Menu

Tips to Solve Mathematics in COVID-19

Contents hide

1.कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स (Tips to Solve Mathematics in COVID-19),कोरोनाकाल में गणित को हल करने हेतू बेहतरीन टिप्स (4 Best Tips to Solve Mathematics in Corona Period):

  • कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स (Tips to Solve Mathematics in COVID-19) के आधार पर आप पारंगत हो सकते हैं।कोरोनावायरस से फैली महामारी के कारण बहुत से उद्योग धंधे नष्ट हो गए हैं तो कईयों का रोजगार छिन गया है।परंतु छात्र-छात्राओं का अध्ययन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।छात्र-छात्राओं को सीधे ही बिना परीक्षा,बिना परीक्षा की तैयारी के कारण उनके कठिन विषयों और अध्ययन पर पकड़ खत्म होती जा रही है।
  • इससे पूर्व भी कई महामारी तथा आर्थिक मंदी आयी है परन्तु कोविड-19 महामारी का सबसे व्यापक प्रभाव पड़ा है।बहुत से छात्र-छात्राओं ने कोरोनाकाल में अध्ययन को स्थगित कर दिया है। धीरे-धीरे उन्हें समझ में आ रहा है कि कोरोनाकाल को एन्जाॅयमेन्ट में गुजारने से उनकी अध्ययन पर कितनी पकड़ खत्म हो गई है।
  • रोजाना शिक्षा संस्थानों में अध्ययन करने का रूटीन,माता-पिता का अध्ययन करने पर दबाव तथा परीक्षा का दबाव बने रहने के कारण छात्र-छात्राएं अध्ययन करते रहते थे।
  • हालांकि कुछ छात्र-छात्राओं ने कोविड-19 महामारी के इस दौर में भी सतर्कता तथा सजगता बरती है।उन्होंने अपने अध्ययन करने का रूटीन नहीं छोड़ा है।ऐसे छात्र-छात्राओं को आगे पढ़ाई में कोई परेशानी नहीं आ रही है।हमें ऐसे छात्र-छात्राओं को कुछ नहीं कहना है।हम उन छात्र-छात्राओं के बारे में बात कर रहे हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के इन तीन सालों में लापरवाही बरती है तथा अध्ययन नाम मात्र का किया है या किया ही नहीं है।
  • कोरोना काल में विद्यार्थियों को बहुत कुछ सबक ले लेना चाहिए।दिनचर्या में योगासन-प्राणायाम तथा व्यायाम को शामिल करने की आवश्यकता है।साथ ही अध्ययन केवल परीक्षा केंद्रित ही नहीं करना चाहिए बल्कि अध्ययन का अर्थ है जीवन का निर्माण करना।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके । यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए । आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Also Read This Article:3 Tips to Make Students Brilliant

2.संघर्ष से जीवन का निर्माण करें (Build Life out of Struggle):

  • कोरोनाकाल में बहुत से छात्र-छात्राएं अगली कक्षा में सीधे ही प्रोन्नत करने के कारण खुश थे।यह ठीक बात है कि जीवन बहुत अमूल्य है इसलिए इस महामारी में परीक्षा का आयोजन करवाना संभव नहीं था।परंतु छात्र-छात्राओं द्वारा घर पर रहकर तथा परीक्षा में सीधे प्रोन्नत करने के कारण अध्ययन न करना ठीक नहीं था।
  • संघर्ष से जीवन का निर्माण होता है।छात्र-छात्राएं संघर्ष,कठिनाईयों और समस्याओं का सामना करने से ही तैयार हो पाते हैं।बालक बालिकाओं की सुप्त प्रतिभा निखरती है,उभरती है।यदि छात्र-छात्राएं किसी प्रकार की चुनौती का सामना ही नहीं करेंगे तो जीवन में आने वाली समस्याओं का न तो सामना कर सकते हैं और न ही उन्हें हल कर सकते हैं। वे बिल्कुल खोखले ही रहेंगे।जैसे किसी पौधे की बाली में अनाज का दाना नहीं तो ऐसी बाली किस काम की?समस्याओं,कठिनाइयों,परीक्षा का सामना करने से विद्यार्थी अपने बल पर खड़ा होना सीखता है।वह परीक्षा में असफल न हो जाए,जीवन की दौड़ में पीछे न रह जाए इसके लिए अर्थात् अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करता है।इस संघर्ष से उसमें स्किल (कौशल) का निर्माण होता है,उसको ऊर्जा मिलती है तथा उसमें जीवटता पैदा होती है।मजबूत और सशक्त होता है।

3.कोरोना काल में अपना लक्ष्य का ध्यान रखें (Keep in Mind your Goal in the Corona Period):

  • हर छात्र-छात्राओं के मन में कुछ सपने होते हैं।वे अध्ययन करके उन सपनों को पूरा करना चाहते हैं। ये आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। सपने आपको अध्ययन करने और आगे उन्नति करने की प्रेरणा देते हैं।हालांकि सपने दो तरह के होते हैं।एक तो वे सपने जो कपोल-कल्पित होते हैं जिन्हें हकीकत में नहीं बदल सकते हैं।दूसरे ऐसे सपने होते हैं जिन्हें पूरा करने के लिए छात्र-छात्राएं कड़ा संघर्ष करते हैं।रात-दिन अपने दिल में संजोए रखते हैं।हर पल उन्हें पूरा करने की तकनीक सोचते हैं।
  • हर छात्र-छात्रा की महत्वाकांक्षाएं (Ambitions) होती हैं।कुछ छात्र-छात्राएं कोरोना जैसी महामारी से घबराकर अपने कदम पीछे खींच लेते हैं।जबकि कुछ छात्र-छात्राएं कितनी ही विपत्ति आए वे अध्ययन करना नहीं छोड़ते हैं।उन्हें हर हाल में अपना सपना पूरा करना होता है,अपना टारगेट प्राप्त करना होता है।
  • छात्र-छात्राएं अपनी क्षमता,योग्यता व रूचि के अनुसार सपने देखते हैं और उनको हासिल करने के लिए जी जान से जुट जाते हैं।वे ही सपने पूरे कर पाते हैं।
  • ऐसे छात्र-छात्राएं हमेशा अपने सपने पूरा करने के लिए विभिन्न स्रोतों का उपयोग करते हैं।जैसे किसी पेड़ के नीचे खड़े हो जाएं तो उसकी चोटी दिखाई नहीं देती है।लेकिन धीरे-धीरे पेड़ पर चढ़ते हैं तो पैरों को रखने के लिए गड्ढा नहीं मिलता है।एक-एक कदम संभलकर पेड़ पर चढ़ना पड़ता है।उसकी टहनियाँ अवरोधक बन जाती हैं।परंतु जब आपके मन में पेड़ की चोटी का लक्ष्य सामने रहता है तो उन अवरोधों की परवाह नहीं करते हैं।ज्यों-ज्यों आप ऊपर चढ़ते हैं तो आपको कई अनुभव होते हैं।कैसे चढ़ना है?कहां पर पैर रखना है?कहां पर पेड़ से चिपकना है? किस टहनी को तोड़कर आगे बढ़ना है?
  • इसी प्रकार छात्र-छात्राओं को अध्ययन करने में कई रुकावटों का सामना करना पड़ता है।कोरोना काल के कारण यदि परीक्षा नहीं भी हो रही हो तो अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर अध्ययन,मनन-चिंतन करना बिल्कुल भी नहीं छोड़े।अध्ययन एक ऐसी जीवन यात्रा है जिसमें कोई पड़ाव या ठहराव नहीं होता है। या तो आप आगे बढ़ते जाएंगे अन्यथा नीचे गिरना प्रारंभ हो जाएगा।जो कुछ सीखा है उसे भूल जाएंगे।सीखने में समय लगता है परंतु भूलने की गति गुणोत्तर रूप से होती है।बड़ी तेजी के साथ भूलते हैं।आपने 10 साल में जो सीखा है।यदि आपने 2 साल का विराम दे दिया तो 50% भूल जाएंगे।

4.मनोरंजन के लिए उचित समय ही दें (Give Proper Time for Entertainment):

