Menu

6 Spells to Get Up and to be on Alert

Contents hide

1.उठो और जागो के 6 मंत्र (6 Spells to Get Up and to be on Alert),छात्र-छात्राओं के लिए उठ खड़े होने और जागने के 6 मंत्र (6 Mantras for Students to Stand Up and to be on Alert):

  • उठो और जागो के 6 मंत्र (6 Spells to Get Up and to be on Alert) में उठने और जागने का विशेष अर्थ है वरना पहले हम जागते हैं और फिर उठते हैं परंतु यहां पहले उठने फिर जागने के लिए कहा जा रहा है,इसे समझें।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Also Read This Article:How to Become Aware of Enlightement?

2.उठ खड़े होने और फिर जागने का अर्थ (The Meaning of Rising Up and to be on Alert):

  • उठने और जागने का शाब्दिक अर्थ है शारीरिक रूप से जागना या उठना।परंतु यहां इसका विशिष्ट अर्थ में प्रयोग किया गया है।जागने से अभिप्राय है यथार्थ ज्ञान से परिचित होना और यह तभी हो सकता है जब आप हमेशा सचेत और सावधान रहते हैं।सचेत और सावधान न रहने पर विद्यार्थी के हाथ से अवसर निकल जाता है और फिर वह पश्चाताप करता रहता है।केवल उठ खड़े होने से भला होने वाला नहीं है बल्कि एक सतर्कता (awareness) सदा बनी रहे,एक बोध सदा बना रहे यह मतलब है उठने के बाद जागने का।समय का,अवसर का लाभ उठाने पर ही विद्यार्थी अपना और दूसरों का भला कर सकता है और तभी राष्ट्र की सही मायने में उन्नति,विकास होता है।
  • विद्यार्थी और युवाओं के विकास पर ही राष्ट्र की उन्नति व विकास टिका हुआ है।गफलत में रहेंगे,लापरवाह रहेंगे तो समय तो बर्बाद होगा ही और अवसर भी हाथ से निकल जाएगा।हमेशा सतर्कता इसलिए जरूरी है कि कोई भी विद्यार्थी या व्यक्ति कितना ही कल्पनाशील और दूरदर्शी हो परन्तु उसके जीवन में भाग्योदय का अवसर कब आएगा,इसका शत-प्रतिशत अनुमान नहीं लगा सकता है।
  • अतः उठो और जागो यह उक्ति विशिष्ट अर्थ में हर विद्यार्थी के लिए ही नहीं हर व्यक्ति के लिए हर काल में उपयोगी है और सदैव उपयोगी सिद्ध होने वाली है।इसलिए इस वचन से हर विद्यार्थी और हर व्यक्ति को प्रेरणा ग्रहण करनी चाहिए।ऋषियों ने भी इस उक्ति से लाभ उठाया है और इसीलिए इसको जानने वाले ऋषियों ने भी उपनिषद में इस उक्ति को उद्धृत किया है।जो दिवा स्वपन में खोया रहता है,जागकर भी सोने का नाटक कर रहा हो वह किसी भी अवसर का लाभ नहीं उठा पाता है और जब अवसर हाथ से निकल जाता है तो पश्चाताप करता है,हाथ मलते हुए रह जाता है।
  • एक साधारण विद्यार्थी भी सतर्कतापूर्वक,बोधपूर्वक काम करता है,अध्ययन करता है,अवसर की ताक में रहता है तो फर्श से अर्श पर,शिखर पर पहुंच जाता है जबकि एक मेधावी छात्र-छात्रा भी उठ खड़े होने के बाद सचेत न हो तो कितना ही बढ़िया अवसर आए उससे चूक जाता है।इसीलिए कई साधारण और औसत स्तर के विद्यार्थी उच्च पदों पर विराजमान हो जाते हैं और मेधावी छात्र-छात्रा को छोटे से पद से सन्तोष करना पड़ता है और शिकवा-शिकायत करता रहता है कि वह बहुत मेधावी होने के बावजूद छोटे से पद पर है और बहुत कमजोर छात्र-छात्रा बहुत उच्च पद पर है।
  • इसी प्रकार की एक उक्ति और भी है कि “उठ जाग मुसाफिर भोर हुई।जो सोवत है सो खोवत है,जो जागत है सो पावत है।।” इस सूक्ति में भी इसी ओर संकेत किया गया है कि जागने वाला सचेत व सावधान व्यक्ति ही कुछ प्राप्त कर पाता है और सोए पड़े रहने वाला असावधान,आलसी और लापरवाह व्यक्ति के सम्मुख भी अवसर आकर खड़ा हो जाए तो उसका लाभ नहीं उठा पाता है क्योंकि जिस पल,जिस क्षण अवसर उसके सामने आकर खड़ा होता है तब वह सोया रहता है।

3.अवसर पर पैनी दृष्टि (A sharp eye on the opportunity):

  • अवसर का लाभ उठाने से पहले आप अपनी शक्तियों और कमजोरियों की पहचान करें।हर विद्यार्थी में कुछ कमजोरियां भी होती हैं।अपनी कमजोरियों की पहचान करने का यह अर्थ नहीं है कि आप हीनभावना से ग्रस्त हो जाएं।यदि आप किसी लक्ष्य को पाना चाहते हैं और आपकी कमजोरी उसके बीच बाधा बनी हुई है तो आप उसे दूर भी कर सकते हैं।बस,इस व्यावहारिकता को समझना आवश्यक है कि आप उसे कितनी जल्दी और कितनी आसानी से दूर कर सकते हैं।
  • जब आप इतना काम कर लेते हैं तभी आप अवसर (opportunity) का फायदा उठा सकते हैं।अवसर का अर्थ है कि जो कुछ भी विद्यार्थी बनना चाहता है उसका व्यावसायिक या सामाजिक जगत में कितना उपयोग है।आज विज्ञान और तकनीकी का इतना विकास हो चुका है कि इसमें अनेक क्षेत्रों में अनेक अवसर हैं और हर दिन नए-नए अवसर पैदा हो रहे हैं।आज हमारा समाज और व्यावसायिक जगत इतना विकसित हो गया है कि वह हमें कला से विज्ञान तक,शारीरिक दक्षता से लेकर मानसिक दक्षता एवं अनेक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ढेरों हर प्रकार का अवसर प्रदान करता है।बस,आपको उन अवसरों को तलाश करके उनके अनुरूप अपने लक्ष्य को निर्धारित करने या ढालने की आवश्यकता है,जिससे कि आप अपने जुनून (passion) को अपना व्यवसाय/करियर (profession) बना सकें।
  • प्रत्येक विद्यार्थी और व्यक्ति के जीवन में उन्नति करने के अवसर आते हैं,जो जागरूक रहते हैं,सतर्क रहते हैं वे उनको पकड़ लेते हैं,वे लाभान्वित हो जाते हैं।अन्य विद्यार्थी अथवा लोग अवसर न मिल सकते की शिकायत करके अपने मन को समझाते रहते हैं।अवसर नहीं मिला यह कहना दुर्बलता है तथा अस्थिर मन वालों की बात है।अवसर की मांग समझकर आचरण करने वाला व्यक्ति सफलता के सोपान पर चढ़कर अग्रसर होता है,अन्य लोग सोचते रहते हैं-यह क्योंकर ऊपर चढ़ गया।
  • अवसर बुद्धिमान के पक्ष में लड़ता है।समय पर काम करने से लाभ होता है और समय पर चूक जाने से हानि होती है,इसलिए बुद्धिमान लोग सदैव सुदिन और कुदिन दोनों का विचार करते हैं।
  • विद्यार्थी के जीवन में ज्वार-भाटा की तरह उतार-चढ़ाव आते रहते हैं,जो विद्यार्थी ज्वार की लहर को पकड़ लेता है,वह सफलता के द्वार पर पहुंच जाता है,जो ऐसा नहीं कर पाता है,वह भाटा की दलदल में फंसकर रह जाता है।अवसर हमारा सबका दरवाजा खटखटाता है।जो आवाज सुनकर खटखटाने वाले के लिए अविलंब दरवाजा खोल देते हैं,वे निहाल हो जाते हैं जो केवल कौन है,क्या है? आदि करते हैं,वे बस ‘कौन,’ क्या,’अगर-मगर’ करते रह जाते हैं।विद्यार्थी हमेशा अपने साथ छोटी डायरी या कागज रखें।जहां कहीं,जब कभी उनको कोई उपयोगी जानकारी सुनाई दे,देखने में आए अथवा किसी पत्र-पत्रिका,पुस्तक,विज्ञापन आदि में दिखाई दे उसको तत्काल अपनी डायरी या नोटबुक या कागज में नोट कर लें और आवश्यकता उत्पन्न होने पर उसका उपयोग कर लिया करें।
  • अवसर लपक लेने पर वातावरण से धमकियाँ या चुनौतियां भी मिलती हैं।चुनौतियां हर क्षेत्र में हैं और सबके लिए हैं।आपको अपनी प्रतिभा और कड़े परिश्रम से उनका सामना करना है।चुनौतियां ही आपको अपने लक्ष्य पर कार्य का अनुभव कराती हैं।जो चुनौतियों के सामने हाथ खड़े कर देता है,हथियार डाल देता है उसकी उन्नति नहीं हो सकती है।क्योंकि केवल सतर्क रहकर आपने अवसर को लपक तो लिया परंतु अवसर में आने वाली चुनौतियों का सामना आप नहीं कर सके इसका अर्थ है आप में हौसला और कड़ी मेहनत करने का अभाव है,आप में जज्बा नहीं है।

4.जागो और आगे बढ़ो (Be on Alert and move forward):

  • यदि आप यह समझते हैं कि आप स्वस्थ हैं एवं सुंदर व्यक्ति हैं और आप गुणों में किसी से किसी प्रकार कम नहीं है,तब आपको सफल होने से कौन रोक सकता है? जब आप दांपत्य प्रेम के क्षेत्र में पदार्पण करते हैं/करती हैं तब आप अपने को अद्वितीय सौंदर्य का धनी मानते/मानती हैं,परंतु जब साक्षात्कार का प्रश्न आता है,तब आपके मन में झिझक और हीनता के भाव उत्पन्न होने लगते हैं।ऐसा क्यों होता है? आपको अपने उज्ज्वल भविष्य के प्रति विश्वास क्यों नहीं? ऐसे अवसरों पर अपने मन को सदैव महान बनाए रखें।
  • उक्त वाक्य का स्मरण करते ही आप अनुभव करने लगेंगे कि आपकी क्षमताएं असीम है और आपका व्यक्तित्व अत्यंत आकर्षक एवं मोहक है।आपकी इच्छाशक्ति स्पृहणीय है और आपकी संभावनाएं अप्रतिम हैं।
  • आजकल उपलब्ध वैज्ञानिक साधनों ने यह संभव बना दिया है कि एक अंधा युवक भी कंप्यूटर पर अपनी उंगलियों के स्पर्श द्वारा आकाश स्थित नक्षत्रों की गतिविधियों का अध्ययन कर सकता है।आपकी भौतिक क्षमताएं हर दृष्टि से अंधे की अपेक्षा अधिक श्रेष्ठ हैं।तब फिर संकोच क्यों करें? अपने भाग्य का निर्माण का संकल्प लेकर जीवन क्षेत्र के संघर्ष में विजयी हों और विश्व को दिखा दें कि आप महान बन सकते हैं।आपकी स्थिति वाले अनेक युवक-युवतियां महान बन चुके हैं और आगे भी बनेंगे।आप उनकी पंक्ति के अंग बनिए-विभाजक रेखा बनकर रह जाइए।
  • आप विदेश की बातों को पलभर के लिए भूल जाइए।आप अपने भारत में ही काम कर रहे अंध,बधिर-मूक विद्यालयों में जाकर देखिए।आप इन विकलांगों की उपलब्धियों को देखकर दंग रह जाएंगे।आप चाहेंगे तो आपकी उपलब्धियां भी आश्चर्यकारी बन सकती है। इंसान की तकदीर पंजे के नीचे होती है।हम समझते हैं कि हमारा भाग्य किसी अज्ञात शक्ति ने अपने पंजे में जकड़ रखा है।आपको मनसा डायन और शंकाभूत की भावना से बाहर निकलने की जरूरत है और निकल जाइए उन्मुक्त नीलाकाश में स्वच्छ विहार करने के लिए।नक्षत्र आपके पक्ष में प्रस्तुत होंगे।
  • यदि आपकी रुचि विद्याध्ययन के प्रति विशेष उत्साहित नहीं करती है,तो उसका आदर कीजिए।आपकी क्षमताओं के स्वागतार्थ अनेक मार्ग लाल बनात पर पलक पाँवड़े बिछाए प्रतीक्षा कर रहे हैं।आप याद रखिए कि अनेक अन्य क्षेत्र है।आप अपनी रुचि के अनुसार सफलता के लिए किसी अन्य मार्ग पर विचार कीजिए। खेलकूद,संगीत,नृत्य,भजन,अभिनय,चित्रकारी,पत्रकारिता,अल्पना आदि अनेक विधाएँ एवं कलाएं आपको सफलता के हिमगिरि के उत्तुंग शिखर पर पहुंचा देंगी।
  • ह्यूमन कंप्यूटर शकुंतला देवी गणित की गणनाओं को यों चुटकियों में हल कर देती थी।गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त ने गणित में खोज करके भारत को शिखर पर पहुंचा दिया था।उस समय तक भारत गणित में किसी भी अन्य देश से पीछे नहीं था।ध्यानचंद हाॅकी के खेल में इतने सिद्धहस्त खिलाड़ी बन गए थे कि उन्हें हाॅकी का जादूगर कहा जाने लगा था।आपकी इच्छाशक्ति जो भी प्रेरणा दे इसका अनुसरण कीजिए और ऊपर की ओर दृष्टि रखते हुए आगे बढ़िये।
  • भाग्य आपके साथ है।आप यह देखकर चमत्कृत हो जाएंगे कि भाग्य के देवता आपको कहां से कहां पहुंचा देते हैं।शर्त केवल एक है।जिधर भी जाएं,सच्चे मन से जाएं और मुड़कर न देखें।प्रकृति पीछे का द्वार बंद कर देती है।प्रत्येक व्यक्ति अपनी क्षमताओं का जितना आकलन करता है,वह उस क्षमता से कहीं अधिक सफलता प्राप्त कर सकता है।हमारे विचार से आप में से अधिकांश इस श्रेणी के विद्यार्थी हैं जो अपनी वास्तविक क्षमताओं की तरफ से बेफिक्र बने हुए हैं।आपको किसी जामवंत की प्रतीक्षा न करके उठो,जागो और आगे बढ़ो।स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाइए और अपना जन्म सार्थक कीजिए।यह छात्र जीवन आपको इस जीवन में बार-बार नहीं मिलेगा अतः सफलता प्राप्त करने के सद्प्रयास में जुट जाइए।

5.उठो और जागो का निष्कर्ष (Conclusion to Wake Up and to be on Alert):

  • अतः छात्र-छात्राएं उठे और जागें।कठिन परिश्रम करने से न डरें,कष्ट-कठिनाइयों से न डरें,अकेले पड़ने से ना डरें,निरपराध होने पर भी अगर दंडित किया जाए या सामाजिक निंदा सहन करनी पड़े,तो उससे न डरें और मृत्यु से भी ना डरें।यही आपको उठने और जागने के लिए प्रेरणा प्रदान करेगा।शिखर पर पहुँचकर चारों ओर गहराइयाँ ही दिखाई देती हैं,जो उनकी ओर झांकने पर चक्कर खाकर गिरने की कल्पना द्वारा भयभीत होगा,वह शिखर की ओर अग्रसर होने का साहस नहीं कर सकेगा।शिखर पर खड़े होकर जो विद्यार्थी निर्भयतापूर्वक उन्मुक्त आकाश की छटा से अभिभूत होकर आनंदित होने का स्वप्न देख सकता है,वही विद्यार्थी शिखर की ओर चढ़ने का और उस पर विजय प्राप्त करने का अधिकारी हो सकता है।
  • आगे की कक्षा का सत्रारम्भ होने वाला है अतः अभी उठ खड़े होने और जागने का अवसर है।अभी से अपनी कोर्स की,व्यावहारिक ज्ञान अर्जित करने अथवा कौशल सीखना प्रारंभ करना होगा।एक-एक दिन व्यतीत होते ही परीक्षा निकट आ जाएगी।आप यह सोचेंगे कि कल से अध्ययन प्रारंभ कर दूंगा।कल कभी भी नहीं आता है,जो भी हमारे सामने आता है वह आज बनकर आता है।अध्ययन करने,कोर्स की विषयवस्तु को समझने,नोट्स बनाने का प्रारंभ करने का यही उपयुक्त समय है।इससे बेहतरीन समय नहीं होगा।यदि आपका कोई एंबीशन (ambition) है तो सोचने से ही,कल्पना करने से ही काम नहीं चलेगा बल्कि सपने को,अपने लक्ष्य को साकार भी करना होगा।सपने को,अपने एंबीशन को साकार करने के लिए क्या-क्या करना होगा,उसकी तैयारी और उसका क्रियान्वयन अभी से प्रारंभ कर दें।
  • मसलन आपका सपना जेईई या नीट परीक्षा देने का है तो अपनी शैक्षिक परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ आपको सोचना होगा कि उसकी तैयारी के लिए क्या करना होगा? फाउंडेशन कोर्स करना होगा,कोचिंग करनी होगी,डेली प्रैक्टिस करनी होगी,प्रैक्टिस सेट हल करने होंगे,संदर्भ पुस्तक जुटानी होगी,11वीं कक्षा से ही प्रवेश परीक्षा की तैयारी प्रारंभ करनी होगी।
  • कई छात्र-छात्राओं का जेईई या नीट परीक्षा देने का एंबीशन होता है परंतु उसको साकार करने के बारे में 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद सोचते हैं,तब तक बहुत देर हो चुकी होती है,क्योंकि अलर्ट नहीं होते हैं,वे सोए हुए रहते हैं,वे जगे हुए नहीं रहते हैं और तब तक लक्ष्य हमारे हाथ से निकल चुका होता है।
  • जो जेईई और नीट परीक्षा में सफल होते हैं वे कैंडिडेट, 9वीं व दसवीं परीक्षा में जाग चुके होते हैं।अपनी फाउंडेशन को 9वीं व दसवीं में ही मजबूत कर लेते हैं। जो विद्यार्थी गणित में कमजोर होगा वह नीट में भी अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाएगा क्योंकि फिजिक्स में भी डेरिवेशन और आंकिक प्रश्नों को हल करना पड़ता है,जिसके लिए आपकी गणित पर अच्छी पकड़,मजबूत पकड़ होनी चाहिए।जो देर से जागते हैं उनके सपने सपने ही रह जाते हैं,साकार नहीं हो पाते हैं।आज प्रतियोगिता का युग है,आपको किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में बैठकर और सफल होने के लिए अन्य अभ्यर्थियों से प्रतियोगिता करनी होगी।आपकी किसी विषय पर कितनी मजबूत पकड़ है,इतना ही कोई मायने नहीं रखता है बल्कि आप अन्य प्रतिस्पर्धियों से कितना बढ़िया परफॉर्म करते हो यह भी मायने रखता हैं।अतः उठे और जागे,सतर्क रहें और अपने लक्ष्य पर नजर गड़ाकर रखें।इसके लिए जो भी तैयारी करनी है वह अभी से प्रारंभ कर दें।तभी एंबीशन पूरी होगी।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में उठो और जागो के 6 मंत्र (6 Spells to Get Up and to be on Alert),छात्र-छात्राओं के लिए उठ खड़े होने और जागने के 6 मंत्र (6 Mantras for Students to Stand Up and to be on Alert) के बारे में बताया गया है।

Also Read This Article:3Tips to Build Good Habits for Student

6.विद्यार्थी कैसे जागे? (हास्य-व्यंग्य) (How Did Student Wake up?) (Humour-Satire):

  • गणित शिक्षक (डांटते हुए):तुम मेरी क्लास में कैसे जगे हुए (सचेत) रह सकते हो?
  • स्टूडेंट:सर,अगर डांटते हुए,फटकारते हुए ना पढ़ाकर,बड़े प्यार से आहिस्ता-आहिस्ता सवालों को समझाएं।आप तो सवाल में थोड़ी सी गलती होते ही फट पड़ते हो,हमारा कक्षा में बैठने का मन ही नहीं करता।

7.उठो और जागो के 6 मंत्र (Frequently Asked Questions Related to 6 Spells to Get Up and to be on Alert),छात्र-छात्राओं के लिए उठ खड़े होने और जागने के 6 मंत्र (6 Mantras for Students to Stand Up and to be on Alert) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.विद्यार्थी की परीक्षा किससे होती है? (What is the student’s examination?):

उत्तर:विद्यार्थियों की परीक्षा उनके ज्ञान से नहीं बल्कि आचरण से,धर्म का पालन करने से होती है।

प्रश्न:2.विद्यार्थी कब जागते हैं? (When do students wake up?):

उत्तर:पहले पहर में सब जगते हैं,दूसरे पहर में भोगी और तीसरे पहर में चोर जगते हैं तथा चौथे प्रहर में कर्मयोगी (विद्यार्थी) (3 से 6 बजे) जागते हैं।

प्रश्न:3.सज्जनों की विद्या किस काम आती है? (What is the use of gentlemen’s lore?):

उत्तर:दुष्टों की विद्या विवाद के लिए,धन मद के लिए और शक्ति दूसरों को सताने के लिए होती है।इसके विपरीत सज्जनों की विद्या ज्ञान के लिए,धन दूसरों को देने के लिए और बल दुर्बलों की रक्षा के लिए होता है।

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा उठो और जागो के 6 मंत्र (6 Spells to Get Up and to be on Alert),छात्र-छात्राओं के लिए उठ खड़े होने और जागने के 6 मंत्र (6 Mantras for Students to Stand Up and to be on Alert) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Instagram click here
4. Linkedin click here
5. Facebook Page click here
6. Twitter click here
7. Twitter click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *