऐसे छात्र जो मेडिकल, एग्रीकल्चर के क्षेत्र में जाना चाहते हैं वो बायोलॉजी लेकर अपनी पढ़ाई करते हैं।
    इसके अलावा भाषा में आपको अंग्रेजी भी पढ़ना पड़ता है।इसके अलावा पांचवे विषय के रूप में कंप्यूटर ,फिजिकल एजुकेशन, म्यूजिक ,फाइन आर्ट आदि में से कोई एक विषय पढ़ना पड़ता है।
  • (3.)कॉमर्स या वाणिज्य(Commerce)-
    प्रत्येक छात्र की क्षमता व रुचि अलग-अलग होती है।जिन छात्रों की रुचि व्यवसाय में है अथवा जो छात्र व्यवसाय करना चाहते हैं ,उन छात्रों को कॉमर्स विषय लेना चाहिए। केरियर के विकल्प भी कॉमर्स में मौजूद हैं जैसे चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी ,होटल मैनेजमेंट आदि ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें छात्र अपना कैरियर बना सकते हैं।
  • जो छात्र सामान्य स्तर के है अर्थात् जिन्होंने 60% अंकों के साथ दसवीं परीक्षा उत्तीर्ण की है वे छात्र कॉमर्स का चयन कर सकते हैं।
    कॉमर्स में तीन विषय है- अकाउंटेंसी (Accountancy), इकोनॉमिक्स (Economics),तथा बिजनेस स्टडी (Business Studies)।
  • अकाउंटेंसी (Accountancy)-इस विषय में आपको हिसाब किताब अर्थात् लेखा रखने से संबंधित बातें सिखाई जाती हैं।
    इकोनॉमिक्स(Economics)- विषय के अंतर्गत आर्थिक संरचना ,उनकी विशेषताएं जानने और समझने का अवसर मिलता है।क्रय-विक्रय के नियम ,लाभ-हानि इत्यादि के बारे में इसके अंतर्गत सीख सकते हैं।
  • बिजनेस स्टडीज(Business Studies)-इसमे व्यवसाय से संबंधित कौशल व जानकारी का ज्ञान कराया जाता है।
    (4.)आर्ट्स या कला( Arts)-आर्ट्स या कला में बहुत से विषय शामिल है।हालांकि छात्र ,माता-पिता ,अभिभावक तथा शिक्षक आर्ट्स विषय को कैरियर के लिए सबसे कम आंकते हैं परंतु आर्ट्स में भी असीम संभावनाएं हैं।अब धीरे-धीरे लोगों की मानसिकता परिवर्तित हो रही है।अब बहुत से छात्र आर्ट्स विषय को पढ़ना पसंद करने लगे हैं।
  • आर्ट्स में यों तो बहुत से विषय हैं परंतु मुख्य विषय हैं- साहित्य, इतिहास ,भूगोल ,राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र मनोविज्ञान ,दर्शन,होम साइंस आदि।
  • यदि आप मीडिया, साहित्य, पत्रकारिता, राजनीति ,अर्थशास्त्र ,मनोविज्ञान, शोध के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो यह आपके लिए अच्छा है।
  • आर्ट्स या कला के छात्र पत्रकार ,वकील ,विश्लेषक ,शोध राजनीतिज्ञ, शिक्षक, प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं देकर सफल हो रहे हैं।प्रशासनिक सेवाओं में भी इस विषय से काफी अभ्यर्थियों का चयन होता है।आर्ट्स के विषयों का विवरण निम्न है-
  • इतिहास (History)-दसवीं तक सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत इस विषय को पढ़ा जाता है।दसवीं के बाद अलग विषय के रूप में इतिहास से संबंधित बातों को पढ़ना पड़ता है ।
  • भूगोल (Geography)-10वीं तक यह भी सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत पढ़ा जाता है। दसवीं के बाद अलग विषय के रूप में पर्यावरण ,जलवायु, प्रकृति ,खनिज संपदा ,आपदा प्रबंधन आदि के बारे में बताया जाता है।
  • राजनीति विज्ञान(Political science)- राजनीति विज्ञान के अंतर्गत भारतीय प्रशासन, संरचना, कानून, संविधान से संबंधित बातें होती है।
  • अर्थशास्त्र (Economics)-इस विषय के अंतर्गत आर्थिक संरचना ,उनकी विशेषताओं को जानने और समझने का अवसर मिलता है।
  • सायकोलॉजी(Psychology)- विषय में मानव के व्यवहारों और उसकी मनोदशा के बारे में समझने में मदद मिलती है।
  • दर्शन (Philosophy)-इसमें भारतीय तथा पाश्चात्य दर्शन, जीव,जगत, आत्मा ,परमात्मा तथा जीवन को अच्छा बनाने का मार्गदर्शन मिलता है।जीवन के चारों पुरुषार्थ- धर्म, अर्थ ,काम तथा मोक्ष के बारे में जाना व समझा जाता है। सुख व शांति से कैसे रहें ?तनाव व चिंता से मुक्त कैसे रहे? धर्म क्या है? इत्यादि बातों को जानने में मदद मिलती है।
  • इसके अलावा हिंदी ,अंग्रेजी, संस्कृत साहित्य भी 10वीं के बाद विषय चुने जा सकते हैं।इनके द्वारा आपकी भाषा पर पकड़ मजबूत होती है तथा भाषा को शुद्ध बोलना और लिखना सीख सकते हैं।

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7.दसवीं के बाद डिप्लोमा अर्थात पॉलिटेक्निक या आईटीआई कोर्सेज (Diploma ie Polytechnic or ITI courses after tenth)-

  • यदि आप आगे ट्रेडिशनल अध्ययन नहीं करना चाहते हैं तो दसवीं के बाद डिप्लोमा या आईटीआई कोर्सेज भी कर सकते हैं।
  • (1.)पॉलिटेक्निक( Polytechnic)-पाॅलिटेक्निक के द्वारा आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना कैरियर बना केरियर बना सकते हैं।
    पॉलिटेक्निक के बाद आप चाहे तो बी टेक(BTech) इंजीनियरिंग भी कर सकते हैं और अच्छा जाॅब प्राप्त कर सकते हैं।
    पॉलिटेक्निक में मुख्यतः फैशन डिजाइनिंग ,कंप्यूटर हार्डवेयर ,ऑटोमोबाइल सेक्टर ,मैकेनिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा भी ढेरों कोर्स हैं जिनके माध्यम से आप अपना कैरियर बना सकते हैं।
  • (2.)आईटीआई (ITI)-औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से आप इलेक्ट्रीशियन ,वेल्डर ,फिटर ,कारपेंटर, मैकेनिक, स्टेनो ,कंप्यूटर ,हार्डवेयर इत्यादि का कोर्स कर सकते हैं।
  • डिप्लोमा अर्थात् पॉलिटेक्निक के बजाय आईटीआई को कम समय में किया जा सकता है ।परंतु पॉलिटेक्निक के द्वारा बी टेक किया जा सकता है और जॉब में भी पॉलिटेक्निक वाले को वरीयता दी जाती है।
  • इसके अलावा भी डिप्लोमा अर्थात् पॉलिटेक्निक तथा आईटीआई में कंप्यूटर तथा अन्य क्षेत्रों से संबंधित कोर्सेज किए जा सकते हैं।हमने मुख्य-मुख्य कोर्सेज का वर्णन किया है।इन कोर्सेज को करके आप आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

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8.निष्कर्ष(Conclusion)-

  • इस आर्टिकल में हमने 10वीं के बाद कौन-सा विषय चुने (Which subject to choose after 10th?), का वर्णन किया है जिसके आधार पर आप अपने कैरियर संबंधी निर्णय ले सकते हैं।
  • हमने दसवीं के बाद वोकेशनल कोर्स तथा कैरियर संबंधी निर्णय के दो आर्टिकल पोस्ट किए हैं ।आपको उन आर्टिकल का अध्ययन भी करना चाहिए।
  • अपनी क्षमताओं तथा कमजोरियों को पहचानते हुए अपने माता-पिता ,शिक्षकों तथा मित्रों से भी परामर्श लेना चाहिए।
    यदि इन आर्टिकल को पढ़ने के बाद तथा इन सुझावों को अमल करने के बाद भी आप द्वारा 10वीं के कौन-सा बाद विषय चुनें ( Which subject to choose after 10th?),का निर्णय नहीं ले सकते हैं तो हमें कमेंट करके बताएं।हम आपकी मदद करने का प्रयास करेंगे।हम आपकी कठिनाई या प्रश्न का सटीक उत्तर देने की कोशिश करेंगे।
  • हमने इस आर्टिकल में 10वीं के बाद कौन-सा विषय चुने (Which subject to choose after 10th?) में चुने जा सकने वाले विषयों के बारे में जाना। इस आर्टिकल तथा अन्य दो आर्टिकल को पढ़कर आप दसवीं के बाद विषय चुने जा सकने के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। उपर्युक्त आर्टिकल में दी गई जानकारी के आधार पर अब आप आसानी से 10वीं के बाद कौन-सा विषय चुने (Which subject to choose after 10th?), का निर्णय कर सकेंगे
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