  • बहुत से छात्र-छात्राओं ने कोरोनावायरस के कारण शिक्षा संस्थानों में छुट्टी मिलने से उस समय को एंजॉयमेंट में व्यतीत किया है।छात्र-छात्राओं को मनोरंजन करना चाहिए इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है।परंतु कोविड-19 महामारी के इन 3 सालों को एंजॉयमेंट के नाम पर बलि चढ़ा देना कहां की समझदारी है?
  • छात्र-छात्राओं के लिए कोरोनावायरस से बचाव करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है अपने अध्ययन को जारी रखना है।क्या एंजॉयमेंट से अध्ययन के नुकसान की पूर्ति की जा सकती है। आज छात्र-छात्राएं अध्ययन में रिक्तता आने अथवा अध्ययन न करने के लिए महामारी को जिम्मेदार मानते हैं।परंतु कोरोना महामारी ने आपके एन्जाॅयमेन्ट को नहीं रोक रखा है तो अध्ययन को कैसे रोक सकता है? हां यह अवश्य है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के कारण आप अध्यापकों से नहीं मिल सकते हैं,मित्रों से नहीं पूछ सकते हैं।परंतु स्वयं तो अध्ययन कर ही सकते हैं। अध्ययन को जारी रखने का सबसे बढ़िया माध्यम है स्वाध्याय करना।
  • छात्र-छात्राओं पर दाब-दबाव होता है तो पढ़ाई कर लेते हैं।परीक्षा होती है तो पढ़ाई कर लेंगे।परंतु केवल परीक्षा केंद्रित अध्ययन करना वाकई में अध्ययन करना है क्या? माता-पिता,शिक्षकों के दाब-दबाव से अध्ययन करना वाकई में अध्ययन करना है क्या?वस्तुतः इसे वाकई में अध्ययन करना नहीं कहा जा सकता है।वाकई में अध्ययन करना वह है जो आप स्वप्रेरणा,स्व-अनुशासन से करते हैं। जीवन संघर्ष में सफलता अर्जित करनी है तो कोई भी कार्य आत्मानुशासन से करेंगे तो वही उचित कहा जा सकता है।
  • जैसे एंजॉयमेंट में दिल खोल कर हिस्सा लेते हैं उसी मानसिकता से अध्ययन करेंगे तो ऐसा अध्ययन ही स्वाध्याय कहा जा सकता है।ऐसे अध्ययन से ही आपके जीवन का निर्माण हो सकता है।केवल जोड़-तोड़ बिठाकर उत्तीर्ण होना,अध्ययन करना अपने जीवन को,अपने लक्ष्य को अधर में लटकाना है।

Also Read This Article:3 Tips to Achieve Real Success in Math

5.छात्र-छात्राएं अध्ययन में व्यस्त रहें (Students should be Busy in Studies):

  • छात्र-छात्राओं को यह सुझाव देने पर उनका प्रश्न होता है कि क्या वे मशीन बन जाएं? बिल्कुल आराम नहीं करें क्या? थोड़ा-सा मनोरंजन भी न करें क्या? व्यस्त रहने का अर्थ यह नहीं है कि आप किताबी कीड़ा बन जाए।
  • कोरोनावायरस की एक लहर खत्म होती है और दूसरी लहर आ जाती है।ऐसे समय में छात्र-छात्राओं के अंदर नकारात्मकता आ जाती है।यदि वे अपने आपको अध्ययन में,दैनिक नित्य कर्मों में,आराम करने या मनोरंजन करने में अपने आपको व्यस्त रखेंगे तो उन्हें नकारात्मक सोचने का समय नहीं मिलेगा।इस कोरोना काल में ज्ञानार्जन करने के लिए पुस्तकें अच्छा माध्यम है।इसके अलावा अपने शौक व रूचि के क्षेत्र में स्किल को डवलप करने का सुनहरा मौका है।
  • छात्र-छात्राएं हर दिन की दिनचर्या बना लें तथा उसको पूरा करने में अपने आपको व्यस्त रखें। वितरीत समय को गुजारने का तरीका है कि उसमें बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें।अपने आपको किसी न किसी कार्य में व्यस्त रखें।जैसे अब कोरोना की लहर का कोप शान्त हो गया है फिर भी सतर्कता जरूरी है।सतर्कता रखते हुए तथा दैनिक जीवनचर्या में योगासन-प्राणायाम को शामिल करते हुए अध्ययन करें।अपने पीछे की कमजोरी को दूर करें।नुकसान हुआ है उसकी पूर्ति करके अपने आपको व्यस्त रखें।
  • कुछ नया तथा कुछ अलग हटकर सीखने का प्रयास करें तथा अपनी दिनचर्या में समय-समय पर बदलाव करते रहें जिससे आपको बोरियत महसूस न हो।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स (Tips to Solve Mathematics in COVID-19),कोरोनाकाल में गणित को हल करने हेतू बेहतरीन टिप्स (4 Best Tips to Solve Mathematics in Corona Period) के बारे में बताया गया है।

6.गणितीय की बौद्धिक कौशल की कीमत (हास्य-व्यंग्य) (The Price of Mathematical Intellectual Skills)(Humour-Satire):

  • दो दोस्त आपस में बातचीत कर रहे थे।
  • दीपक (रवि से):अगर कोई मेरी गणितीय बौद्धिक कौशल को खरीदना चाहे तो मैं उसे ₹10000 में बेच सकता हूं।
  • रवि (दीपक से):लेकिन मैं अपनी गणितीय बौद्धिक कौशल को 50 हजार में बेचूँगा।
  • दीपक (रवि से):इतनी महंगी क्यों?
  • रवि (दीपक से):पहले तुम बताओ कि तुम अपनी बौद्धिक कौशल को इतनी सस्ती क्यों बेच रहे हो।
  • दीपक:क्योंकि मैंने अपनी गणितीय बौद्धिक कौशल  को काम में ले लिया है।इसलिए वह पुरानी हो गई है।
  • रवि (दीपक से):मैंने गणित के टॉपिक पर पीएचडी की है और पीएचडी करने के बाद मैंने इसको बिल्कुल भी काम में नहीं लिया है।मेरी बौद्धिक कौशल नई की नई है इसलिये इतनी महँगी बेचूँगा।

7.कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स (Tips to Solve Mathematics in COVID-19),कोरोनाकाल में गणित को हल करने हेतू बेहतरीन टिप्स (4 Best Tips to Solve Mathematics in Corona Period) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.शरीर को सक्रिय कैसे रखें?(How to Keep the Body Active?):

उत्तर:अपनी दिनचर्या में योगासन-प्राणायाम अथवा अन्य किसी शारीरिक व्यायाम को शामिल करें जिससे शरीर स्वस्थ और सक्रिय रहे।अगर रात को नींद 6 घंटे से कम लेते हैं तो दिन में आधा या 1 घंटे का विश्राम अथवा थोड़ी झपकी अवश्य लें।

प्रश्न:2.सकारात्मक सोच कैसे विकसित करें?(How to Develop Positive Thinking?):

उत्तर:अपनी कोर्स की पुस्तकें पढ़ने के अलावा आध्यात्मिक तथा व्यावहारिक जीवन में काम आने वाली बातों के बारे में पुस्तकें पढ़ें।आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़ने से धीरे-धीरे आपकी सकारात्मक सोच विकसित होती जाएगी।अपने अध्ययन या जाॅब को डूबकर करें जिससे नकारात्मक सोचने के लिए वक्त ही नहीं मिलेगा।

प्रश्न:3.पुस्तक का अध्ययन किस तरीके से करें? (How to Study the Book?):

उत्तर:किसी भी पुस्तक को पहले सरसरी तौर पर पढ़ें विशेषकर कोर्स की पुस्तकें।पढ़ते समय कठिन शब्दार्थ तथा पहली बार पढ़े हुए शब्दों के अर्थ नहीं मालूम हों तो उन्हें नोटबुक पर लिख लें।पूरे पाठ के कठिन शब्दों व नवीन शब्दों को शब्दकोश में देख लें अथवा अपने मित्रों से उनकी चर्चा करें।यदि फिर भी उनके अर्थ समझ में ना आए तो अपने शिक्षक से तथा इंटरनेट पर उनके अर्थ ढूंढकर नोटबुक में लिख लें।उन्हें अच्छी तरह पढ़ लें। पुनः पाठ को गंभीरतापूर्वक पढ़े।पढ़ने के बाद उनके नोट्स अपनी भाषा शैली में तैयार कर लें।इस प्रकार पढ़ने से पाठ ठीक तरह से तैयार हो जाता है।
Tips to Solve Mathematics in COVID-19

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स (Tips to Solve Mathematics in COVID-19),कोरोनाकाल में गणित को हल करने हेतू बेहतरीन टिप्स (4 Best Tips to Solve Mathematics in Corona Period) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Tips to Solve Mathematics in COVID-19

कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स
(Tips to Solve Mathematics in COVID-19)

Tips to Solve Mathematics in COVID-19

कोविड-19 में गणित को हल करने की टिप्स (Tips to Solve Mathematics in COVID-19)
के आधार पर आप पारंगत हो सकते हैं।कोरोनावायरस से फैली महामारी के कारण
बहुत से उद्योग धंधे नष्ट हो गए हैं तो कईयों का रोजगार छिन गया है।
Tips to Solve Mathematics in COVID-19

No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Instagram click here
4. Linkedin click here
5. Facebook Page click here
6. Twitter click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *