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What are Some Strengths in Math?

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2 (1.)गणित के अध्ययन से मानसिक शक्तियों का विकास (Developing Mental Powers Through the Study of Mathematics):

1.गणित में कुछ शक्ति क्या हैं? (What are Some Strengths in Math?):

  • What are Some Strengths in Math?:गणित में कुछ शक्ति क्या हैं (What are Some Strengths in Math?) से तात्पर्य है कि गणित का अध्ययन करने से हमारे अन्दर किस प्रकार की शक्तियों अर्थात् गुणों का विकास होता है।दूसरा अर्थ यह है कि गणित की कौनसी क्रियाएं हैं जिनका हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होता है।उन क्रियाओं के बिना हमारा दैनिक जीवन संचालित नहीं हो सकता है।तीसरा अर्थ इस प्रकार से हो सकता है कि हमारा करियर में कौनसा लक्ष्य है जिसमें गणित की आवश्यकता होती है।
  • गणित के अध्ययन से इस प्रकार की मानसिक शक्तियों का विकास होता है जो दूसरे विषयों के अध्ययन से सम्भव नहीं है।
    नीचे आर्टिकल में गणित में कुछ शक्ति क्या हैं? (What are Some Strengths in Math?) के बारे में बताया गया है।

(1.)गणित के अध्ययन से मानसिक शक्तियों का विकास (Developing Mental Powers Through the Study of Mathematics):

