6 Strategies to Crack UGC-NET Exam
1.यूजीसी-नेट परीक्षा क्रेक करने की 6 रणनीतियाँ (6 Strategies to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा 2025 (UGC NET/JRF Exam 2025):
- यूजीसी-नेट परीक्षा क्रेक करने की 6 रणनीतियों (6 Strategies to Crack UGC-NET Exam) के आधार पर आप इस परीक्षा की कार्य प्रणाली और अपडेट्स के बारे में जान सकेंगे।पिछले वर्षों की तुलना में अब काफी कुछ बदलाव कर दिए गए हैं और इसे अधिक सरल व बोधगम्य बना दिया है।
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2.यूजीसी-नेट परीक्षा क्या है? (What is UGC-NET Exam?):
- यूजीसी-नेट परीक्षा का उद्देश्य है उच्च स्तरीय अध्ययन हेतु फैलोशिप देना और विभिन्न विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में प्रवक्ता (लेक्चरशिप) हेतु पात्रता प्रदान करना।नेट परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात अभ्यर्थी संपूर्ण देश के किसी भी राज्य के विश्वविद्यालय/महाविद्यालय में साक्षात्कार हेतु उपयुक्त समझें जाते हैं।
- इस परीक्षा का आयोजन अब NTA (एनटीए,नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा वर्ष में दो बार सामान्यतः जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है।पिछली परीक्षा जनवरी में आयोजित की गई थी।इस परीक्षा के आधार पर पात्र (योग्य) घोषित अभ्यर्थियों को मानविकी,सामाजिक तथा विविध भाषाओं में छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।जो अभ्यर्थी प्रवक्ता पद के लिए पात्र घोषित किए जाते हैं,उन्हें विश्वविद्यालय/महाविद्यालय राज्यों के नियमानुसार प्रवक्ता-पद पर नियुक्त करते हैं।जो अभ्यर्थी छात्रवृत्ति के लिए पात्र घोषित किए जाते हैं,वे प्रवक्ता भी नियुक्त किया जा सकते हैं।किंतु जो केवल प्रवक्ता पद के लिए पात्र होते हैं,उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान नहीं की जा सकती है।
- एनटीए (यूजीसी) इस परीक्षा के माध्यम से ऐसी प्रतिभाओं की तलाश करता है जो न सिर्फ स्वयं द्वारा चयनित विषय के अच्छे ज्ञाता हों,अपितु शिक्षण कार्य कर सकने के लिए उत्कृष्ट बौद्धिक स्तर भी रखते हों।इस परीक्षा के माध्यम से प्रत्याशियों के विषय ज्ञान एवं सामान्य बुद्धि की गहनता की जांच करने का प्रयास किया जाता है।अब यह नियम बन जाने के उपरांत कि किसी भी विश्वविद्यालय में प्राध्यापक (व्याख्याता) बनने के लिए प्रत्याशी जे.आर.एफ. या नेट परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है,के कारण एनटीए द्वारा आयोजित यह परीक्षा काफी महत्त्वपूर्ण हो गई है।इस परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक अभ्यर्थियों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि इस परीक्षा में बैठने वाले कुल परीक्षार्थियों में से मात्र कुछ प्रतिशत प्रत्याशियों को नेट के लिए और मात्र दो-तीन प्रतिशत परीक्षार्थियों को जे.आर.एफ. के लिए चुना जाता है।इन आंकड़ों से आपको यह पता चल गया होगा कि इस परीक्षा में सफल होना कितना कठिन है और सफल होने के लिए आपको कठोर मेहनत करनी होगी।
- करियर की दृष्टि से प्रवक्ता/व्याख्याता का पद बेहद सम्मानजनक है।उच्च शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थी इन पदों पर पहुंचने की अभिलाषा रखते हैं।यह अत्यन्त ही शालीन एवं सृजनात्मक पद है,जिसमें व्याख्याता पद पर देश की भावी पीढ़ी को एक नई दिशा देने का दारोमदार है।अब से 30-35 वर्ष पूर्व तक देश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में कोई भी उच्च शिक्षा प्राप्त सीधे ही आवेदन कर सकता था लेकिन शनैः शनैः विश्वविद्यालय राजनीति का गढ़ बन गए।भाई-भतीजावाद की परंपरा से अयोग्य एवं सिफारिशी व्यक्ति उच्च पद पर पहुंचने लगे और योग्य व्यक्ति की उच्च पद तक पहुंच दूर होती गई।स्नातकीय छात्र-छात्राओं के भविष्य के मद्देनजर ही अब किसी भी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय में प्रवक्ता/व्याख्याता पद के लिए आवेदन हेतु नेट उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है।
