Menu

How to Feather a Career in 2025-2026?

Contents hide

1.2025-2026 में करियर को पंख कैसे लगाएँ? (How to Feather a Career in 2025-2026?),जाॅब के लिए सही दिशा में आगे कैसे बढ़ें? (How to Move in Right Direction for a Job?):

  • 2025-2026 में करियर को पंख कैसे लगाएँ? (How to Feather a Career in 2025-2026?) यों करियर के बारे में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षाओं तक जान लेना चाहिए,लेकिन यदि आपने निर्णय नहीं लिया है तो नवीं-दसवीं के बाद तो आपको निर्णय लेना ही है।करियर के बारे में गलत निर्णय आपके भविष्य को बर्बाद कर सकता है और सही निर्णय आबाद कर सकता है।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Also Read This Article:करियर में सफलता के लिए 7 रणनीति

2.शैक्षणिक डिग्री के साथ स्किल भी जरूरी (Skills are also necessary along with an academic degree):

  • आधुनिक दौर तकनीकी कौशल और स्किल का जमाना है।अतः जाॅब प्राप्त करने के लिए आपको शैक्षणिक योग्यता हासिल करने के साथ ही स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए।जिससे डिग्री हासिल करते ही आप जाॅब हासिल कर सकें।डिग्री हासिल करते समय जिस क्षेत्र में आपने स्किल सीखी है उसमें इंटर्नशिप कर लेनी चाहिए ताकि आपके जॉब पाने के अवसर बढ़ सकें।कुछ छात्र-छात्राएं इंटर्नशिप करना केवल औपचारिक व अनुभव का सर्टिफिकेट हासिल करना समझते हैं,जो कि गलत है।यदि आप पूरी दिलचस्पी के साथ इंटर्नशिप करते हैं तो हो सकता है वहीं पर आपको जॉब ऑफर कर दिया जाए।
  • मार्केट की डिमांड को समझें और उसका अपनी रुचि व योग्यता से तालमेल बिठाकर नॉलेज प्राप्त करें।मार्केट में कौनसे जाॅब डिमांड में है और उसके लिए कौन-कौनसी स्किल सीखना जरूरी है।यदि यह आपकी रुचि और योग्यता तथा क्षमता के साथ फिट बैठता है तो शैक्षणिक योग्यता के दौरान पार्टटाइम उस स्किल को सीखते रहें। तकनीक बदलती रहती है जैसे एक से एक कंप्यूटर लैंग्वेज आती जा रही है,एप्स अपडेट होते रहते हैं,एआई पर आधारित चैट जीपीटी,बार्ड आदि।अतः अपने आप को अपडेट करते रहें।सीख लेने पर यह मानकर ना बैठ जाएं कि अब कोई जरूरत नहीं है।इस प्रकार आप कुछ ना कुछ हुनर सीख लेंगे तो शैक्षणिक योग्यता के साथ आपके पास जाॅब पाने के लिए हुनर भी होगा।

3.नई तकनीक कैसे सीखें? (How to learn new technology?):

