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5Things to Keep in Mind in Finding Job

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2 9.जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातें (5Things to Keep in Mind in Finding Job),जाॅब के लिए कम्पनी चयन की टिप्स (Company Selection Tips for Job) के सम्बन्ध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1.जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातें (5Things to Keep in Mind in Finding Job),जाॅब के लिए कम्पनी चयन की टिप्स (Company Selection Tips for Job):

  • जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातों (5Things to Keep in Mind in Finding Job) के आधार पर आप परफेक्ट जॉब का चुनाव कर सकते हैं।परफेक्ट जॉब का तात्पर्य यह नहीं है कि आपको मोटी तनख्वाह और ऊंचा पद मिले। बल्कि परफेक्ट जाॅब से तात्पर्य है कि आपको उस जॉब को करने में संतुष्टि मिले तथा जो आपकी क्षमता,योग्यता के अनुरूप हो।जॉब केवल इसलिए नहीं किया जाता है जिससे आपकी आर्थिक आवश्यकताएं पूरी हो सके बल्कि उस जॉब को करने से आपकी प्रतिभा में निखार आता है तथा आप अपनी क्षमताओं,योग्यता और रूचि का पूरा-पूरा उपयोग कर पाते हैं।
  • कई अभ्यर्थी वेतन,ऊंचे पद के कारण जाॅब का चयन तो कर लेते हैं परंतु जाॅब के साथ न्याय नहीं कर पाते हैं।कुछ समय बाद ऐसे कैंडिडेट उस जॉब को करने में बोरियत महसूस करते हैं फलस्वरूप कंपनी में न तो आगे प्रमोशन मिलता है और न उनको उस पद पर परमानेंट नहीं किया जाता है। बल्कि हो सकता है उस जाॅब को छोड़ना भी पड़ जाए।
  • कुछ अभ्यर्थी अपनी योग्यता,क्षमता तथा रुचि को समझे बिना जॉब का चयन कर लेते हैं।बाद में जाॅब को करने से उन्हें न तो संतुष्टि मिलती है और तनावग्रस्त हो जाते हैं वह अलग।जॉब का तनाव उसकी घर-गृहस्थी को प्रभावित किए बिना नहीं रहता है।इस प्रकार के लोग जाॅब को मजबूरीवश करते-रहते हैं।
  • मनपसंद का जॉब मिलना कैंडिडेट के लिए सबसे बड़ी खुशी होती है।ऐसे लोगों के जीवन में संतुलन पाया जाता है।साथ ही वे अपने जॉब के साथ प्यार करते हैं।पूर्ण तन्मयता,एकाग्रता के साथ उसे पूरा करते हैं।मनपसंद जॉब उन्हें इस तरह से आकर्षित करता है जैसे चुंबक लोहे को आकर्षित करती है। निम्नलिखित टिप्स का ध्यान रखेंगे तो आप अपनी मनपसंद का जाॅब चुन सकते हैं:
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2.अपनी विशिष्टता को पहचाने (Recognize Your Uniqueness):

  • संसार में हर व्यक्ति अद्वितीय है।प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ विशिष्टता/विशेषता होती है जो आपको अन्य लोगों से अलग करती है।यह विशिष्टता ही आपको जॉब में आने वाली चुनौतियों तथा उसमें दक्षता प्राप्त करने के योग्य बनाती है।आप अपनी प्रतिभा को निखारने में सक्षम हो पाते हैं।किसी ओर के जैसा बनना अथवा उसकी नकल करने में आपमें कृत्रिमता प्रवेश कर जाती है।आप जैसे भी हैं उसे स्वीकार करें तथा अपने आपके होने को लेकर हीन भावना या डरने की जरूरत नहीं है। दरअसल हीन भावना या डर तब हमारे अंदर प्रवेश करता है जब हम अपनी तुलना दूसरों के साथ करते हैं।
  • आपका सबसे सकारात्मक पॉइंट यही है कि आप अन्य से हटकर हैं तथा इसकी विशिष्टता को पहचान कर उसके अनुरूप जाॅब का चयन करें।यदि आप दूसरों से तुलना करके वैसा बनने की कोशिश करोगे तो अजीब से लगोगे साथ ही आप उस जैसा बन भी नहीं सकते हैं।

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3.अपने मित्रों और संबंधियों से मेलजोल रखें (Keep in Touch with Your Friends and Relatives):