3.यूजीसी-नेट अपडेट्स (UGC-NET Updates):
- (1.)जेआरएफ के लिए उच्च आयु सीमा 31 वर्ष है परंतु प्रवक्ता पद के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी या फाइनल (PG) में पढ़ रहे अभ्यर्थी संबंधित विषय में नेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है परंतु चार वर्षीय ग्रेजुएशन करने वाले अभ्यर्थी किसी भी विषय में नेट दे सकते हैं।
- (2.)एमए,एमटेक,एमएससी,एमबीए अभ्यर्थी को पीजी में 55% मार्क्स से उत्तीर्ण होना जरूरी है परंतु ओबीसी/एससी/एसटी (OBC/SC/ST) के लिए 50% अंकों से उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
- (3.)जेआरएफ के लिए एलएलएम (LLM) अभ्यर्थी को 3 वर्ष,पूर्व-सैन्य कर्मी को 5 वर्ष,एससी-एसटी-ओबीसी-महिला (SC/ST/OBC/WOMAN) तथा रिसर्च उम्मीदवार को 5 वर्ष की छूट है।
- (4.)4 वर्षीय स्नातक डिग्री वाले छात्र-छात्राओं को 75% से उत्तीर्ण होना अनिवार्य है परंतु एससी/एसटी/ओबीसी (SC/ST/OBC) को 5% की छूट है अर्थात् 70% मार्क से उत्तीर्ण होना आवश्यक है।4 वर्षीय स्नातक डिग्री वाले छात्र-छात्राएं आठवें सेमेस्टर में अध्ययन करते हुए भी नेट (NET) परीक्षा दे सकते हैं।
- (5.)विदेशी छात्र-छात्राएँ नेट परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं और न नेट परीक्षा विदेशों में आयोजित की जाती है।नेट परीक्षा भारतीय छात्र-छात्राओं के लिए ही है अर्थात् उसे भारत का नागरिक होना चाहिए।यदि भारतीय नागरिक ने विदेशी महाविद्यालय/विश्वविद्यालय से डिग्री ली है तो उसे यूनिवर्सिटी (AIU),नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त होना चाहिए।
- (6.)नेट परीक्षा में आरक्षण का प्रावधान भी है।एससी (SC) के लिए 15%,एसटी (ST) के लिए 7.5%,ओबीसी (OBC) के लिए 27%,सामान्य अभ्यर्थी जो आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं उनके लिए 10% आरक्षण है।उपर्युक्त सभी कोटे में 5% सीट (कोटा) 40% पीडब्ल्यूडी (PWD) (शारीरिक रूप अक्षम) अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं।
- (7.)दो पेपर वस्तुनिष्ठ (एमसीक्यू) प्रकार के प्रश्न-पत्रों की परीक्षा ली जाएगी जो ऑनलाइन मोड में आयोजित होगी।प्रथम पेपर तर्क क्षमता,सामान्य ज्ञान,समझ,अध्यापन अभियोग्यता से संबंधित है जिसमें 50 प्रश्नों का उत्तर एक घंटे में देना होगा तथा प्रत्येक प्रश्न दो अंक का होगा अर्थात् 100 अंक का पेपर होगा।द्वितीय पेपर ऐच्छिक विषय से संबंधित होगा।यह भी वस्तुनिष्ठ (MCQ) टाइप का पेपर होगा जिसमें 100 प्रश्न होंगे जिसे 2 घंटे में हल करना होगा।इसमें भी प्रत्येक प्रश्न दो अंक का होगा अर्थात् यह पेपर 200 अंकों का होगा।दोनों पेपर्स में नकारात्मक अंकन नहीं है।दोनों पेपर्स के बीच कोई ब्रेक नहीं है अर्थात् पहला पेपर देते ही तत्काल दूसरा पेपर देना होगा।
- (8.)सामान्य अभ्यर्थी को दोनों पेपर्स में अलग-अलग 40% अहर्क अंक लाना होगा।आरक्षित वर्ग के लिए दोनों पेपर्स में अहर्क अंक 35% है।
- (9.)पेपर-2 कुल 85 विषय में एक ऐच्छिक विषय का चयन करने वाले में परीक्षा आयोजित की जाएगी जिनको अलग-अलग कोड दिए गए हैं।गणित/सांख्यिकी में मास्टर डिग्री वाले अभ्यर्थी जनसंख्या अध्ययन (कोड 15) विषय में उपस्थित होने के लिए पात्र हैं।
- (10.)जेआरएफ में चयनित उम्मीदवार को 2 वर्ष के लिए 37000 प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी जबकि एसआरएफ (सीनियर रिसर्च फैलोशिप) वाले उम्मीदवार को शेष कार्य के लिए प्रतिमाह 42000 प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी।
- (11.)परीक्षा ऑनलाइन माॅड में देना होगा तथा पेपर का माध्यम अंग्रेजी व हिंदी दोनों भाषाओं में होगा।परीक्षा जून के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है।
- (12.)विस्तृत जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें तथा प्रामाणिक जानकारी के लिए उसे ही सही माने।किसी भी प्रश्न के विवादास्पद या अस्पष्ट उत्तर होने पर जिस अभ्यर्थी ने उस प्रश्न को अटेंप्ट किया है उसी को अंक दिए जाएंगे।
4.परीक्षा की तैयारी हेतु सुझाव (Tips for Exam Preparation):
- (1.)प्रथम पेपर तर्कशक्ति और सामान्य ज्ञान से संबंधित है।इस तरह के प्रश्नों को हल करते समय प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उसमें छिपे तथ्यों को बारीकी से समझने का प्रयास करें।ऐसा करने पर आप आसानी से प्रश्नों को हल कर सकेंगे।
- (2.)इस तरह के प्रश्नों को हल करने का लगातार अभ्यास करना भी आपके लिए लाभदायक हो सकता है।
- (3.)इस तरह के प्रश्नों को हल करते समय प्रश्नों में व्यक्त किए गए तथ्यों को सही तरीके से समझकर उन्हीं तथ्यों के आधार पर ही उत्तर दें।
- (4.)अगर इस तरह के प्रश्नों को हल करने के तरीके सुझाने वाला कोई गाइड पढ़ें तो लाभदायक होगा।
- (5.)परीक्षार्थियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि पेपर एक,एक विस्तृत पाठ्यक्रम वाला विषय है,इसलिए इस विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए प्रत्याशियों को काफी मेहनत करनी चाहिए।चूँकि सफलता प्राप्ति के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता,इसलिए प्रत्याशियों को अपनी लगन एवं परिश्रम से ही सफलता प्राप्ति का रास्ता तलाशना चाहिए।यूं बाजार में कई स्तरीय गाइड बुक उपलब्ध हैं,इसलिए नये प्रत्याशियों को इस परीक्षा के तौर-तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- (6.)अभी भी तर्कशक्ति,सामान्य ज्ञान आदि की तैयारी के लिए समय है।प्रतिदिन स्तरीय अखबार,न्यूज़ चैनल देखें।प्रामाणिक वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल से वीडियो देखकर भी आप अपने आप को अपडेट करते रहें।मासिक प्रतियोगिता पत्रिकाओं का भी अध्ययन लाभकारी सिद्ध होगा।
- (7.)पेपर एक के 50 प्रश्नों को 1 घंटे में तथा पेपर-2 के 100 प्रश्नों को 2 घंटे में हल करने की प्रेक्टिस करें।
इसके लिए मॉक टेस्ट या मॉडल पेपर्स हल करना चाहिए।समय सीमा में पेपर को हल करने का बार-बार अभ्यास करें।
- (8.)गत वर्षो के प्रश्न-पत्रों की सहायता लेकर परीक्षा की तैयारी को सही दिशा दें।आपको पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों से कुछ आईडिया लग जाएगा कि किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।साधारणतया विषय के लिए निर्धारित सिलेबस के सभी हिस्से से प्रश्न पूछे जाते हैं। अतः प्रश्न-पत्र की तैयारी करने के लिए विषय के पाठ्यक्रम का गहन अध्ययन करें और छोटे-छोटे तथ्यों को भी याद करने का प्रयास करें।
- (9.)ऐसे प्रश्नों को हल करने के लिए आपको अपने विषय से संबंधित हर तथ्य को पूरी तरह से समझना और याद रखना चाहिए।
- (10.)छोटे-छोटे तथ्यों को भी नोट करके रखना आपके लिए उचित होगा,क्योंकि परीक्षा से कुछ दिन पहले आप किताबों में सिर खपाने की जगह अपने द्वारा तैयार इस नोट्स को पढ़कर अपनी तैयारी को पुख्ता कर सकते हैं।
- (11.)अपने विषय से संबंधित नई-नई पुस्तकों,नए लेखकों की रचनाओं एवं तथ्यों की जानकारी रखना भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
- (12.)मॉक टेस्ट,मॉडल पेपर्स और पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों को हल करते हुए अपना मूल्यांकन करें और जहां कहीं भी कमी दिखाई दे उसमें सुधार करते रहें।
- (13.)विषय से संबंधित पेपर-2 को अधिक समय दें और उस पर मजबूत पकड़ बनाएं।पेपर-2 अधिक अंकों का होता है अतः वही आपका चयन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- (14.)अपने द्वारा बनाए गए नोट्स का बार-बार रिवीजन करें,याद करें,मित्रों से चर्चा करें,डिस्कस करें।इस प्रकार से जानकारी मस्तिष्क में अधिक स्थायी रूप से अंकित होगी।
- (15.)अंतिम समय में स्वयं के बनाये हुए नोट्स और मॉक टेस्ट ही लाभकारी सिद्ध होते हैं।बाजारू नोट्स के बजाय स्वयं के द्वारा बनाए गए नोट्स से ही तैयारी करनी चाहिए।स्वयं के नोट्स की विषय सामग्री को आत्मसात करना सरल होता है।
5.महत्त्वपूर्ण सुझाव (Important Tips):
- (1.)करंट अफेयर्स की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों का अध्ययन करें।रोजाना न्यूज़ चैनल व अखबार पढ़ें और अपने आप को अपडेट करते रहें।
- (2.)नियमित और सतत अध्ययन करें।दिमाग में नेगेटिव विचारों को स्थान न दें,सकारात्मक सोच-विचार करें।
- (3.)कई बार कड़ी मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती।इसका अर्थ यह नहीं होता है कि जीवन में तरक्की के सारे रास्ते बंद हो गए।सकारात्मक सोच से इसका विकल्प भी मिल जाएगा।अपनी तैयारी और ज्ञान का उससे संबंधित अन्य जगह कोशिश करें और आगे बढ़ें।
- (4.)मानसिक संतुलन बनाए रखें,रोजाना ध्यान-योग का अभ्यास करें,मन को एकाग्र करने का अभ्यास करें।परीक्षा की तैयारी का समय है अतः सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखें और अपने लक्ष्य को दिमाग में रखें,उससे संबंधित एक्टिविटी ही करें,अन्य कार्यों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दें।
- (5.)तनाव से बचने के लिए कुछ समय अपनी हॉबी को दें अथवा जो आपको प्रेरित करते हों उनके साथ समय बिताएं।
- (6.)अपनी तुलना अन्य विद्यार्थियों से न करें,क्योंकि हर व्यक्ति इस दुनिया में यूनिक है।तुलना करेंगे तो तनावग्रस्त हो सकते हैं,स्वस्थ तुलना करना या स्पर्धा करना तो ठीक है।
- (7.)पर्याप्त नींद लें ताकि दिमागी व शारीरिक थकावट महसूस न हों,भोजन सादा,हल्का लें।तले-भुने,तेज मिर्च-मसाले,जंक फूड,फास्ट फूड का सेवन करने से बचें।गर्मी के समय में पाचन शक्ति कमजोर रहती है।इसलिए हल्का व पौष्टिक भोजन ही लें वरना एसिडिटी,उल्टी आना,चक्कर आना जैसी कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
- (8.)लगातार अध्ययन के दौरान बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें और दिमाग को रिफ्रेश करें।चाय,काॅफी लेने के बजाय नींबू पानी,रुहअफजा अथवा दिमाग को तरावट देने वाले फलों का ज्यूस वगैरह लें।बीच-बीच में पानी पीते रहें जिससे शरीर हाइड्रेट रहेगा।
- (9.)रटने के बजाय टाॅपिक को समझ कर आत्मसात करने का प्रयास करें।परीक्षा के लिए बनाई गई रणनीति का सख्ती के साथ पालन करें।कठिन शब्दार्थ को समझें।
- (10.)अपने डाउट्स क्लियर करने के लिए या तो अपने साथी के साथ डिस्कस करें अथवा ट्यूटर से पूछें।बिना समझें रटने से कोई फायदा नहीं होगा।आप कुछ समय बाद भूल जाएंगे जबकि समझकर पढ़ा हुआ ठीक से आत्मसात हो जाता है।
- (11.)बिंदुवार तथा शॉर्ट नोट्स बनाएं ताकि रिवीजन करने में सहूलियत रहे।यदि गणित विषय है अथवा प्रैक्टिकल विषय है तो उसके सवालों को हल करने का अभ्यास करें।सूत्रों,प्रमेयों,खास-खास समीकरणों,आंकिक सवालों,डेरीवेशन (गणित,फिजिक्स,केमिस्ट्री आदि) आदि को छोटी नोटबुक में लिख लें और जब भी मौका मिले उन्हें पॉकेट से निकालकर रिवीजन करते रहें।
- (12.)अक्सर छात्र-छात्राएं भविष्य में क्या होगा,इसको लेकर चिंतित हो जाते हैं।अर्थात् असफल हो गया तो क्या होगा,इससे वर्तमान पर से ध्यान हट जाता है जिससे विषय की तैयारी ठीक तरह से नहीं कर पाते हैं।लगातार नेगेटिव चिंतन चलते रहते हैं जो हमारी मानसिक स्थिति को खराब कर देते हैं।केवल वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करें और परीक्षा में अपना 100% देने का प्रयास करें।
- (13.)जीवन में सफलता-असफलता तो चोली-दामन का साथ है इसलिए असफलता से बिल्कुल भी नहीं घबराना चाहिए और असफलता से हमेशा कुछ सीख लेनी चाहिए।
- (14.)आप कितनी ही अच्छी तैयारी कर लें परंतु प्रश्न-पत्र का सटीक अंदाज लगाना असंभव है।कुछ प्रश्न गलत भी हो जाते हैं,इससे घबराना नहीं चाहिए।धैर्यपूर्वक पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रश्न-पत्र को हल करने का प्रयास करना चाहिए।हमारी सीमाएं हैं अतः हर चीज हमारे नियंत्रण में नहीं होती है।हमारे हाथ में सटीक रणनीति के साथ कोशिश करना है।
उपर्युक्त आर्टिकल में यूजीसी-नेट परीक्षा क्रेक करने की 6 रणनीतियाँ (6 Strategies to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा 2025 (UGC NET/JRF Exam 2025) के बारे में बताया गया है।
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6.नेट एक्जाम क्रैक (हास्य-व्यंग्य) (Crack NET Exam) (Humour-Satire):
- रम्मू:राधे,यार तू इतना परेशान क्यों है?
- राधे:क्या बताऊं,नेट (NET) एग्जाम की कोचिंग के लिए मेरा एक दोस्त ₹300000 लेकर गया था।
- रम्मू:तो क्या हुआ?
- राधे:नेट एक्जाम क्रैक करने के बाद उसने मुझे पहचानने से ही इनकार कर दिया।
7.यूजीसी-नेट परीक्षा क्रेक करने की 6 रणनीतियाँ (Frequently Asked Questions Related to 6 Strategies to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा 2025 (UGC NET/JRF Exam 2025) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.नेट का फुल फॉर्म क्या है? (What is the full form of NET?):
उत्तर:नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (National Eligibility Test)।
प्रश्न:2.जेआरएफ का फुल फॉर्म क्या है? (What is the full form of JRF?):
उत्तर:जूनियर रिसर्च फैलोशिप (Junior Research Fellowship)।
प्रश्न:3.क्या जेआरएफ में चयन होने वाला प्राध्यापक बन जाता है तो छात्रवृत्ति जारी रहती है? (Does the scholarship continue if the candidate selected in JRF becomes a professor?):
उत्तर:जेआरएफ में चयन होने वाला प्राध्यापक के लिए अप्लाई कर सकता है,चयन होने के बाद छात्रवृत्ति नहीं मिलती है।रिसर्च पर्पज के लिए ही छात्रवृत्ति मिलती है।
- उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा यूजीसी-नेट परीक्षा क्रेक करने की 6 रणनीतियाँ (6 Strategies to Crack UGC-NET Exam),यूजीसी नेट/जेआरएफ परीक्षा 2025 (UGC NET/JRF Exam 2025) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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Satyam
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