  • अब सवाल यह उठता है कि शैक्षणिक अध्ययन के दौरान तकनीक,कोडिंग,एआई या अन्य लीडरशिप के तत्त्वों को कैसे विकसित किया जा सकता है,सीखा जा सकता है।क्योंकि शैक्षणिक पढ़ाई का ही इतना दबाव रहता है कि और कुछ सीखने के बारे में कुछ सोचा ही नहीं जा सकता है याकि समय ही नहीं मिलता है।परंतु इस तर्क में आंशिक सच्चाई ही है।हम घंटों ऐसे काम करते हैं जिसकी कोई खास जरूरत नहीं है।जैसे सोशल मीडिया पर व्यस्त रहना,चैटिंग करना,वीडियो कॉल करना,फोन पर व्यस्त रहना आदि।इस प्रकार ढेरों ऐसे काम करते हैं जिनकी खास आवश्यकता नहीं है परंतु ये सब हमारी लाइफस्टाइल के अंग बन चुके हैं।
  • नई तकनीक,कोडिंग आदि को सीखने को हाॅबी के रूप में लें,इसे बोझ न समझें।आप इस पर विचार करें कि ढेरों अनावश्यक कार्य पर आप अपना समय व्यतीत करते हैं तो नई तकनीक,टेक्नोलॉजी का ज्ञान तो हमारे भविष्य का निर्माण करने में सहायक है।अतः ऐसे महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए बहानेबाजी करना,टालमटोल करना यह दर्शाता है कि आप भविष्य निर्माण के प्रति कितने सजग और सचेत हैं।आज जाॅब मार्केट में किसी जाॅब के लिए टेक्नोलॉजी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।
  • सकारात्मक चिन्तन से हमारी ऊर्जा एकजुट रहती है और एकजुट ऊर्जा तथा हाॅबी के आधार पर हम उसी समय में बहुत-सा काम निपटा सकते हैं।यदि स्किल्स सीखने के लिए कोई कोचिंग सेन्टर्स आपके वहाँ पर उपलब्ध नहीं है तो आप ऑनलाइन माध्यमों विभिन्न वेबसाइट्स या वीडियो को देखकर भी सीख सकते हैं।इसके अलावा पुस्तकें खरीद कर उनका अध्ययन करके भी आप नाॅलेज प्राप्त कर सकते हैं।जो भी सीखें,पढ़े,अध्ययन करें,उसके नोटबुक में नोट्स बनाएं और समय-समय पर अपडेट करते रहें।
  • नकारात्मकता हमारी ऊर्जा को खण्ड-खण्ड कर देती है,हमारी हिम्मत को तोड़ देती है।स्किल व तकनीक को सीखने के लिए पाजीटिव एट्टीटयूड,हाॅबी के रूप में लेना और प्रोफेशनल एट्टीटयूड रखना बहुत जरूरी है।
  • वर्तमान समय में जाॅब पाने और देने के ट्रेंड में बदलाव होता जा रहा है।कंपनियां,संगठन ऐसे एंप्लॉई को लेना पसंद करती है जिसे तकनीक,डिजिटल दौर की समझ और जानकारी है,इसके बिना आप मार्केट में टिक नहीं पाएंगे।

4.क्रिएटिव थिंकिंग को विकसित करें (Develop Creative Thinking):

  • टेक्नोलॉजी के दौर में हर चीज तैयार मिलती है तो दिमाग को काम करने के अवसर नहीं मिल पाते हैं।कोई भी प्रॉब्लम फेस करते ही बस गूगल पर सर्च करो,यूट्यूब पर वीडियो देख लो और फटाक से उसका समाधान आपके सामने प्रस्तुत हो जाएगा।आपको सोचने,चिंतन करने की जरूरत ही महसूस नहीं होती है।लेकिन याद रखें जरूरत से ज्यादा टेक्नोलॉजी पर निर्भरता भी हमें पंगु बना देती है।
  • हमारी रचनात्मक सोच विकसित नहीं होती है।नए आइडियाज दिमाग में नहीं आते हैं।याद रखें स्टूडेंट लाइफ हो या प्रोफेशनल लाइफ हो तो आपको क्रिएटिव बनना ही होगा।क्रिएटिव व्यक्ति ही किसी काम,जाॅब या विषय के बारे में यह सोच सकता है कि इसे अलग हटकर कैसे किया जा सकता है।
  • क्रिएटिव थिंकिंग के लिए मस्तिष्क को एक्टिव रखना होगा,नई-नई समस्याओं को हल करना होगा।यदि आप गणित के स्टूडेंट हैं तो पजल्स,न्यूमेरिकल प्रॉब्लम्स,जनरल इंटेलिजेंस के प्रश्न,मैजिक स्क्वायर आदि को हल करके अपनी क्रिएटिविटी को बढ़ा सकते हैं।
  • कोई भी नए आइडियाज,नई बात दिमाग में आए तो फौरन उसे नोट कर लें।तकनीक सीखने,कोडिंग सीखने को हाॅबी के रूप में लेकर सीखेंगे तो उस पर भी थोड़ा विचार-चिंतन करें।इस प्रकार आपकी क्रिएटिव स्किल्स बढ़ती जाएगी और इस प्रकार आपकी अलग हटकर और आकर्षक पर्सनेलिटी का विकास होगा।

5.प्रारंभ से ही अपना फ्यूचर तय करें (Decide your future from the beginning):