  • आप जहां कहीं भी प्रोफेशनल जॉब के लिए डिग्री प्राप्त कर रहे हैं वहां के स्टाफ व कर्मचारी,अपने साथियों,मित्रों से मेलजोल बनाए रखें।प्लेसमेंट में जो कंपनियां भाग लेती हैं तथा कैंडिडेट के रेज्यूमे (Resume) स्वीकार करती हैं वे आपके बारे में स्टाफ से जानकारी हासिल करती है।साथ ही आपको भी स्टाफ के कर्मचारी पहले से ही संभावित कंपनियों के बारे में अवगत करा देते है।अतः आपको संबंधित कंपनी के बारे में जानकारी हासिल करने का समय मिल जाता है।इसलिए अपने मित्रों,संबंधियों,कॉलेज के सहपाठियों व स्टाफ से मेलजोल रखने में बुद्धिमता है।
  • ऑनलाइन साइट्स के जरिए जॉब सर्च करने के बजाय जॉब फेयर,कॉलेज प्लेसमेंट को वरीयता देनी चाहिए क्योंकि जॉब फेयर तथा कॉलेज प्लेसमेंट में निजी संपर्क होता है।और ऑनलाइन सम्पर्क के बजाय निजी सम्पर्क अधिक बेहतर होता है।
    अपने मित्रों,संबंधियों के माध्यम से जॉब सर्च करना ज्यादा कारगर होता है।लेकिन साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि निजी संपर्क में रेज्यूमे (Resume) देने और बातचीत करने में अपना रिप्रेजेंटेशन इस प्रकार से दें कि नियोक्ता आपसे संपर्क करने के लिए बाध्य हो जाए।

4.रेज्यूमे को प्रभावी तरीके से तैयार करें (Prepare the Resume Effectively):

  • प्रत्येक कंपनी कैंडिडेट का चयन करते समय ठीक तरह से जांच पड़ताल करती है अर्थात् वे केवल शैक्षिक डिग्री नहीं देखते हैं बल्कि आपमें विनम्रता,सरलता,सादगी तथा आपके व्यक्तित्व का परीक्षण भी करती हैं।इसलिए अपना रेज्यूमे ठीक तैयार से तैयार करें क्योंकि सबसे पहला परिचय आपके रेज्यूम से ही होता है।
  • रेज्यूमे बनाते समय उसको सजाने के बजाय आप अपने व्यक्तित्व की खासियत तथा शैक्षिक डिग्री का उल्लेख करें।यदि आप जॉब से संबंधित अनुभव,कौशल रखते हैं तो उसका भी उल्लेख करना न भूलें।रेज्यूमे (Resume) में आपका संपर्क सूत्र का भी उल्लेख करें।ज्यादा बढ़िया है कि यदि कंपनी के आस-पास आपके रिश्तेदार तथा मित्र हों तो उसका पता दे।
  • कवर लेटर में अपने व्यक्तित्व का संक्षेप में उल्लेख करें क्योंकि कवर लेटर आपका आईना होता है। कंपनी के नियोक्ता सबसे पहले आपका कवर लेटर ही देखते हैं।ऐसा कहा जाता है कि भाषा से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का पता चल जाता है।इसलिए कवर लेटर व रेज्यूमे से आपका व्यक्तित्व झलकना चाहिए।जैसे दर्पण में देखने पर हमारी छवि स्पष्ट दिखाई देती है उसी प्रकार रेज्यूमे व कवर लेटर हमारी हकीकत को बयान करने वाला होना चाहिए।

5.कंपनी के चयन में सावधानी (Be Careful in Selecting the Company):

  • कंपनी के चयन के समय अत्यंत सावधानी रखने की आवश्यकता है।क्योंकि हो सकता है आपको अपनी पूरी लाइफ उसी कंपनी में कार्य करना हो। बड़ी कंपनियां तथा प्रतिष्ठित कंपनी का चुनाव करें परंतु छोटी व अच्छी कंपनी पर भी ध्यान देना चाहिए।
  • कहा गया है कि छिद्रों सहित,कमियों सहित बड़ा होने के बजाय छिद्रो रहित,कमियों रहित छोटा होना अच्छा है।छिद्रों या कमियों से यहाँ तात्पर्य है जो आपको आपकी योग्यता के अनुसार सम्मान नहीं देता है,आपकी प्रतिभा का जहां कोई मूल्य नहीं समझता है,जहाँ आपके काम की प्रशंसा नहीं है। जहां आप का उचित मूल्यांकन नहीं किया जाता है वहां केवल वेतन के लोभ से बड़ी कंपनी का चयन करना समझदारी नहीं है।
  • छोटी व अच्छी कंपनी के लिए हम पूर्व में यह धारणा बना लेते हैं कि वहां कम वेतन मिलता है।लेकिन केवल वेतन हमें आत्म संतुष्टि नहीं देता है बल्कि इसमें कई बातें शामिल होती हैं।
  • कई बार कैंडिडेट कंपनी के भवन,वहां के फर्नीचर,तड़क-भड़क को देखकर कंपनी का चयन कर लेते हैं तथा जॉब की प्रकृति,कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की मिलनसारिता को नजरअंदाज कर देते हैं।वस्तुत: आपकी जिंदगी आपका जॉब तथा कर्मचारियों का स्वभाव हो सकती है।कंपनी का भवन,तड़क-भड़क आपकी जिंदगी नहीं बन सकती है।कैंडीडेट्स इसका चयन करने में चूक जाते हैं।

