संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method of Operators) अन्तर्वेशन पर आधारित अवकलज ज्ञात करने की विधि से अलावा विधि है।
संकारकों पर आधारित विधि (Method Based on Operators):
संकारकों की सहायता से अवकलजों के सन्निकटन व्यंजक (Approximate Expressions for Derivatives of a Function with the Help of Operators):
(i)केन्द्रीय अन्तर अवकलज (Central Difference Derivative):
हम जानते हैं कि:
δyn=yn+(21)−yn−(21)…(1)
और μyn=21[yn+(21)+yn−(21)]⋯(2)
अतः μδyn=μ[yn+(21)−yn−(21)] [(1) से]
=21(yn+1−yn−1) [(2) से]
=21(ehD−e−hD)yn[∵yn+1=ehDyn]=[sinh(hD)]yn या μδ=sinh(hD)⋯(3)=hD+3!h3D3
अतः μδ=hD…(4) [यदि D3 तथा उच्च अवकलज त्याज्य हो]
अब hDyn=21(yn+1−yn−1) लगभग
या Dyn=dxd(yn)=yn′=2h1(yn+1−yn−1)…(4)
यह प्रथम अवकलज का सूत्र केन्द्रीय अन्तर अवकलज (Central Difference Derivative) कहलाता है।
(ii)द्वितीय अन्तर अवकलज (Second Difference Derivative):
अब δ2yn=δ(δyn)=δ[yn+(21)−yn−(21)]=yn+1+yn−1−2yn=(ehD+e−hD−2)yn=2[(1+21h2D2+…)−1]yn
[अगर Dh तथा उच्च अवकलज त्याज्य हो]
=h2D2yn(लगभग)
अतः δ2yn=h2D2yn=yn+1−2yn+yn−1
या D2yn=dx2d2(yn)=h21(yn+1−2yn+yn−1)…(5)
यह द्वितीय अवकलज का सूत्र द्वितीय अन्तर अवकलज कहलाता है।
(iii)तृतीय अन्तर अवकलज (Third Difference Derivative):
पुनः h3D3yn=(hD)(h2D2yn)=hDδ2yn=μδ(yn+1−2yn+yn−1)=21[(yn+2−yn)−2(yn+1−yn−1)+(yn−yn−2)]=21(yn+2−2yn+1+2yn−1−yn−2)D3yn=dx3d3(yn)=2h31(yn+2−2yn+1+2yn−1yn−2)…(6)
यह तृतीय अन्तर अवकलज जाना जाता है।
इसी प्रकार h4D4yn=(h2D2)(h2D2yn)=(h2D2)(yn+1−2yn+yn−1)=δ2[yn+1−2yn+yn−1]=δ[δ(yn+1−2yn+yn−1)]=yn+2−4yn−1+6yn−4yn−1+yn−2
अतः dx4d4(yn)=h41(yn+2−4yn+1+6yn−4yn−1+yn−1)…(7)
इत्यादि
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2.संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज के साधित उदाहरण (Derivatives by Method of Operators Solved Examples):
Example:1.घात छ: तक स्टर्लिंग सूत्र का प्रयोग कर सिद्ध कीजिए।
(By using stirling’s formula of degree six, prove that):
(i)y0′=h1[δμy0−61δ3μy0+301δ5μy0+⋯]
(ii)y0′′=h21[δ2y0−121δ4y0+901δ6y0−⋯]
Solution:स्टर्लिंग सूत्र (Stirling Formula):
yx=y0+x(2Δy0+Δy−1)+2!x2⋅Δ2y−1+6x3−x(2Δ3y−1+Δ3y−2)+(24x4−x2)Δ4y(−2)+(120x5−5x3+4x)(2Δ5y−2+Δ5y−3)+(720x6−5x4+4x2)Δ6y−3+⋯⋯(1)
दोनों पक्षों का x के सापेक्ष अवकलन करने पर:
yx′=(2Δy0+Δy−1)+xΔ2y−1+63x2−1(2Δy−1+Δ3y−2)+(122x3−2)Δ4y−2+(1205x4−15x2+4)(2Δ5y−2+Δ5y−3)+(7206x5−20x3+8x)Δ6y−3+⋯⋯(2)