  • आप विद्यार्थी काल के प्रारंभ से ही यह तय करें कि आपको किस फील्ड में जाना है।यदि आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं तो अपने माता-पिता,शिक्षकों और मित्रों की मदद लें और फिर निर्णय करें।माता-पिता को भी अपने बच्चों के भविष्य के बारे में शुरू से ही सजग रहना चाहिए।उसकी जिस क्षेत्र में रुचि है,उसमें प्रतिभा है,योग्यता है तो उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।यह ठीक है कि मार्केट की डिमांड को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।परंतु आपकी मौलिक प्रतिभा जिस क्षेत्र में है,रुचि और योग्यता भी उसी में है,तो उसी क्षेत्र में ऊंचाइयों को छू सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं। किसी भी क्षेत्र की मार्केट डिमांड बिल्कुल खत्म नहीं हो जाती है,हां यह अवश्य है कि तकनीक के इस्तेमाल से उसको करने के तरीके बदल जाते हैं।
  • जैसे पहले शिक्षा गुरुकुलों,आश्रमों में दी जाती थी और बहुत कठिन दिनचर्या का पालन करवाया जाता था।ये गुरुकुल और आश्रम गांव के बाहर और जंगलों में हुआ करते थे।ज्ञान,अनुभव और नई टेक्नोलॉजी के साथ इसमें बदलाव आता गया।पहले जमीन पर लिखकर सिखाया जाता था,फिर पट्टी,ब्लैक बोर्ड,व्हाइट बोर्ड और अब डिजिटल बोर्ड पर पढ़ाया जाता है।पहले शिक्षा ऑफलाइन ही दी जाती थी अब ऑनलाइन शिक्षा का दौर भी चालू हो गया परंतु इससे ऑफलाइन शिक्षा का दौर खत्म नहीं हुआ और न ही गुरुकुल व आश्रम बिल्कुल खत्म हो गए।
  • इस टेक्नोलॉजी के युग में जिसमें तकनीकी में बदलाव रॉकेट की गति से हो रहा है उस दौर में भी गुरुकुल और आश्रम जिंदा है,हां यह अवश्य है कि उसमें शिक्षा देने का तरीका,पढ़ाने का ढर्रा आधुनिक दौर के अनुसार हो गया है।अतः प्रारंभ में ही अपनी मौलिक प्रतिभा,योग्यता व क्षमता को पहचाने और उसी क्षेत्र में आगे बढ़ें।

6.जीवन प्रबंधन के गुर सीखें (Learn life management tricks):

  • उपर्युक्त विवरण का यह अर्थ नहीं है कि हम आपको पढ़ाकू बनने की सलाह दे रहे हैं।आपको तनावरहित जीवन जीने के लिए,मन को रिफ्रेश करने के लिए भी कुछ गतिविधियां करनी चाहिए ताकि आपका मन प्रसन्न  रह सके और पढ़ाई में भी रुचि बनी रहे।इसके लिए आप ध्यान-योग,योग-साधना,कुछ एक्सरसाइज कर सकते हैं।
  • भजन,संगीत सुनना,फोटोग्राफी,कोडिंग या स्किल सीख सकते हैं।इससे आपमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और जिज्ञासा जागृत होगी।कुछ सामाजिक फंक्शनों में भी शरीक को सकते हैं लेकिन इसके लिए यह तय करना होगा कि आपका अध्ययन प्रभावित नहीं होना चाहिए।
  • सोशल मीडिया पर ज्यादा व्यस्त रहना आपके अध्ययन को प्रभावित करेगा।सोशल मीडिया ऐसी मीठी डोज है जिस पर सर्फिंग करते समय युवक-युवतियों को यह होश ही नहीं रहता है कि कितना समय व्यतीत हो गया है।मन को नियंत्रण में रखकर होशपूर्वक कार्य करेंगे तो आपको ध्यान रहेगा कि कितना टाइम कहां देना है और क्यों देना है।आप टाइम को मैनेज करके उस एक्टिविटीज में ही हिस्सा लें जिससे आपके करियर में मदद मिलती है,आपका व्यक्तित्व निखरता हो।यानी स्क्रीनटाइम को निर्धारित करें और जितना भी स्क्रीनटाइम में समय गुजारते हो उसे रचनात्मक बनाने की कोशिश करें।मोबाइल फोन,लैपटॉप या कंप्यूटर पर अधिक समय व्यतीत न करें।हां यदि आप प्रोफेशनल हैं,जॉब करते हैं और इन पर समय व्यतीत करना आवश्यक है तो बेशक आप कर सकते हैं।
  • अपने लक्ष्य पर नजर रखें और उसको प्राप्त करने के लिए भरसक प्रयास करें।कितना भी बड़ा लक्ष्य हो,यदि आप प्राणपण से जुट जाएंगे और अपनी रुचि,योग्यता व क्षमता के अनुसार लक्ष्य बनाएंगे तो उसे हासिल अवश्य कर लेंगे।माता-पिता व शिक्षकों को छात्र-छात्राओं को डिजिटल डिटॉक्स के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।रोजाना ध्यान-योग और प्राणायाम हमारी एकाग्रता को बढ़ाता है और हमें एक्टिव तथा तरोताजा रखने में मदद करेगा।