6.कंपनी की वचनबद्धता पर भी ध्यान दें (Pay Attention to the Company’s Commitment as Well):

  • कंपनी जहाँ सही कैंडिडेट का चयन करना चाहती है वहीं कैंडिडेट सही कंपनी का चयन करना चाहता है।कंपनी से वेतन,यात्रा भत्ता नियमों,बोनस,पदोन्नति नियम,परमानेन्ट करने के नियमों तथा अन्य भत्तों के बारे जरूर पूछें।साथ ही यह जांच पड़ताल अवश्य करें कि कंपनी आपके साथ जो करार करती है उस पर कितना कायम रहती है।क्योंकि कुछ भी करार कर देने से वे सुविधाएं आपको नहीं मिल जाएगी बल्कि किए गए करार को कंपनी कितनी शिद्दत से पूरा करती है।
  • जैसे आपको फ्लैट देने का कंपनी करार कर लेती है परंतु आपको किराया का कमरा थमा दिया जाता है।या कार की जगह स्कूटर पकड़ा दिया जाता है। आपकी सहायता के लिए किसी कर्मचारी/कर्मचारियों को रखने का करार कर लेती है परंतु आपको कर्मचारी की सहायता नहीं दी जाती है बल्कि सारा कार्य आपको खुद ही करना पड़ता है।

7.निष्कर्ष (Conclusion of 5Things to Keep in Mind in Finding Job):

  • एक परफेक्ट कंपनी की चाहत है तो यह बहुत मुश्किल है बल्कि नामुमकिन कहें तो ज्यादा मुनासिब होगा।क्योंकि परफेक्ट कंपनी होना आपके चरित्र और व्यक्तित्व पर भी निर्भर करता है।व्यक्ति या कैंडिडेट के लिए सबसे जरूरी चीज है चरित्र तो कम्पनी की सबसे प्रमुख चीज है साख।यदि कम्पनी की साख और वचनबद्धता ठीक है तो बाकी की चीजें धीरे-धीरे ठीक हो जाती है।लेकिन इसके लिए आपका चाल-चरित्र भी ठीक होना आवश्यक है।चरित्र का निर्माण स्वयं को ही करना पड़ता है।यदि बचपन से ही माता-पिता तथा आप स्वयं चरित्र पर फोकस करेंगे तो इसका परिणाम आपके पक्ष में ही जाएगा क्योंकि व्यक्तित्व के बजाय चरित्र ही सबसे भारी पड़ता है और आवश्यक भी है।
  • यदि आपमें ईमानदारी,सरलता,सादगी,विनम्रता जैसे सद्गुण है तो कंपनी में आप अपने अनुकूल आदर्श माहौल का निर्माण कर लेंगे।
    इस पर चिंतन-विचार अवश्य करें कि कंपनी आपसे क्या चाहती है और उसके लिए आप कितने प्रतिबद्ध हैं।प्रसन्नचित्त,दृढ़ आत्मविश्वास तथा सकारात्मक सोच रखने वाले कैंडिडेट को उनके मुताबिक जॉब मिल जाता है और यदि नहीं भी मिलता है तो वे उसे अपने अनुकूल बना लेते हैं।
  • उपर्युक्त विवरण में जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातें (5Things to Keep in Mind in Finding Job),जाॅब के लिए कम्पनी चयन की टिप्स (Company Selection Tips for Job) के बारे में बताया गया है।

8.शक्तिवर्धक दवा का कमाल (The Amazing Of Potent Medicine):

  • माँ (पुत्र से):आज काॅलेज से आकर देवदास की तरह कैसे बैठे हुए हो।
    पुत्र:आज गणित का सवाल हल नहीं करने के कारण टीचर ने बहुत डाँटा।
  • माँ:ऐसी बात है तो मैं आज ही तेरे पापा को फोन करती हूँ।वे विदेश से तेरी दिमागी शक्ति बढ़ाने के लिए दवाई भेज देंगे।
  • पिताजी ने विदेश से दो प्रकार की दवाई भेज दी।एक पुत्र के लिए स्मरणशक्तिवर्धक तथा दूसरी दवाई पत्नी के युवा होने की।युवा होने की दवाई के साथ हिदायत दी हुई थी की इसकी दो चम्मच सुबह शाम लेनी है (केवल एक दिन)।
  • पुत्र (माँ से):पिताजी ने मेरे लिए जो दवाई भेजी थी वो कहाँ है?
  • माँ:आलमारी में रखी हुई है लेकिन ध्यान से लेना।युवा होने की दवा मत ले लेना।
  • पुत्र:माँ मैं काॅलेज स्टूडेन्ट हूँ, इतना भी नहीं समझता हूँ क्या?
    पुत्र ने गलती से स्मरणशक्तिवर्धक दवाई के स्थान पर युवा होने की दवा ले ली।वो भी अधिक मात्रा में ले ली।वह तत्काल छोटा बच्चा बन गया।कुछ समय बाद पिताजी विदेश से आए।
  • पिताजी (पुत्र की माँ से):अपना पुत्र कहाँ है?दिखाई नहीं दे रहा है।क्या वह काॅलेज गया हुआ है?
  • माँ:नहीं, ये देखो, यह है।
  • पिताजी:यह गोद का बच्चा कैसे बन गया है?हमारा पुत्र तो 20 साल का था।
    माँ:जो दवाई आपने मेरे लिए युवा होने की भेजी थी,उसे इसने ले ली।वो भी अत्यधिक मात्रा में।
  • युवाओं में जोश तो होता है परन्तु होश नहीं होता।जोश-जोश में ऐसा भी काम कर डालते हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए।जोश के साथ होश हो तो अर्थात् दिल और दिमाग से काम किया हुआ गलत नहीं होता है।

9.जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातें (5Things to Keep in Mind in Finding Job),जाॅब के लिए कम्पनी चयन की टिप्स (Company Selection Tips for Job) के सम्बन्ध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.कंपनी चयन की प्रक्रिया क्या है? (What is process of Company Selection ?):

उत्तर:एक विशिष्ट कर्मचारी चयन प्रक्रिया में लगभग पांच से सात चरण होते हैं।सटीक कदम कंपनी द्वारा भिन्न होंगे,लेकिन मूल बातें नौकरी की घोषणा (announcing the job),आवेदनों की समीक्षा (reviewing applications),उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग (screening candidates),साक्षात्कार (interviewing),अंतिम चयन (final selection),परीक्षण (testing) और एक प्रस्ताव बनाना (making a offer) शामिल है।

प्रश्न:2.चयन प्रक्रिया के छह चरण क्या हैं? (What are the six steps of the selection process?):

उत्तर:यहां एक कर्मचारी चयन प्रक्रिया के 6 चरण दिए गए हैं:
प्रारंभिक स्क्रीनिंग अनुप्रयोगों (Initial screening applications)।
रोजगार परीक्षण (Employment tests)।
चयन साक्षात्कार (Selection interview)।
सत्यापन और संदर्भ (Verifications and references)।
शारीरिक परीक्षा (Physical examination)।
अंतिम निर्णय (Final decision)।
कर्मचारी चयन का उपयोग करने के लाभ (Benefits of using employee selection)।
परीक्षण के परिणामों को परिप्रेक्ष्य में रखें (Put the test results into perspective)।

प्रश्न:3.चयन प्रक्रिया में क्या कदम हैं? (What are the steps in selection process?):

उत्तर:चयन प्रक्रिया
चरण 1: नौकरी डिजाइन (Job Design)।
चरण 2: स्थिति विवरण (Position Description)।
चरण 3: एक चयन समिति का गठन (Forming a Selection Committee)।
चरण 4: भर्ती (Recruiting)।
चरण 5: उम्मीदवारों की प्रारंभिक स्क्रीनिंग (Initial Screening of Candidates)।
चरण 6: फोन,वीडियो या अन्य पूर्व-साक्षात्कार विकल्प (Phone, Video or other Pre-Interview Options)।
चरण 7: कैंपस विज़िट और इन-पर्सन साक्षात्कार (Campus Visits and In-Person Interviews)।
चरण 8: किराए के लिए सिफारिश (Recommendation for Hire)।

प्रश्न:4.चयन प्रक्रिया में 8 चरण क्या हैं? (What are the 8 steps in the selection process?):

उत्तर:सामग्री (Contents):
अनुप्रयोग (Application)।
रेज्यूमे स्क्रीनिंग (Resume screening)।
स्क्रीनिंग कॉल (Screening call)।
मूल्यांकन परीक्षण (Assessment test)।
व्यक्तिगत रूप से साक्षात्कार (In-person interviewing)।
पृष्ठभूमि की जाँच (Background checks)।
संदर्भ जाँच (Reference checks)।
निर्णय और नौकरी की पेशकश (Decision and job offer)।

प्रश्न:5.भर्ती के सात चरण क्या हैं? (What are the 7 stages of recruitment?):

उत्तर:चरण 1: भर्ती की जरूरतों की पहचान करें (Identify the hiring needs. What are your existing hiring needs?)।आपकी मौजूदा भर्ती की आवश्यकताएं क्या हैं? (What are your existing hiring needs?)।
चरण 2: नौकरी विवरण तैयार करें (Prepare job descriptions)।
चरण 3: अपनी भर्ती रणनीति तैयार करें (Devise your recruitment strategy)।
चरण 4: स्क्रीन और शॉर्टलिस्ट उम्मीदवारों (Screen and shortlist candidates)।
चरण 5: साक्षात्कार प्रक्रिया (Interview Process)।
चरण 6: प्रस्ताव बनाएं (Make the offer)।
चरण 7: कर्मचारी ऑनबोर्डिंग (Employee Onboarding)।

प्रश्न:6.HR में Selection Process क्या है? (What is selection process in HR?):

उत्तर:चयन प्रक्रिया को किसी संगठन में रिक्तियों को भरने के लिए आवश्यक योग्यता और कौशल सेट के साथ सही उम्मीदवारों के चयन और शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।

प्रश्न:7.चयन प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण कदम क्या है? (What is the most important step in the selection process?):

उत्तर:उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में एक आवश्यक कदम संदर्भ जांच है।संदर्भ जांच एक उम्मीदवार ने आपको जो बताया है,उसकी सटीकता की पुष्टि करने का एक तरीका है और उनके बारे में आपके इंप्रेशन।उम्मीदवार को आपको संदर्भ देने और इन पर पालन करने के लिए कहें।

प्रश्न:8.चयन की 3 प्रक्रियाएं क्या हैं प्रत्येक का उदाहरण दो? (What are the 3 processes of selection give example each?):

उत्तर:प्राकृतिक चयन के 3 प्रकार
चयन को स्थिर करना (Stabilizing Selection)।
दिशात्मक चयन (Directional Selection)।
विघटनकारी चयन (Disruptive Selection)।

प्रश्न:9.भर्ती प्रक्रिया के 5 चरण क्या हैं? (What are the 5 stages of the recruitment process?):

उत्तर:भर्ती प्रक्रिया के 5 चरण
भर्ती योजना: भर्ती प्रक्रिया में पहला कदम योजना है (planning)।
रणनीति विकास (Strategy Development)।
उम्मीदवार खोज (Candidate Search)।
जांच (Screening)।
मूल्यांकन और निगरानी (Evaluation and Monitoring)।

प्रश्न:10.आप चयन के लिए एचआर कैसे पूछते हैं? (How do you ask HR for selection?):

उत्तर:[रिक्रूटर या हायरिंग मैनेजर], [स्थिति नाम] की स्थिति के लिए अनुसरण करते हुए,मैं आपके भर्ती निर्णय की प्रगति और मेरी नौकरी के आवेदन की स्थिति के बारे में पूछताछ करना चाहता हूं।मैं आपकी कंपनी के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक हूं।आपके समय और विचार के लिए धन्यवाद और मैं जल्द ही आपसे वापस सुनने के लिए तत्पर हूं।

उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातें (5Things to Keep in Mind in Finding Job),जाॅब के लिए कम्पनी चयन की टिप्स (Company Selection Tips for Job) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

5Things to Keep in Mind in Finding Job

जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातें
(5Things to Keep in Mind in Finding Job)

5Things to Keep in Mind in Finding Job

जाॅब ढूँढने में ध्यान रखी जानेवाली 5 बातों (5Things to Keep in Mind in Finding Job) के
आधार पर आप परफेक्ट जॉब का चुनाव कर सकते हैं।परफेक्ट जॉब का
तात्पर्य यह नहीं है कि आपको मोटी तनख्वाह और ऊंचा पद मिले।

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