9 Secrets of How to Crack UGC-NET Exam
1.यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें के 9 रहस्य (9 Secrets of How to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें? (How to Crack UGC-NET Exam?):
- यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें के 9 रहस्य (9 Secrets of How to Crack UGC-NET Exam) के आधार पर इसकी तैयारी करने की रणनीति जान सकेंगे।यों हमने यूजीसी-नेट (UGC-NET) परीक्षा के लिए और भी लेख पोस्ट किये हुए हैं।यूजीसी-नेट (UGC-NET) के लिए जून,2025 में यूजीसी-नेट परीक्षा प्रणाली और दो पेपर्स में प्रश्नों के बारे में तथा तैयारी की रणनीति का विस्तृत लेख लिखा था,उसे आपको अवश्य पढ़ना चाहिए।
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2.लक्ष्य पर नजर रखें (Keep an vision on the target):
- आधुनिक युग में लक्ष्य से भटकाने के अनेक साधन हैं जैसे सोशल मीडिया,इंटरनेट सर्फिंग,वीडियो देखना,फोन पर घंटों बातें करने का चस्का,वीडियो कॉल और चैटिंग करना आदि।ऐसी बात नहीं है कि ये सब बेकार की चीजे हैं।यदि नेट परीक्षा से संबंधित गुणवत्तापूर्ण सामग्री चाहिए तो वह सब भी आपको इन साधनों पर मिलेगी। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इन माध्यमों का सदुपयोग करते हो या एंजॉय करने,समय व्यतीत करने के लिए।
- यदि आपको अर्जुन की तरह केवल आपका लक्ष्य दिखाई देगा तो आप नेट (NET) परीक्षा की तैयारी के लिए ही वेबसाइट्स और यूट्यूब वीडियो को खंगालेंगे।अतः आपको अपने लक्ष्य पर नजर गड़ाकर रखनी चाहिए और सिर्फ आपको नेट (NET) की तैयारी पर अपना ध्यान केंद्रित रखना चाहिए।कुछ देर के लिए इन माध्यमों का इस्तेमाल करना तो ठीक है परंतु अधिक समय इन माध्यमों पर समय व्यतीत नहीं करना चाहिए।परंतु सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सर्फिंग करना ऐसी मीठी डोज है कि एक बार इसको चालू करने के बाद पता ही नहीं चलता है कि इन पर कितना समय व्यतीत हो गया है।लेकिन यदि आप सजग और सचेत रहेंगे,अपने लक्ष्य को ध्यान में रखेंगे,उतना ही इनका उपयोग करेंगे जितना आपके लिए जरूरी है।
3.दोनों पेपर्स की तैयारी करें (Prepare for both papers):
- अगर आपको बेहतर तैयारी करनी है तो करेन्ट अफेयर्स (100 अंक) तथा सब्जेक्ट के पेपर (200 अंक) दोनों की तैयारी करनी है।हां,यह अवश्य है कि सब्जेक्ट का पेपर अधिक अंकों का होने के कारण उसकी तैयारी के लिए अधिक समय देना होगा।यदि आप सब्जेक्ट के पेपर को ही तैयार करते रहे तो दूसरा विषय तैयार नहीं कर पाएँगे और नेट (NET) परीक्षा उत्तीर्ण करना मुश्किल हो जाएगा।ये प्रतियोगिता परीक्षाएँ हैं इनमें केवल उत्तीर्ण होना ही मायने नहीं रखता है बल्कि यह मायने रखता है कि आप अन्य अभ्यर्थियों की तुलना में कितना अच्छा परफॉर्मेंस करते हैं।
- नेट (NET) में निश्चित संख्या में ही अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है और अभ्यर्थी अनेक गुना होते हैं अतः तय समय सीमा में पेपर को हल करना होता है साथ ही जितना बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे,पेपर्स को जितना अधिक सही हल करेंगे तभी आपका चयन हो सकेगा।नेट (NET) के रिजल्ट की तरफ ध्यान डाइवर्ट हो जाता है तो सिलेबस की पूरी तैयारी नहीं होती है और तनावग्रस्त हो जाते हैं।परिणाम के बजाय अपने अध्ययन पर ध्यान को फोकस करें।पूर्ण एकाग्रता के साथ की गई तैयारी ही फलदायी होती है।
- दोनों पेपर्स की तैयारी करनी चाहिए,किसी भी पेपर में पिछड़ने का अर्थ है सफलता से वंचित होना।साइंस व गणित विषय के अभ्यर्थी करंट अफेयर्स वाले पेपर में कठिनाई महसूस करते हैं।परंतु मनोयोग से स्तरीय पुस्तकों,अखबार और मासिक प्रतियोगिता मैगजीन से तैयारी करेंगे तो आपका यह पेपर ठीक से तैयार हो जाएगा।
4.प्रश्न-पत्र को ध्यान से पढ़ें (Read the question paper carefully):
- कई बार अभ्यर्थी प्रश्न को ठीक से नहीं पढ़ते हैं और गलत उत्तर दे बैठते हैं।कुछ सवाल या प्रश्न आसान से नजर आते हैं परंतु वे आसान होते नहीं है।ठीक से पढ़ कर और सोच कर उसका उत्तर ढूंढने का प्रयास करेंगे तो कुछ अलग ही उत्तर मालूम पड़ेगा।यदि प्रश्न-पत्र कठिन भी है तो घबराएं नहीं,धैर्य और शांति धारण करके एक-एक प्रश्न का उत्तर देते हुए आगे बढ़ेंगे तो आप देखेंगे कि अधिकांश प्रश्न या सवालों का उत्तर दे देंगे।
- यदि आपने हौसला खो दिया,धैर्य नहीं रखा तो तनावग्रस्त हो जाएंगे।तनावग्रस्त होते ही प्रश्न-पत्र के उत्तरों को गलत कर बैठेंगे।
एक-एक सवाल या प्रश्न को शांति से हल करने पर पूरा प्रश्न-पत्र हल कर देंगे।कई बार ऐसा लगता है कि प्रश्नों या सवालों के उत्तर उन्हें याद नहीं है।असल में प्रश्न-पत्र को जब एक बारगी देखते हैं तो हमारा चेतन मन सक्रिय रहता है परंतु हमारे द्वारा याद की गई विषयवस्तु अवचेतन मन में स्टोर होती है।अवचेतन मन से किसी भी विषय के बारे में जानकारी हासिल करने में थोड़ा वक्त लगता है।एकाग्र होकर आप अवचेतन मन को सजेशन देंगे तो आपको एक-एक प्रश्न का उत्तर बता देगा। - शर्त यही है कि पूर्ण एकाग्रचित्त होकर तथा शांति व धैर्य धारण करके अवचेतन मन को ऑटो सजेशन दें।अवचेतन मन में हमारी सभी पढ़ी हुई बातें,हमारे जीवन के सभी रहस्य छिपे पड़े रहते हैं और वे सुप्तावस्था में रहती हैं।अतः उनको सक्रिय करने के लिए अवचेतन मन को सजेशन दें,बार-बार सजेशन देकर उसे सक्रिय करें।
- आपको प्रश्न-पत्र के प्रश्नों या सवालों को ठीक-ठीक पढ़ना चाहिए और यह समझना चाहिए कि उसमें क्या पूछा जा रहा है तथा उसका उत्तर पाने के लिए अवचेतन मन को निर्देश दें।
5.अभ्यास और रिवीजन करें (Practice and Revise):
- सिलेबस को पढ़ते समय बीच-बीच में रिवीजन भी करते रहें।प्रत्येक दिन और साप्ताहिक रिवीजन करते रहें। जैसे प्रतिदिन आप 12 घंटे पढ़ते हैं तो कम से कम एक घंटा रिवीजन करें।रिवीजन इसलिए जरूरी है क्योंकि पढ़ा हुआ याद ही नहीं रहेगा और आप आगे बढ़ते हुए पढ़ते रहेंगे तो पूरा सिलेबस पढ़ने के बाद आपको महसूस होगा कि जैसे कुछ भी नहीं पढ़ा।
- थ्योरीटिकल पेपर्स में नोट्स से रिवीजन करना चाहिए जबकि गणित में बार-बार सवालों को हल करना,अभ्यास करना रिवीजन करना होता है।गणित और अन्य विषयों के पढ़ने में यह मौलिक अंतर है।जो कुछ याद करते हैं,उसे समझें और लिखकर उसका अभ्यास करें।लिखकर पढ़ने से टॉपिक अच्छी तरह से याद होता है।ऑब्जेक्टिव टाइप एमसीक्यू (MCQ) प्रश्नों में लिखने की कम आवश्यकता पड़ती है,पर पड़ती तो है।केवल मौखिक रूप से ही याद करेंगे तो वह स्थायी रूप से याद नहीं हो पाएगा।
थ्योरेटिकल विषयवस्तु को रिवीजन करने के लिए मन ही मन दोहराना भी स्मरण करने का तरीका है।लिखकर याद करना,समझना,मन ही मन दोहराना,मित्रों से डिस्कस करना,नोट्स को बार-बार पढ़ना आदि रिवीजन के अनेक तरीके हैं।यह याद रखें कि बिना रिवीजन केवल पढ़ते रहने से आपकी विषय पर मजबूत पकड़ नहीं हो सकती है।कहा भी गया है की याद है तो आबाद है और भूल गया तो बर्बाद है।परंतु अनावश्यक बातों को भूलने की कला भी सीखनी चाहिए।अनावश्यक बातों पर गौर न करें,उसके प्रति उपेक्षा भाव रखें,उन्हें बार-बार स्मरण न करें,इस प्रकार आप इन्हें भूलते जाएंगे।
6.स्टडी का मूल्यांकन करें (Evaluate the study):
- समय-समय पर मूल्यांकन करते रहें कि योजना के अनुसार कोर्स का अध्ययन कर रहे हैं या नहीं,कितना बाकी रह गया और उसे कैसे पूरा करना है।योजना के अनुसार अध्ययन कंप्लीट करने से आत्मविश्वास बढ़ता है।योजना अपनी सामर्थ्य और योग्यता के अनुसार बनाएं ताकि समय पर सिलेबस को पूरा कर सकें और फिर उसका रिवीजन कर सकें।रोजाना कुछ समय निकालकर आत्मनिरीक्षण करें,सिलेबस में जितना टास्क आज के लिए निर्धारित था वह पूरा हुआ या नहीं।यदि पूरा नहीं हुआ तो उस टास्क को किस युक्ति से पूरा किया जा सकता है।
- सिलेबस में कहीं कोई टॉपिक समझ में नहीं आ रहा है तो उसे कोचिंग शिक्षकों से या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर समझना है।कठिन टॉपिक्स को चिन्हित कर लें और उन्हें समझे,मित्रों से डिस्कस करें।इस प्रकार स्टडी का लगातार मूल्यांकन करते रहने और सुधार करने,इंप्रूवमेंट करने से कमजोरी दूर होगी।सिलेबस समय पर कंप्लीट हो जाएगा।
- बिन्दुवार नोट्स बनाएं,मुख्य-मुख्य तथ्यात्मक बातों का उल्लेख करें।पुस्तकों,सन्दर्भ पुस्तकों,स्तरीय वेबसाइट्स,कोचिंग में पढ़ाई गई अध्ययन सामग्री,यूट्यूब वीडियो के आधार पर नोट्स बनाएं,केवल पुस्तकों या केवल ऑनलाइन माध्यमों पर ही निर्भर ना रहें।महत्त्वपूर्ण और कठिन टॉपिक्स को अधिक समय देकर तैयार करें।अपने सीनियर्स यानी जो नेट (NET) क्लियर कर चुके हैं उनसे मिलकर उनके अनुभव जाने और एग्जाम की रणनीति तैयार करें।
7.प्रैक्टिस सैट हल करें (Solve practice sets):
- यदि आप कोचिंग क्लास ज्वाइन कर चुके हैं तो वहाँ जो प्रैक्टिस सेट दिए जाते हैं उन्हें रुचिपूर्वक और तय सीमा में हल करें।अपने डाउट्स भी क्लियर करते रहें।कोचिंग में अभ्यर्थी को अधिक प्रतियोगी बनाने का प्रयास करते हैं।आप कोचिंग का पूरा फायदा उठाएं। उनके द्वारा समय-समय पर वीकली,पाक्षिक,मंथली टेस्ट लिए जाते हैं उन्हें पूर्ण दिलचस्पी के साथ हल करें।जहां भी कमजोरी महसूस होती है उसमें कोचिंग के शिक्षकों की सहायता से इंप्रूव करें।
- सिलेबस कंप्लीट हो जाए तो फिर मॉक टेस्ट,मॉडल पेपर्स और गत वर्षों के प्रश्न-पत्रों को हल करें।जहां भी कठिनाई महसूस होती है उसे नोट्स पढ़कर दूर करें।मॉक टेस्ट और मॉडल पेपर्स को एग्जाम पेपर मानकर हल करें,तय सीमा में हल करें।प्रश्नों और सवालों को हल करने की गति बढ़ाएं।आप बार-बार टेस्ट देते रहेंगे और कमजोरी को दूर करते रहेंगे तो आप में आत्मविश्वास पैदा होगा।आत्मविश्वास से कठिन से कठिन प्रश्न-पत्र को हल कर सकते हैं।यदि आपने तैयारी पूरी कर ली है परंतु आपमें आत्मविश्वास की कमी है तो फिर आप प्रश्न-पत्र को बेहतर तरीके से हल नहीं कर सकते हैं।
- समय-प्रबंधन का सख्ती से पालन करें।समय-प्रबंधन का अर्थ यह नहीं है कि आप बहुत ज्यादा समय पढ़ें,विश्राम करें ही नहीं।समय-प्रबंधन का अर्थ है समय जो आपके पास है उसका बेहतरीन तरीके से उपयोग करना,गुणवत्तापूर्ण अध्ययन करना,कम समय में स्मार्ट तरीके और सटीक रणनीति के साथ तैयारी करना,तय समय में प्रश्न-पत्रों को हल करने का अभ्यास करना।समय-प्रबंधन के बारे में कई लेख इस वेबसाइट पर पोस्ट किए हुए हैं,आप उन्हें पढ़कर समय-प्रबंधन की कला सीख सकते हैं।जितना अधिक प्रैक्टिस करेंगे,मूल्यांकन करेंगे,इंप्रूव करेंगे उतनी ही आपकी एग्जाम की तैयारी में निखार आता जाएगा।
8.परीक्षा के पैटर्न के अनुसार तैयारी करें (Prepare according to the pattern of the exam):
- नेट परीक्षा वर्ष में दो बार नवंबर-दिसंबर व जून-जुलाई के आसपास होती है।नवंबर-दिसम्बर में बहुत कम समय बचा है।परीक्षा पैटर्न में बदलाव होता रहता है।जैसे पहले रिसर्च पेपर लिखवाया जाता था जिसे अब समाप्त कर दिया है।अब कंप्यूटर बेस्ड ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाती है।प्रश्न-पत्र के प्रारूप में बदलाव होता रहता है।अतः नेट (NET) परीक्षा के प्रारूप को समझने के लिए ऑफिशल वेबसाइट पर विजिट करके जाने,समझें और उसकी पीडीएफ डाउनलोड कर लें।
- कई अभ्यर्थी पुराने पैटर्न के अनुसार तैयारी करते रहते हैं और या तो उनको पता ही नहीं चलता है और जब पता चलता है तब तक परीक्षा निकट आ चुकी होती है और उनकी तैयारी निष्फल हो जाती है।अतः नेट (NET) परीक्षा के प्रारूप के नए प्रारूप को जानने के लिए अपने आपको अपडेट एंड अपग्रेड करते रहना चाहिए। ऑफिशल वेबसाइट से ताजा जानकारी हासिल की जा सकती है।
- परीक्षा के नवीनतम प्रारूप के अनुसार मॉक टेस्ट दें और जहां कमजोरी महसूस होती है,उस टॉपिक को पुनः समझें,पढ़ें और फिर से मॉक टेस्ट दें।बार-बार अभ्यास करने से आपके द्वारा प्रश्नों और सवालों की गति भी बढ़ेगी और सुधार भी होगा।मॉक टेस्ट को परीक्षा के जैसे माहौल बनाकर ही हल करना चाहिए।
- बेसिक बातों को क्लियर करें क्योंकि बेसिक बातें ही अस्पष्ट होंगी तो टॉपिक को समझाना मुश्किल होगा।जैसे रेखा और कोण का चैप्टर पढ़ रहे हैं तो कोण व रेखा किसे कहते हैं,इसे समझना जरूरी है।कोण का नाम निर्दिष्ट कैसे करते हैं? बेसिक क्लियर करने के लिए पिछली कक्षाओं की पुस्तकों का सहारा ले सकते हैं अथवा इंटरनेट या यूट्यूब वीडियो देखकर भी बेसिक क्लियर कर सकते हैं।
- कई अभ्यर्थी केवल पढ़ते रहते हैं,एमसीक्यू टाइप सवालों व प्रश्नों को मौखिक रूप से हल करते रहते हैं और समझते हैं कि तैयारी अच्छी तरह हो रही है।परन्तु इतना ही पर्याप्त नहीं है,स्वयं के द्वारा नोट्स भी बनाना चाहिए।ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा के लिए बिन्दुवार नोट्स बनाएं जाने चाहिए और निबन्धामक परीक्षा के लिए पैराग्राफ बनाकर तथा विवरणात्मक रूप से नोट्स बनाना चाहिए।
- यदि आपका कोई मित्र भी स्टडी कर रहा है या कोई ग्रुप स्टडी कर रहा हो तो आपस में एकदूसरे को प्रश्नों या सवालों को पूछना चाहिए।कठिन टॉपिक पर डिस्कस करना चाहिए।ग्रुप स्टडी तभी लाभप्रद होती है जब ग्रुप के अन्य सदस्य भी नेट (NET) परीक्षा की तैयारी के लिए गंभीरतापूर्वक तैयारी कर रहे हों।यदि ग्रुप के सदस्य बातूनी,गपशप करने,अनावश्यक बातें करने वाले होंगे तो ग्रुप स्टडी से फायदा होने के बजाय नुकसान हो जाएगा।
- एकाग्रता साधने के लिए ध्यान करें,योग-साधना करें,फिजिकल एक्सरसाइज करें।इसके लिए आपको नियमित रूप से प्रातः काल नित्यकर्मों से निवृत्त होकर आधा घंटा देना पर्याप्त है।नकारात्मक विचारों को कंपनी न दें।अपने मन को विषय को पढ़ने पर केंद्रित करें।मन की ऐसी आदत नहीं है तो आपको मन के विरुद्ध खड़ा होना पड़ेगा।थोड़े से समय में ही मन पर नियंत्रण करना संभव हो जाता है।एकाग्रता और लगन के साथ अध्ययन करें।ज्ञान केंद्रित अध्ययन न करके परीक्षा केंद्रित अध्ययन करें।ज्ञान अर्जित करना चाहते हैं तो उसके लिए अतिरिक्त कुछ समय निर्धारित कर लें अथवा परीक्षा देने के पश्चात व्यावहारिक ज्ञान व सत्साहित्य का अध्ययन करें।परीक्षा के पैटर्न के अनुसार मॉक टेस्ट दें,मॉडल पेपर्स हल करें।परीक्षा जैसा माहौल बनाकर मॉक टेस्ट दें।इतने उपाय आप करेंगे तो आपको निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।जून 2025 में NET परीक्षा तैयारी वाला लेख पढ़ेंगे तो आपको और भी अधिक अतिरिक्त अध्ययन सामग्री मिलेगी,उससे आपकी तैयारी करने में बहुत मदद मिल सकती है।
- उपर्युक्त आर्टिकल में यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें के 9 रहस्य (9 Secrets of How to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें? (How to Crack UGC-NET Exam?) के बारे में बताया गया है।
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9.नेट एक्जाम क्रैक करने का मंत्र (हास्य-व्यंग्य) (Spell to Crack NET Exam) (Humour-Satire):
- शिक्षक (अभ्यर्थी से):मैं अयोग्य से अयोग्य अभ्यर्थी को भी पलक झपकते ही नेट (NET) परीक्षा के लिए योग्य बना सकता हूं।
- अभ्यर्थी:ऐसी क्या युक्ति है जो पलक झपकते ही आप ऐसा कर सकते हैं।हम तो साल भर से तैयारी करते हैं,फिर भी ऐसा नामुमकिन है।
- शिक्षक:अयोग्य से अ हटाकर।
10.यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें के 9 रहस्य (Frequently Asked Questions Related to 9 Secrets of How to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें? (How to Crack UGC-NET Exam?) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.यूजीसी-नेट में कितने पेपर व प्रश्न होते हैं? (How many papers and questions are there in UGC-NET?):
उत्तर:दो पेपर।प्रथम पेपर सामान्य ज्ञान,तर्क क्षमता का तथा द्वितीय पेपर सब्जेक्ट का पेपर होता है।प्रथम प्रश्न पत्र में 50 प्रश्न (100 अंक) तथा द्वितीय पेपर में 100 प्रश्न (200 अंक) के होते हैं।प्रथम पेपर एक घंटा तथा दूसरा दो घंटे का होता है।
प्रश्न:2.परीक्षा किस प्रकार आयोजित होती है? (How is the exam conducted?):
उत्तर:परीक्षा ऑनलाइन मोड में कंप्यूटर द्वारा देनी होती है।
प्रश्न:3.पेपर-2 में कुल कितने विषय हैं? (How many topics are there in Paper-2?):
उत्तर:85 विषयों में से एक ऐच्छिक विषय का चयन करना होता है।प्रत्येक विषय के लिए एक कोड निर्धारित है।
प्रश्न:4.NET 2025 की द्वितीय सेशन की परीक्षा कब होगी? (When will the second session of NET 2025 be examed?):
उत्तर:NET-2025 की द्वितीय सेशन की परीक्षा 31 दिसम्बर 2025 से 7 जनवरी 2026 तक आयोजित होने की सम्भावना है।
- उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें के 9 रहस्य (9 Secrets of How to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी-नेट कैसे क्रैक करें? (How to Crack UGC-NET Exam?) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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Satyam
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