put x=0
y0′=(2Δy0+Δy−1)−61(2Δ3y−1+Δ3y−2)+301(2Δ5y−2+Δ5y−3)+⋯⋯=(2Δy0+ΔE−1y0)−61(2Δ3E−1y0+Δ3E−2y0)+301(2Δ5E−2y0+Δ5E−3y0)+⋯⋯=(2Δ+ΔE−1)y0−61(2Δ3E−1+Δ3E−2)y0+301(2Δ5E−2+Δ5E−3)y0+⋯⋯2Δ+ΔE−1=hδμ,2Δ3E−1+Δ3E−2=hδ3μ,2Δ5E−2+Δ5E−3=hδ5μ रखने पर
[ ∵δ=E21−E−21 तथा μ=21[E21+E−21],Δ=1+Ey,E=ehD से]
y0′=hsμy0−61hδ3μy0+301hδ5μy0+…⇒y0′=h1[δμy0−61δ3μy0+301δ5μy0+⋯]
(ii)पुनः (1) का x के सापेक्ष दो बार अवकलन करने पर:
y′′x=Δ2y−1+x(2Δ3y−1+Δ3y−2)+(126x2−1)Δ4y−2+(122x3−3x)(2Δy−2+Δy−3)+(72015x4−30x+4)Δ6y−3+⋯
put x=0
y0′′=Δ2y−1−121Δ4y−2+1801Δ6y−3+⋯y0′′=Δ2E−1y0−121Δ4E−2y0+1801Δ6E−3y0+⋯δ=E21−E−21=E−21(E−1)δ=ΔE−21⇒δ2=Δ2E−1
इसी प्रकार δ4=Δ4E−2,δ6=Δ6E−3⇒y0′′=h21[δ2y0−121δ4y0+901δ6y0−⋯]
Example:2.बेसल सूत्र से निम्न सन्निकटन का निगमन कीजिए:
(Deduce the following approximations from the Bessel’s formula):
(i)dxd(yx)=Δyx−(21)−241Δ3yx−(23)
(ii) dx2d2(yx)=21[Δ2yx−(23)+Δ3yx−(21)]
(iii)dx3d3(yx)=Δ3yx−23
Solution:बेसल सूत्र से (Bessel Formula):
yx=2y0+y1+(x−21)Δy0+2!x(x−1)(2Δ2y−1+Δ2y0)+3!(x−21)(x)(x−1)Δ3y−1+⋯⋯(1)
सम्बन्ध (1) में x के स्थान पर (x−21) प्रतिस्थापित करने पर:
yx+21=(2y0+y1)+xΔy0+2!(x+21)(x−21)(2Δ2y−1+Δ2y0)+3!x(x+21)(x−21)Δ3y−1+⋯⋯(2)
दोनों पक्षों का x के सापेक्ष अवकलन करने पर:
dxdy(x+21)=Δy0+x[2Δ2y−1+Δ2y0]+(2x2−241)Δ3y−1+⋯⋯(3)
यहाँ x=0 प्रतिस्थापित करने पर:
dxd(y21)=Δy0−241Δ3y−1+⋯⋯(4)
(i)अब (4) में मूलबिन्दु 0 से (x−21) पर स्थानान्तरित करने पर:
dxd(yx)=Δy(x−21)−241x3y(x−23)+⋯⋯
(ii)पुनः (2) का x के सापेक्ष दो बार अवकलन करने पर:
dx2d2(yx+21)=2Δ2y−1+Δ2y0+xΔ3y−1+⋯⋯
इसमें x=0 प्रतिस्थापित करने पर:
dx2d2(y21)=21(Δ2y−1+Δ2y0)+⋯
अब मूलबिन्दु को 0 से (x−21) पर स्थानान्तरित करने पर:
dx2d2(yx)=21(Δ2yx−23+Δ2yx−21)+⋯⋯
(iii)इसी प्रकार (2) को तीन बार अवकलन करने पर:
dx3d3(yx+21)=Δ3y−1+⋯⋯
इसमें x=0 प्रतिस्थापित करने पर:
dx3d3(y21)=Δ3y−1+⋯⋯
मूलबिन्दु को 0 से (x−21) पर प्रतिस्थापित करने पर:
dx3d3(yx)=Δ3yx−23+⋯
Example:3.सिद्ध कीजिए कि (Prove that):
y′=h1[δy−24δ3y+6403δ5y…]
Solution:हम जानते हैं कि:
δ=E21−E−21=e2hD−e−2hD(∵E≡e−hD)=2sinh(2hD)⇒2hD=sinh−1(2δ)⋯(1)
टेलर प्रसार से:
sinh−1x=x−6x3+403x5…2hD=2δ−6×8δ3+40×323δ5⋯D=h1[δ−241δ3+6403δ5⋯]Dy=y′=h1[δy−241δ3y+6403δ5y⋯]⇒y′=h1[δy−2y1δ3y+6403δ5y⋯]
Example:4.निम्न सारणी से f”'(5) ज्ञात कीजिए:
x |
f(x) |
2 |
57 |
4 |
1345 |
9 |
66340 |
13 |
40205 |
16 |
1118209 |
21 |
4287844 |
29 |
21242820 |
Solution:विभाजित अन्तर सारणी (Divided Difference Table)
x |
f(x) |
Δf(x) |
Δ2f(x) |
Δ3 f(x) |
Δ4 f(x) |
Δ5 f(x) |
2 |
57 |
|
|
|
|
|
|
|
644 |
|
|
|
|
4 |
1345 |
|
1765 |
|
|
|
|
|
12999 |
|
556 |
|
|
9 |
66340 |
|
7881 |
|
45 |
|
|
|
83928 |
|
1186 |
|
1 |
13 |
402052 |
|
22113 |
|
64 |
|
|
|
238719 |
|
2274 |
|
1 |
16 |
1118209 |
|
49401 |
|
89 |
|
|
|
633927 |
|
4054 |
|
|
21 |
4287844 |
|
114265 |
|
|
|
|
|
2119372 |
|
|
|
|
29 |
21242820 |
|
|
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Table Calculation:-4−21345−57=644,9−466340−1345=12999,13−9402052−66340=83928,16−131118209−402052=238719,21−164287844−1118209=633927,29−2121242820−4287844=21193729−212999−644=1765,13−483928−12999=7881,16−9238719−83928=22113,21−13633927−238719=49401,29−162119372−633927=11426513−27881−1765=556,16−422113−7881=1186,21−949401−22113=2274,29−13114265−49401=405416−21186−556=45,21−42274−1186=64,29−94054−2274=8921−264−45=1,29−489−64=1
न्यूटन विभाजित अन्तर सूत्र से (Newton Divided Difference Formula):
f(x)=f(a)+f(x−a)+Δf(a)+(x−a)(x−b)⋅Δ2f(a)+(x−a)(x−b)(x−c)Δ3f(a)+(x−a)(x−b)(x−c)(x−d)Δ4f(a)+(x−a)(x−b)(x−c)(x−d)(x−e)Δ5f(a)+⋯
x के सापेक्ष तीन बार अवकलन करने पर:
f′′(x)=6Δ3f(a)+[24x−6(a+b+c+d)]Δ4f(a)+[60x2−24x(a+b+c+d)]+6(ab+cd)+(a+b)(c+d)−e(24x−6(a+b+c+d)]Δ5f(a)
a=2,b=4,c=9,d=13,e=16,x=5 रखने पर:
⇒f′′′(5)=6×556+[120−168]45+[1500−3360+750+792−16(120−168)]×1⇒f′′′(5)=3336−2160+450=1626
उपर्युक्त उदाहरणों के द्वारा संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method of Operators),संख्यात्मक विश्लेषण में संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method Based on Operators in Numerical Analysis) को समझ सकते हैं।
3.संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज के सवाल (Derivatives by Method of Operators Questions):
(1.)बेसल अन्तर्वेशन सूत्र को मानकर सिद्ध कीजिए कि:
(Assuming Bessel’s interpolation formula prove that):
(i) dxd(yx)=δyx−241δ3yx+⋯
(ii)dx2d2(yx)=μδ2yx+⋯
(iii)dx3d3(yx)=δ3yx+⋯
(2.)आधार 10 पर 300 से 310 तक इकाई वृद्धि देते हुए दशमलव तक लघुगणक लेकर log10x का अवकलज x=310 पर ज्ञात कीजिए।
(Take 10 figure logarithm to base 10 from x=300 से x=310 by unit increments in x.Calculate the first derivative of log10x where x=310.)
उत्तर (Answer):(2.)dxdy=0.0018
उपर्युक्त सवालों को हल करने पर संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method of Operators),संख्यात्मक विश्लेषण में संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method Based on Operators in Numerical Analysis) को ठीक से समझ सकते हैं।
Also Read This Article:-Numerical Differentiation Method
4.संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method of Operators),संख्यात्मक विश्लेषण में संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method Based on Operators in Numerical Analysis) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.अन्तर्वेशन सूत्रों के अलावा किस विधि से अवकलज ज्ञात किया जाता है? (By which method the derivatives is determined other than the interpolation?):
उत्तर:अन्तर्वेशन सूत्रों के अलावा संकारक विधि (Method of Operators) द्वारा अवकलज ज्ञात किया जाता है।
प्रश्न:2.किसी फलन के अवकलजों का प्रतीकात्मक निगमन ज्ञात करो।(Find the symbolic derivation of the derivatives of a function):
उत्तर:माना कि y=f(x) एक दिया हुआ फलन हैं। तथा x=x0+hu, जहाँ h अन्तराल का अन्तर है।
अतः y=f(x0+hu)=E4y0⋯(1)
जहाँ y0=y(x0)
अब (1) का x के सापेक्ष अवकलन करने पर तथा उसका पर मान निकालने पर:
(dx∂y)x=x0=[dxd(E4y0)]x=x0=[dud(E4y0)dxdy]x=x0=h1[dud(E4y0)]u=0=h1[(logE)E0y0]u=0=h1(logE)y0=h1[log(1+Δ)]y0
लघुगणक फलन का प्रसार करने पर:
(dxdy)x=x0=h1[Δ−2Δ2+3Δ3−4Δ4+⋯]y0=h1[Δy0−21Δ2y0+31Δ3y0−41Δ4y0+⋯]⋯(2)
इसी प्रकार (dx2d2y)x=x0=h21[log(1+Δ)]2y0⋯(3)
अब लघुगणक का प्रसार करने तथा उसका वर्ग लेने पर:
(dx2d2y)x=x0=h21[Δ2y0−Δ3y0+1211⋅Δ4y0−65⋅Δ5y0+⋯]⋯(4)
व्यापक रूप में:
(dxrdrx)x=x0=hr1[log(1+Δ)]ry0⋯(5)
अतः संक्षेप में हमारे पास निम्न समतुल्य सम्बन्ध हैं:
(i)D≡hlog(1+Δ)≡h1[Δ−2Δ2+3Δ3−4Δ4+⋯]
(ii)D2=h21[log(1+Δ)]2⋯(6)≡h21[Δ2−Δ3+1211Δ4−65Δ5+⋯]⋯(7)
तथा व्यापक रूप में:
(iii)Dr≡hr1[log(1+δ)]r⋯(8)
प्रश्न:3.संकारक से क्या आशय है? (What do you mean by operator?):
उत्तर:किसी संक्रिया को सूचित करने वाला संकेत।जैसे:D=dxd अवकल संकारक है।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method of Operators),संख्यात्मक विश्लेषण में संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method Based on Operators in Numerical Analysis) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Derivatives by Method of Operators
संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज
(Derivatives by Method of Operators)
Derivatives by Method of Operators
संकारकों पर आधारित विधि द्वारा अवकलज (Derivatives by Method of Operators) अन्तर्वेशन
पर आधारित अवकलज ज्ञात करने की विधि से अलावा विधि है।