7.करियर चयन सोच-समझकर करें (Make career choices wisely):

  • अक्सर आधुनिक शिक्षा में दसवीं के बाद ऐच्छिक विषय का चयन करना होता है अतः ऐच्छिक विषय का चयन सोच-समझकर और अपने शुभ-चिंतकों से परामर्श लेकर करें।ऑनलाइन ऐसे कई प्लेटफार्म हैं,जहां से आपको प्रोफेशनल्स के अनुभव और सुझाव मिल सकते हैं।जैसे Linkedin,Quora,YouTube (लिंकडइन,कोरा,यूट्यूब) पर आप कीवर्ड सर्च करें और आपके कीवर्ड का आंसर मिल जाएगा।जैसे कीवर्ड है what to do after 10th in hindi तो इस कीवर्ड के सजेशन के रूप में प्रोफेशनल के सुझाव और यूट्यूब पर वीडियो दिखाई दे जाएंगे।
  • सुझावों को पढ़कर या वीडियो को देखकर आप जान सकते हैं कि आपके लिए क्या उपयुक्त है।कई ऑनलाइन ऐसे प्लेटफार्म भी हैं जहां आपको टेस्ट देना होगा और उस टेस्ट में आपकी रुचि,योग्यता,क्षमता और स्किल से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे,जिनका उत्तर देने पर आपको करियर का सुझाव दिया जाता है।आपके माता-पिता,शिक्षक व मित्रों से भी आप ऑफलाइन चर्चा करके इस बारे में निर्णय ले सकते हैं।
  • उदाहरणार्थ आपको इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का परामर्श दिया जाता है और आपकी रुचि और योग्यता भी है।इसमें आप बीसीए (Bachler of Computer Science) भी कर सकते हैं जिसके जरिए स्टूडेंट्स को कंप्यूटर की बेसिक बातें,कंप्यूटर प्रोग्रामिंग,वेब डिजाइन और ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में सिखाया जाता है।आपको यह 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद करना होता है जिसे पीसीएम (PCM) सब्जेक्ट वाले कर सकते हैं।
  • इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का कोर्स करने के लिए बीसीए के अलावा डिप्लोमा कोर्स,सर्टिफिकेट कोर्स,बीएससी आईटी आदि में से कोई सा भी अपनी योग्यता और क्षमता के अनुसार कर सकते हैं।हाॅबी के रूप में एक्स्ट्रा डेवलपमेंट करना है तो किसी स्तरीय वेबसाइट्स से या यूट्यूब के किसी अच्छे चैनल से उसका नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं।
  • क्षमता का तात्पर्य यह है कि कोर्स की फीस चुकाने की आपकी सामर्थ्य और कोर्स करने,पढ़ने,स्किल सीखने की सामर्थ्य जैसे आप गणित में बिल्कुल कमजोर हैं तो जेईई-मेन्स देने की क्षमता नहीं रखते हैं।इस प्रकार क्षमता में दोनों बातें शामिल होती है।यह अवश्य ध्यान रखें की विश्वसनीय और उत्कृष्ट संस्थानों से ही कोर्स करें।गुणवत्ता के साथ समझौता न करें।यदि विश्वसनीय और उत्कृष्ट संस्थान की फीस चुकाना आपकी सामर्थ्य में नहीं है तो तलाश करें कि वहाँ स्कॉलरशिप दी जाती है क्या? कई संस्थान मेधावी अथवा एससी/एसटी,ओबीसी के अभ्यर्थियों को स्कॉलरशिप भी देती हैं।
  • उच्च शिक्षा के लिए यदि संस्थान स्कॉलरशिप नहीं दे रहा हो तो भारत सरकार और राज्य सरकारें भी स्कॉलरशिप या वित्तीय सहायता देती हैं।अपने सपनों को साकार करने के लिए नैतिक और जायज जो भी फंडा अपनाना पड़े उसे अपनाएं।यदि कहीं से भी स्कॉलरशिप की बात नहीं बन रही है तो बैंक से उच्च शिक्षा के लिए ऋण ले सकते हैं।उच्च शिक्षा के लिए उतना ही ऋण लें जितना जरूरी है और आपके बूते उसको चुकाने की कुवत है। बैंक उच्च शिक्षा के लिए आसान शर्तों पर छात्र-छात्राओं को ऋण उपलब्ध कराता है।यह सुविधा निजी और सरकारी दोनों ही बैंकों में उपलब्ध है।बैंक की ब्याज दरें उच्च शिक्षा के लिए बहुत कम होती है।किसी व्यवसायी या लैंडलॉर्ड या फाइनेंसर से ऋण लेना बहुत महंगा सौदा है क्योंकि उनकी ब्याज दरें बैंक से तीन-चार गुना अधिक होती है साथ ही उनके ब्याज देने की शर्तें बहुत कठोर होती हैं।आपका कीमती गहना,कोई चल-अचल संपत्ति भी गिरवी रख सकते हैं।ऊँची ब्याज दर होने के कारण थोड़े समय में ब्याज पर ब्याज लगाते हुए वह मूलधन से चार-पांच गुना हो जाता है।व्यवसायी व ऐसे लैंडलाॅर्ड,धनाढ्य व्यक्तियों,फाइनेंसर से ऋण न लेना ही अच्छा है।
  • इसके बजाय तो पार्टटाइम ट्यूशन या अपने से संबंधित जॉब करके उस धन से अपना कोर्स कर लेना चाहिए।पार्टटाइम जॉब या कोर्स करने के लिए आपको हार्डवर्क तो करना पड़ेगा ही।परंतु ऋण के भार से दबने के बजाय आत्मनिर्भर बनकर अपना कोर्स करने से अभ्यर्थी में संघर्ष करने की क्षमता और कठिनाइयों से जूझने का माद्दा पैदा होता है।