  • (1.)गणित शिक्षण से विद्यार्थियों में अनेक मानसिक और अनुशासनात्मक गुणों का विकास होता है.इसके अध्ययन से छात्र-छात्राओं में तर्क शक्ति,चिन्तन,वाद-विवाद,पक्ष-विपक्ष में अपनी बात रखना,सत्य का अन्वेषण करना,निर्णय लेना, क्रमबद्ध अध्ययन,कठिन परिश्रम करने की क्षमता,समय का पालन करना,गम्भीरता,धैर्य आदि गुणों का विकास होता है.
  • (2.)गणित के अध्ययन से छात्र-छात्राओं में ध्यान,धारणा, एकाग्रता की शक्ति का विकास होता है क्योंकि विद्यार्थी गणित के प्रश्नों को हल करने के प्रति समर्पित होता जाता है तो उसमें अनजाने में ही एकाग्रता,ध्यान जैसे गुणों का विकास हो जाता है जिसे बड़े-बड़े ऋषि-मुनि बहुत तपस्या करके अर्जित करते हैं।गणित की समस्याओं का हल करना और बार-बार अभ्यास करना,कठिन से कठिन प्रश्नों को हल करना भी एक तपस्या ही है और तप से ही ध्यान और एकाग्रता जैसे गुण अर्जित होते हैं.
  • (3.)गणित से विवेक तथा कल्पना शक्ति भी जाग्रत होती है. गणित को हल करने में कल्पना शक्ति का सहारा लेना पड़ता है इसमें कई तरह की कल्पना की जाती है परन्तु विशेष समस्या को हल करने के लिए कौनसी कल्पना उपयुक्त हो सकती है इसके लिए विवेक की आवश्यकता होती है.इससे विद्यार्थी में गणित के द्वारा विवेक और कल्पना शक्ति का विकास होता है.
  • (4.)गणित के सतत अभ्यास और अध्ययन से विद्यार्थियों में आत्म-विश्वास अर्थात् अपने आपको पहचानने,अपनी छिपी हुई प्रतिभा और शक्तियों को पहचानकर उन्हें प्रकट करने में सहयोग मिलता है.ज्यों ज्यों विद्यार्थी का आत्मविश्वास अर्थात् अपनी आत्मशक्ति,अपनी छिपी हुई योग्यता प्रकट होती जाती है त्यों त्यों उसे बाहरी सहायता जैसे पुस्तकीय ज्ञान तथा शिक्षकों पर निर्भरता कम होती जाती है तथा स्वयं के चिन्तन एवं मनन पर विश्वास बढ़ता जाता है,अपनी सोई हुई आत्म-शक्ति जाग्रत होती जाती है.
  • (5.)गणित के अध्ययन से कठिन परिश्रम और क्रमबद्धता का विकास होता है क्योंकि गणित को केवल परीक्षा के दिनों में रटकर पास करना मुश्किल है.अतः विद्यार्थी सत्र के आरम्भ से ही गणित में कठिन परिश्रम तथा नियमित अध्ययन करता है और इन्हीं गुणों के कारण गणित पर अच्छी पकड़ हो सकती है अर्थात् गणित का गहरा ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है.
  • (6.)गणित से विद्यार्थी चरित्रवान और अध्यवसायी बनता है.दरअसल झूठ,पाखंड,आलस्य,बेईमानी जैसे दुर्गुण विद्यार्थी में तभी प्रवेश करते हैं जब कि उसके पास फालतू समय होता है और फालतू समय को वह बुरे मनुष्यों के साथ व्यतीत करता है।गणित के विद्यार्थियों के पास हमेशा समय की कमी रहती है.जो भी समय रहता है उसे अध्ययन करने,सत्य का अन्वेषण और गणित पर अच्छा अधिकार रखने में व्यतीत करता है.इस प्रकार उसमें स्वत: ही चारित्रिक,अध्ययनशील,सत्यनिष्ठ जैसे मानवीय गुणों का विकास होता है.
  • (7.)गणित के विद्यार्थी में सादगी,सरलता का प्रवेश हो जाता है.दरअसल अच्छे कार्य को कठिन परिश्रम से करने पर उसमें सरलता व सादगी जैसे गुणों का विकास होता है. कठिन परिश्रम और कठिन समस्याएं मनुष्य को विनम्र व सरल बना देती हैं क्योंकि ज्यों-ज्यों हम कठिन समस्याओं को हल करते हैं तो हमारे अन्दर अहंकार मिटता जाता है और हम समझते हैं कि अभी तो मैंने बहुत कम ज्ञान प्राप्त किया है,सीखा है.गणित का ज्ञान तो अथाह समुद्र हैं और उसमें गोते लगाते हैं तो उससे सरलता,सादगी और विनम्रता जैसे गुणों का विकास होता जाता है और हमारा अहंकार कम होता जाता है.
  • (8.)मानसिक और बौद्धिक शक्ति का विकास:गणित की समस्याओं को हल करने के लिए विद्यार्थी को मस्तिष्क का प्रयोग करना पड़ता है.ज्यों-ज्यों विद्यार्थी समस्याओं को हल करता है उसमें जिज्ञासा और लगन बढ़ती जाती है.नई–नई समस्याओं और कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान करने से विद्यार्थी की मानसिक और बौद्धिक शक्ति का विकास होता हैं.परन्तु इसके लिए उसमें लगन व उत्साह का होना आवश्यक होता है.जब वह किसी समस्या को हल करने में असफल हो जाता है तथा बार-बार उसे हल करने का प्रयास करता है और इस सूत्र को याद रखता है “Try and Try again you will success at last” अर्थात् चरेवेति चरेवेति यानि आगे बढ़ते रहो तो इससे विद्यार्थी में मानसिक और बौद्धिक शक्ति का विकास होता.
  • (9.) समीचीन तर्क:अपने लक्ष्य पर पहुंचने के लिए अर्थात् समस्या का सही हल प्राप्त करने के लिए विद्यार्थी को प्रत्येक पद के औचित्य के बारे में विचार करना आवश्यक होता है।गणित में अपनी कमी को विद्यार्थी शब्दाडम्बर या भाषा के जाल द्वारा छिपा नहीं सकता है।उसे सही हल ज्ञात करने के लिए सही स्टेप्स का उपयोग करना पड़ेगा अन्यथा वह सही उत्तर प्राप्त करने में असमर्थ रहेगा।
    उपर्युक्त गुणों के अलावा कुछ ओर गुणों का भी विद्यार्थी के व्यक्तित्व में विकास होता है जो गणित की शक्ति (What are Some Strengths in Math?) के द्योतक है।
  • (i)रटने में अविश्वास।
  • (ii)चिंतन का परिष्कृत होना।
    कथनों में शुद्धि एवं परिकल्पनाओं की तर्क संगतता में आस्था।
  • (iii)सत्य और असत्य का निर्णय करने की योग्यता का विकास।
  • (iv)शीघ्रता से समझने तथा तथ्यों का विवेचन करने की क्षमता का विकास।
  • (v)आदतों में नियमितता।
  • (vi)स्मृति का विकास।
  • (vii)निष्कर्षों के सत्यापन के प्रति विश्वास।
  • (viii)स्पष्टता एवं परिशुद्धता का विकास।
  • (ix)क्रियात्मकता एवं कल्पना का समन्वय।
  • (x)कार्य विधि के चयन में पारदर्शिता।
  • गणित के अध्ययन से उपर्युक्त गुणों एवं अन्य शक्तियों (What are Some Strengths in Math?) का विद्यार्थी में विकास होता है।आज के युग में विचारों की शुद्धता,स्पष्टता एवं क्रमबद्धता का होना आवश्यक है।गणित का एक अच्छा विद्यार्थी कपट,झूँठ,धोखा एवं आडंबर को पसंद नहीं करता।चरित्र-निर्माण एवं मानसिक अनुशासन के लिए गणित एक सर्वश्रेष्ठ विषय है।गणित एवं दर्शनशास्त्र में घनिष्ठ संबंध है।संसार के प्रसिद्ध गणितज्ञ दर्शनशास्त्री भी हुए हैं।बर्ट्रेंड रसैल,आइंस्टीन आदि गणितज्ञ दर्शनशास्त्री भी थे।इस विषय के अध्ययन से सूक्ष्म निरीक्षण की आदत का निर्माण होता है तथा यही आदत व्यक्ति को संसार के अनेक गूढ़ तत्वों के बारे में चिंतन करने की ओर अग्रसर करती है तथा दर्शनशास्त्र के क्षेत्र में रुचि उत्पन्न करती है।
    उपर्युक्त विवरण के आधार पर आप गणित में कुछ शक्ति क्या हैं (What are Some Strengths in Math),को समझ सकते हैं।
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(2.)दैनिक जीवन में गणित की कुछ शक्ति क्या है (What are Some Strengths in Math in Daily Life):

  • What are Some Strengths in Math?:दैनिक जीवन में गणित का हरक्षेत्र में,हर छोटे-छोटे कार्यों में जैसे बाजार में कोई वस्तु के क्रय विक्रय करने,बस किराया चुकाने,मजदूरी चुकाने,दूध का हिसाब करने,रसोईघर के सामान को खरीदने,ब्याज की गणना,पुस्तकें खरीदते समय बट्टा का हिसाब लगाने,वस्तुओं के खरीदने बेचने में लाभ-हानि की गणना करने में हर कहीं गणना करने की आवश्यकता होती है.
  • दैनिक जीवन में भी गणित का अधिकाधिक प्रयोग होने लगा है।प्रत्येक जीवन का क्षण गणित के किसी न किसी प्रकार गणित के नियमों,सिद्धान्तों तथा प्रक्रियाओं का प्रयोग करते हैं।प्रत्येक व्यक्ति को समाज का एक उपयोगी अंग सिद्ध होने के लिए और अपने जीवन में सफल होने के लिए गणित का सामान्य ज्ञान होना चाहिए।इसके बिना दैनिक जीवन में पग-पग पर कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।जब हम बाजार से सब्जी या अन्य कोई वस्तु खरीदने जाते हैं तो गणित के सामान्य ज्ञान के बिना हमें भाव निश्चित करने में तथा कीमत की गणना करने में असुविधा होगी।घर का बजट बनाते समय,आय और मजदूरी फलाते समय, वस्तुओं को तोलते समय,घड़ी में समय देखते हुए,रेलगाड़ी के आने के वक्त की जानकारी देते हुए,बस का किराया देकर बाकी के पैसे लेते हुए,लिफाफे पर टिकट लगाते समय,तारघर में तार देते समय यानी प्रत्येक स्थल पर गणित का उपयोग करना पड़ता है।
  • जीवन में शायद ही कोई ऐसा धन्धा है जिसमें कम या अधिक मात्रा में गणित का उपयोग न होता हो।दर्जी को कपड़ा माप के अनुसार काटना पड़ता है,हलवाई को अपने काम में अनुपात,औसत आदि का प्रयोग करना पड़ता है,दूध बेचने वाले को लीटर आदि को काम में लेना पड़ता है,पंसारी को तोलने के विभिन्न बाटों का उपयोग करना पड़ता है।ओवरसियर एवं इंजीनियर को क्षेत्रफल,आयतन आदि की गणना करनी पड़ती है।खिलाड़ी को स्कोर का ध्यान रखना पड़ता है।डाॅक्टर को रोगी की आयु आदि को ध्यान में रखकर आवश्यक मात्रा में औषधि देनी पड़ती है।
  • मजदूर को अपने कार्य तथा समय के हिसाब से मजदूरी की गणना करनी पड़ती है।खाती को लकड़ी की कोई वस्तु बनाते समय माप का पूरा ध्यान रखना पड़ता है।संक्षेप में यह कहा जा सकता है कि जीवन का कोई ऐसा पक्ष नहीं है जिसमें गणित की आवश्यकता न हो।यह भी कहा जा सकता है कि प्रत्येक धन्धे में गणित का अधिकाधिक प्रयोग होने लगा है।मशीनों एवं बिजली के प्रयोग से अनेक धन्धों में गणित का अनिवार्य रूप से प्रयोग होने लगा है।

(3.)गणित का करियर में आवश्यकता (Mathematics Career Requirement):

  • किसी भी क्षेत्र में काम करने वाले मनुष्य जैसे डाक्टर,वकील,इंजीनियर,व्यापारी,मजदूर, किसान,कंडक्टर,क्लर्क,व्याख्याता,शिक्षक,पटवारी, लेखपाल (एकाउन्टेन्ट) इत्यादि को कहीं न कहीं गणित के ज्ञान की आवश्यकता होती है.इस प्रकार हम कह सकते हैं कि आधुनिक युग में गणित ही मुख्य आधार है.
    यदि आपको बैंक में क्लर्क,पी.ओ.,पटवारी,अकाउंटेंट,इंस्पेक्टर,कांस्टेबल,क्लर्क,एसएससी सीजीएल इत्यादि प्रतियोगिता परीक्षाओं को पास करना हो या इंजीनियर को कैरियर के रूप में अपनाना हो तो प्रतियोगिता परीक्षा में अंकगणित,ज्यामिति,त्रिकोणमिति,सांख्यिकी, अवकलन गणित इत्यादि का ज्ञान होना आवश्यक है।गणित के ज्ञान के बिना आप इन प्रतियोगिता परीक्षाओं को उत्तीर्ण नहीं कर सकते हैं।

(4.)विज्ञान की प्रगति में गणित की शक्ति का योगदान (Contribution of the Power of Mathematics to the Progress of Science):

  • What are Some Strengths in Math?:आज के वैज्ञानिक युग में गणित के महत्त्व पर प्रकाश डालना सूर्य को दीपक दिखाना है।गणित ही विज्ञान की जननी है तथा गणित की सहायता के बिना विज्ञान में प्रगति सम्भव नहीं है।वर्तमान में जितनी भौतिक प्रगति हम देखते हैं वह सब विज्ञान एवं गणित की ही देन है।गणित के बिना विज्ञान पंगु हो जाता है।तथ्यों का अध्ययन,संकलन तथा विवेचन गणित के सिद्धान्तों की सहायता से किया जाता है। तथ्यों में परस्पर सम्बन्ध स्थापित कर नये सिद्धान्तों को जन्म गणित की मदद से किया जाता है।भौतिक विज्ञान की प्रगति में गणित का महत्त्वपूर्ण हाथ है तथा जैविक विज्ञानों के विकास में इसका अधिकाधिक प्रयोग किया जाता है। स्वचालन विज्ञान और साइबरनैटिक्स के आगमन से गणित अध्ययन पर विशेष ध्यान देना और भी आवश्यक हो गया है।
  • मनुष्य का चाँद पर पहुँचना इस शताब्दी की एक महत्त्वपूर्ण घटना है।चाँद की पृथ्वी से दूरी,राकेट की गति में विभिन्न बाधाएँ,ताप का प्रभाव,पृथ्वी की आकर्षण शक्ति का राकेट की गति पर प्रभाव,राकेट के चाँद पर पहुँचने का समय आदि की गणना,गणित की सहायता से ही सम्भव हो सकीं है।गणित की सहायता के बिना राकेट सम्बन्धी कोई भी गणना नहीं की जा सकती है।विज्ञान को व्यावहारिक बनाने में गणित का प्रमुख हाथ है।मंगल और शुक्र ग्रह पर भी पहुँचने की योजना में गणित का उपयोग आवश्यक है तथा निकट भविष्य में मनुष्य चन्द्रमा की तरह अन्य ग्रहों पर भी पहुँच सकेगा।प्रकृति के विभिन्न तथ्यों को संख्यात्मक स्वरूप देना गणित के द्वारा ही सम्भव है।चन्द्रमा से प्राप्त अनेक तथ्यों एवं आँकड़ों का मूल्यांकन गणित की सहायता से किया गया है तथा धीरे-धीरे हमें मूल्यांकन के निष्कर्षों से चन्द्रमा एवं वहाँ के वायुमंडल के बारे में अनेक नवीन बातों की जानकारी मिली है।
  • विज्ञान की जितनी भी खोजें हुई हैं जैसे भाप का इंजन,कंप्यूटर,टेलीफोन,हवाई जहाज इत्यादि जितनी भी खोजें हुई है और उन अत्याधुनिक सुविधाओं का हम उपभोग कर रहें हैं उनमें गणित (What are Some Strengths in Math?) का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है.भावी संसार की रूपरेखा एवं निर्माण गणित के बिना असम्भव है।
  • उपर्युक्त समस्त विवरण के आधार पर गणित में कुछ शक्ति क्या हैं (What are Some Strengths in Math) ही नहीं बल्कि गणित की अपार शक्ति का अन्दाजा लगा सकते हैं।

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(5.)मुख्य बातें (HIGHLIGHTS of What are Some Strengths in Math):

  • (i)विश्व के नागरिकों को निकट लाने में तथा समाज के उत्कर्ष में गणित की एक उपयोगी भूमिका रही है।
  • (ii)समाज की आर्थिक प्रगति तकनीकी ज्ञान के प्रयोग पर निर्भर करती है।
  • (iii)वैज्ञानिकों तथा गणितज्ञों के आविष्कारों को समझने के लिए गणित का ज्ञान आवश्यक है।
  • (iv)रेडियो,टेलीविजन,कम्प्यूटर,फिल्में,राकेट, हवाई-जहाज,कार,पुल,अनेक मंजिलों की इमारतें,पंखें,सड़कें,पानी के जहाज,विज्ञान के उपकरण आदि की उपलब्धि गणित के कारण ही सम्भव हो सकी है। जिसके कारण हमें जीवन में आनन्द,सुख और समृद्धि उपलब्ध हो सकी है।
  • (v)आगे आने वाले समय में गणित के अधिकाधिक उपयोग के कारण जन-जीवन में ओर भी अधिक समृद्धि की अपेक्षा की जानी चाहिए।
  • (vi)ज्योतिष,भूगोल,वाणिज्य,अर्थशास्त्र,इंजीनियरिंग आदि के अध्ययन में गणित का ज्ञान आवश्यक है।इन विषयों में नवीन प्रगति गणित के ज्ञान के उपयोग से की जा रही है। यह देखने में आ रहा है कि इन विषयों में विषय-सामग्री का विवेचन गणित की सहायता से अधिक बोधगम्य हो गया है।
  • (vii)वर्तमान में जितनी भौतिक प्रगति हम देख रहे हैं, वह सब गणित और विज्ञान की ही देन है।
  • (viii)इस प्रकार कहा जा सकता है कि गणित विज्ञान की आत्मा है।

2.गणित में कुछ शक्ति क्या हैं? (What are Some Strengths in Math?) के सम्बन्ध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.गणित के छात्र के रूप में ताकत क्या हैं? (What are strengths as a math student?)[What are Some Strengths in Math?]:

उत्तर:अच्छी अवधारण (good retention) के साथ गणितीय अवधारणाओं (mathematical concepts) और रणनीतियों (strategies) को जल्दी से समझ लें और गणितीय अवधारणाओं को सामग्री क्षेत्रों (content areas) और वास्तविक जीवन स्थितियों के भीतर और उससे संबंधित करने के लिए।एकाधिक और/या वैकल्पिक समाधानों के साथ समस्याओं को हल करें।आत्म-आश्वासन के साथ गणित का प्रयोग करें।गणितीय अवधारणाओं और रणनीतियों के साथ जोखिम उठाएं (take risks)।

प्रश्न:2.गणित में शक्ति का क्या अर्थ है? (What does strength mean in math?)[What are Some Strengths in Math?]:

उत्तर:औपचारिक तर्क की दो प्रणालियों की सापेक्ष शक्ति को मॉडल सिद्धांत के माध्यम से परिभाषित किया जा सकता है।विशेष रूप से,एक तर्क को तर्क के रूप में उतना ही मजबूत कहा जाता है यदि प्रत्येक प्राथमिक वर्ग (elementary class) में एक प्राथमिक वर्ग (elementary class in) है।

प्रश्न:3.हमारी आधुनिक दुनिया में गणित की ताकत क्या है? (What are the strengths of mathematics in our modern world?):

उत्तर:गणित हमारे जीवन को व्यवस्थित बनाता है और अराजकता को रोकता (prevents chaos) है।कुछ गुण जो गणित द्वारा पोषित होते हैं,वे हैं तर्क शक्ति (power of reasoning),रचनात्मकता (creativity),अमूर्त (abstract) या स्थानिक सोच (spatial thinking),आलोचनात्मक सोच (critical thinking),समस्या को सुलझाने की क्षमता (problem-solving ability) और यहां तक ​​कि प्रभावी संचार कौशल (effective communication skills)।

प्रश्न:4.छात्र शक्ति उदाहरण क्या हैं? (What are student strengths examples?):

उत्तर:ताकत में कौशल (skills),गुण (qualities) और व्यक्तिगत विशेषताएं (personal characteristics) शामिल हो सकती हैं:
रचनात्मकता (Creativity)।
उत्साह (Enthusiasm)।
ईमानदारी (Honesty)।
हास्य (Humor)।
दयालुता (Kindness)।
नेतृत्व (Leadership)।
सुनना (Listening)।
गणित (Math)।

प्रश्न:5.ताकत के उदाहरण क्या हैं? (What are examples of strengths?):

उत्तर:आपके द्वारा उल्लेख की जा सकने वाली शक्तियों के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:
उत्साह (Enthusiasm)।
विश्वसनीयता (Trustworthiness)।
रचनात्मकता (Creativity)।
अनुशासन (Discipline)।
धैर्य (Patience)।
सम्मान (Respectfulness)।
दृढ़ निश्चय (Determination)।
समर्पण (Dedication)।

प्रश्न:6.स्कूल सबसे बड़ी ताकत क्या हैं? (What are the schools greatest strengths?):

उत्तर:पाँच सामान्य गुण हैं जो एक प्रभावी विद्यालय का निर्माण करते हैं।
नेतृत्व (Leadership)।पहली विशेषता गुणवत्ता नेतृत्व है।
बहुत ज़्यादा उम्मीदें (High Expectations)।दूसरी विशेषता छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों से भी उच्च अपेक्षाएँ रखना है।
चल रहा मूल्यांकन (Ongoing Evaluation)।
लक्ष्य और दिशा (Goals and Direction)।
सुरक्षित और व्यवस्थित (Secure and Organized)।

प्रश्न:7.शक्ति* से आप क्या समझते हैं? (What do you mean by strength *?):

उत्तर:(1.)मजबूत होने का गुण या स्थिति (the quality or state of being strong):परिश्रम या धीरज की क्षमता (capacity for exertion or endurance)।
(2.)बल का विरोध करने की शक्ति (power to resist force): दृढ़ता (solidity),कठोरता (toughness)।

प्रश्न:8.छात्र शक्ति के लिए मुझे क्या लिखना चाहिए? (What should I write for student strengths?):

उत्तर:ताकत
लिखने में आनंद आता है और लिखित गतिविधियों के लिए अनुकूल प्रतिक्रिया देता है (Enjoys writing and responds favorably to written activities)।
लिखित कार्य हमेशा सुपाठ्य होता है।
बोर्ड,मौखिक या चार्ट पेपर से निर्देशों की प्रतिलिपि बनाने में सक्षम है।
लिखित कार्यों (assignments) को पूरा करता है।
लिखित कार्य सुव्यवस्थित (well organized) है।
विराम चिह्न और व्याकरण ग्रेड उपयुक्त (grade appropriate) है।
लिखित विचार एक तार्किक क्रम (logical sequence) का पालन करते हैं।

प्रश्न:9.छात्रों के लिए आपकी ताकत के उदाहरण उत्तर क्या हैं? (What are your strengths examples answers for students?):

उत्तर:यहां ताकत के कुछ उदाहरण दिए गए हैं जिनका आप उल्लेख कर सकते हैं।
उत्साह (Enthusiasm)।
रचनात्मक सोच (Creative thinking)।
कार्य प्राथमिकता (Task prioritization)।
अनुशासन (Discipline)।
दृढ़ निश्चय (Determination)।
विश्लेषणात्मक सोच (Analytical thinking)।
संचार कौशल (Communication skills)।
समर्पण (Dedication)।

प्रश्न:10.छात्र अपनी ताकत की पहचान कैसे कर सकते हैं? (How can students identify their strengths?):

उत्तर:छात्रों की आत्म-जागरूकता (Self-Awareness) बढ़ाने के लिए 3 कदम: ताकत और चुनौतियों की पहचान
क्या छात्रों ने एक व्यक्तिगत सूची पूरी की है।
छात्रों को उनकी ताकत के आधार पर लक्ष्य निर्धारित करने में मदद करें।
फीडबैक प्रदान करते समय छात्रों की ताकत का संदर्भ लें (Refer back to students’) और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रगति पर नियमित रूप से जांच करें।

प्रश्न:11.सकारात्मक ताकत क्या हैं? (What are positive strengths?):

उत्तर:इनमें ज्ञान (knowledge),दक्षता (proficiencies),कौशल (skills) और प्रतिभा (talents) शामिल हैं।लोग अपने गुणों और क्षमताओं का उपयोग काम पूरा करने,दूसरों के साथ संबंध बनाने और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए करते हैं।
साथ ही,एक अच्छा रेज़्यूमे मुख्य शक्तियों और कौशलों पर निर्मित होता है।

प्रश्न:12.मैं अपनी ताकत की पहचान कैसे करूं? (How do I identify my strengths?),काम पर अपनी ताकत की पहचान कैसे करें? (How to identify your strengths at work?):

उत्तर:प्रतिक्रिया सुनें।
अपने जुनून (passions) पर विचार करें।
ध्यान दें कि आप सबसे अधिक उत्पादक (productive) कब हैं।
दूसरों से सीधे पूछें (Ask others directly)।
एक व्यक्तित्व परीक्षण लें।
नए अनुभवों की तलाश करें (Seek out new experiences)।

प्रश्न:13.ताकत के 4 प्रकार क्या हैं? (What are the 4 types of strength?):

उत्तर:4 प्रकार की शक्ति को समझना
निरपेक्ष शक्ति (Absolute Strength)।
ताकत की क्षमता (Relative Strength)।
शक्ति या विस्फोटक शक्ति (Power or Explosive Strength)।
शक्ति सहनशक्ति (Strength Endurance)।
ताकत के 4 प्रकार को समझना |इनविक्टस फिटनेस-क्रॉसफिट

प्रश्न:14.ताकत के 3 प्रकार क्या हैं? (What are the 3 types of strength?):

उत्तर:हालांकि ताकत कई प्रकार की होती है,लेकिन मांसपेशियों की ताकत (muscle strength) केवल 3 प्रकार की होती है।ये संकेंद्रित शक्ति (concentric strength),विलक्षण शक्ति (eccentric strength) और स्थिर शक्ति (static strength) हैं।

प्रश्न:15.एक छात्र की कमजोरी क्या है? (What is the weakness of a student?):

उत्तर:शिक्षाविदों से संबंधित कमजोरियों के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं: कोर्सवर्क (Coursework) (एक विशेष पाठ्यक्रम जिसमें आपने संघर्ष किया) निबंध लेखन (Essay writing) (लेखन के अन्य रूपों में अपनी ताकत पर जोर देना सुनिश्चित करें) परिसर में गतिविधियों में अत्यधिक शामिल होना (Being overly involved in on-campus activities) (यदि कोई छात्र या हाल ही में स्नातक)

प्रश्न:16.मैं अपने बच्चे की ताकत का वर्णन कैसे करूं? (How do I describe my child’s strengths?):

उत्तर:व्यक्तिगत ताकत दयालुता (kindness),जिज्ञासा (curiosity),रचनात्मकता (creativity), लचीलापन (resiliency),विचारशीलता (thoughtfulness) और सहानुभूति (empathy) जैसे सकारात्मक व्यक्तित्व लक्षण हैं।व्यक्तिगत ताकत आमतौर पर स्वाभाविक रूप से आती है।ताकत बढ़ाना (Enhancing strengths): व्यक्तिगत ताकत ज्यादातर अंदर से आती है,लेकिन आप सकारात्मक रोल मॉडल (positive role model) के रूप में कार्य करके इन शक्तियों को बढ़ा सकते हैं।

प्रश्न:17.आपके कैरियर के लक्ष्य क्या हैं? (What are your career goals?):

उत्तर:करियर लक्ष्य (Career goals) लक्ष्य (targets) हैं।आपके पेशेवर जीवन से जुड़ी चीजें,स्थिति,स्थितियां जिन्हें आपने हासिल करने का मन बना लिया है।वे अल्पकालिक हो सकते हैं,जैसे पदोन्नति (promotion) या प्रमाणन प्राप्त करना (certification) या वे दीर्घकालिक हो सकते हैं,जैसे अपना खुद का सफल व्यवसाय चलाना (successful business) या अपनी सपनों की कंपनी (your dream company) में कार्यकारी होना।

प्रश्न:18.मैं अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान कैसे करूं? (How do I identify my strengths and weaknesses?),अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान कैसे करें? (How to Identify Your Strengths and Weaknesses?):

उत्तर:सबसे पहले, दो सूचियां बनाएं।इससे पहले कि आप अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान करने में मदद के लिए किसी बाहरी स्रोत का उपयोग करें,मेरा सुझाव है कि आप दो सूचियां बनाने में लगभग 30 मिनट अकेले बिताएं।
उन लोगों से बात करें जिन पर आप भरोसा करते हैं (Talk to people you trust)।
एक व्यक्तित्व परीक्षण लें (Take a personality test)।
कुछ नया करो (Try new things)।

प्रश्न:19.व्यक्तिगत कौशल क्या हैं? (What are the personal skills?):

उत्तर:व्यक्तिगत कौशल को सॉफ्ट स्किल्स (soft skills) के रूप में पहचाना जाता है जिसे पढ़ाना आसान नहीं है (हालांकि असंभव नहीं है)।उन्हें पारस्परिक या ‘लोगों’ के कौशल के रूप में भी जाना जाता है।उदाहरणों में निर्भरता (dependability),अनुकूलनशीलता (adaptability),प्रेरणा (motivation),समस्या-समाधान (problem-solving) और विश्लेषणात्मक कौशल (analytical skills) शामिल हैं।

प्रश्न:20.मैं अपने कौशल की पहचान कैसे करूं? (How do I identify my skills?):

उत्तर’:छह आसान चरणों में अपने करियर कौशल का आकलन कैसे करें
अपनी नौकरी के विवरण पर विचार करें (Reflect on your job description)।
सॉफ्ट स्किल्स पर जीरो इन (Zero in on soft skills)।
अपने प्रदर्शन की समीक्षा देखें (Look at your performance reviews)।
अन्य लोगों से प्रतिक्रिया के लिए पूछें (Ask other people for feedback)।
एक ऑनलाइन व्यवहार परीक्षण लें (Take an online behavior test)।
अपने उद्योग में नौकरी पोस्टिंग देखें (Check out job postings in your industry)।
अपने रेज़्यूमे पर डबल डाउन करें (Double down on your resume)।
कौशल मूल्यांकन: अपना मूल्य खोजें |

प्रश्न:21.क्या निष्क्रियता एक प्रकार की शक्ति है? (Is passive a type of strength?):

उत्तर:निष्क्रिय लचीलापन (Passive flexibility) गति की वह सीमा है जिसमें कोई जोड़ तब आगे बढ़ सकता है जब कोई बाहरी बल उसे वहां जाने में मदद कर रहा हो।आमतौर पर आपका निष्क्रिय लचीलापन आपके सक्रिय लचीलेपन (active flexibility) से बड़ा होता है।अपनी गतिशीलता पर काम करना एक प्रकार का शक्ति प्रशिक्षण है जहां आप केवल गति की अपनी अंतिम सीमा पर मजबूत बनने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

प्रश्न:22.मुख्य ताकत क्या हैं? (What are core strengths?):

उत्तर:मुख्य शक्तियों के तीन क्षेत्र
मुख्य ताकत आम तौर पर खेल (play),व्यक्तिगत और काम (personal and work) के तीन प्रमुख क्षेत्रों में आती है।लेकिन इनमें से व्यक्तिगत क्षेत्र मौलिक है।इसमें आशावाद (optimism),उदारता (generosity),ऊर्जा (energy),सहानुभूति (empathy) या ईमानदारी (honesty) शामिल हो सकती है।इनमें आपके द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि की पृष्ठभूमि शामिल होती है।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा गणित में कुछ शक्ति क्या हैं? (What are Some Strengths in Math?) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।What are Some Strengths in Math?

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