8.करियर कोर्स या शैक्षिक डिग्री के बाद क्या करें? (What to do after a career course or academic degree?):

  • करियर के लिए बीई/बीटेक,एमबीबीएस अथवा कोई भी टेक्निकल कोर्स या शैक्षणिक डिग्री प्राप्त करके ही संतुष्ट न हो जाए।ये डिग्रियाँ आपको थ्योरेटिकल नॉलेज ही प्रदान करती हैं।इसके बाद इंटर्नशिप भी अवश्य करें,इंटर्नशिप एक प्रकार का प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस होता है।इंटर्नशिप आपकी रिज्यूमे में अतिरिक्त वैल्यू एडिशन का कार्य करता है।कई बार तो आपकी प्रतिभा,वर्किंग स्टाइल,योग्यता को देखकर इंटर्नशिप कराने वाली कंपनी या संगठन खुद ही आपको जॉब ऑफर कर देता है।इंटर्नशिप के बारे में विस्तृत लेख पोस्ट किया हुआ है,उसे पढ़ लें और समझ लें।लेख पढ़ने से समझ में आ जाएगा कि इंटर्नशिप एक एकेडमिक कोर्स करने वाले,कॉलेज या यूनिवर्सिटी तथा टेक्निकल कोर्स करने वाले अभ्यर्थी के लिए कितना फायदेमंद और महत्त्वपूर्ण है।
  • शर्त यही है कि इंटर्नशिप चाहे फ्री में कर रहे हो या आपको वेतन मिल रहा हो दोनों ही स्थितियों में आप इंटर्नशिप पूर्ण जिम्मेदारी,निष्ठा व लगन के साथ करें।कंपनी के अधिकारियों और एम्पलाॅईज से पूर्ण तालमेल बिठाकर अपने कर्त्तव्य का पालन करें और उच्चाधिकारियों व एम्पलाॅईज से अपना फीडबैक लेते रहें ताकि आपको अपनी खूबियों और कमजोरियों का पता लग सके।इंटर्नशिप आपके लिए जाॅब एंट्री लेवल का मजबूत ग्राउंड प्रस्तुत करती है।यदि जॉब करने के दौरान कोई रिफ्रेशर कोर्स,सेमीनार या वर्कशॉप आयोजित की जाती है तो उसका पूरा फायदा उठाएं। अपने आप को अपडेट एवं अपग्रेड करते रहें।सीखते रहने का समय कभी खत्म नहीं होता है,यह जिंदगी भर तक चलते रहना चाहिए।परफेक्शन के लिए काम करना चाहिए लेकिन परफेक्शन कभी नहीं आता है,हमेशा सीखने के लिए कुछ ना कुछ रहता ही है।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में 2025-2026 में करियर को पंख कैसे लगाएँ? (How to Feather a Career in 2025-2026?),जाॅब के लिए सही दिशा में आगे कैसे बढ़ें? (How to Move in Right Direction for a Job?) के बारे में बताया गया है।

Also Read This Article:जाॅब में ग्रोथ बढ़ाने की 9 तकनीक

9.जाॅब के लिए भटकता हुआ (हास्य-व्यंग्य) (Wandering for Job) (Humour-Satire):

  • तरुण:तुम तो अमेरिका इंजीनियरिंग करने गए थे।कोर्स के लिए लोन भी लिया था,फिर अब भटक क्यों रहे हो?
  • वरुण:आज विदेशी डिग्रियों की हालत भी पतली हो गई है,हर कोई अमेरिका से या विदेश से डिग्रियां ले रहा है।
  • तरुणःखुद का स्टार्टअप खड़ा क्यों नहीं करते,सरकार किस-किस को और कितनों को नौकरी देगी।

10.2025-2026 में करियर को पंख कैसे लगाएँ? (Frequently Asked Questions Related to How to Feather a Career in 2025-2026?),जाॅब के लिए सही दिशा में आगे कैसे बढ़ें? (How to Move in Right Direction for a Job?) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नः

प्रश्न:1.आईटी सेक्टर में कोर्स के लिए योग्यता क्या है? (What is the qualification for the course in the IT sector?):

उत्तर:12वीं में मैथ्स,फिजिक्स,केमिस्ट्री से उत्तीर्ण छात्र-छात्रा आईटी में कोर्स कर सकता है।आईटी के लिए केवल बीटेक होना ही जरूरी नहीं है बल्कि कंप्यूटर एप्लीकेशन,कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर का भी अभ्यर्थी को ज्ञान होना चाहिए।

प्रश्न:2.कोर्स करने से पहले क्या-क्या जानें? (What to know before taking the course?):

उत्तर:कोर्स की फीस,अवधि,कॉलेज की रैंकिंग,जॉब प्रोस्पेक्टस की डिटेल आदि की पूर्ण जानकारी प्राप्त करें।

प्रश्न:3.क्या अच्छी कॉलेज से कोर्स करने पर जॉब मिल जाएगा? (Will I get a job after taking a course from a good college?):

उत्तर:कॉलेज तो कोर्स करने का साधन है।कॉलेज से कोर्स करने से भी अधिक जरूरी है आपकी कड़ी मेहनत करने की आदत,स्किल का होना और नवीन टेक्नोलॉजी का ज्ञान होना।

  • उपर्युक्त आर्टिकल में 2025-2026 में करियर को पंख कैसे लगाएँ? (How to Feather a Career in 2025-2026?),जाॅब के लिए सही दिशा में आगे कैसे बढ़ें? (How to Move in Right Direction for a Job?) के बारे में बताया गया है।
No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Instagram click here
4. Linkedin click here
5. Facebook Page click here
6. Twitter click here
7. Twitter click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *