Menu

6Tips to Teach Gifted Children in Math

Contents hide

1.गणित में प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 टिप्स (6Tips to Teach Gifted Children in Math),प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 स्वर्णिम टिप्स (6 Golden Tips to Teach Gifted Children):

  • गणित में प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 टिप्स (6Tips to Teach Gifted Children in Math) के द्वारा जान सकेंगे कि प्रखर बुद्धि वाले बालकों को कैसे पढ़ाएं? प्रखर बुद्धि वाले बालकों में कुछ विशेष गुण होते हैं जिनके कारण उनकों पढ़ाना अध्यापक-अध्यापिका के लिए टेड़ी खीर है।औसत बालकों को ध्यान में रखकर उनको पढ़ाने से उन्हें विशेष लाभ नहीं पहुंचाता है।आईए जानते हैं इसके कुछ गुर।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Also Read This Article:How to Teach Mathematics to Exceptional Children?

2.प्रखर बुद्धि वाले बालकों के गुण (Qualities of gifted children):

  • (1.)इन बालकों में अति तीक्ष्ण बुद्धि होती है,ये तीक्ष्ण बुद्धि के बल पर फौरन कठिन से कठिन विषय को समझ लेते हैं।इन बालकों की बुद्धिलब्धि (I.Q.) 130 से 180 या ऊपर होती है।
  • (2.)इनमें एकाग्रता भी बहुत अधिक होती है।यह आवश्यक नहीं है कि एकाग्रता के लिए ये विशेष क्रियाएं ध्यान-योग आदि करते हैं।विषय के प्रति समर्पण और लक्ष्य पर नजर से इनकी एकाग्रता सधती है और बढ़ती रहती है।बिना एकाग्रता के किसी भी क्षेत्र में किसी भी विषय में सफलता प्राप्त करना सम्भव नहीं है।
  • (3.)फिजिकल एक्टिविटीज में भी ये बालक साधारण व निम्न स्तर वाले बालकों से तीव्र होते हैं।
  • (4.)गणित में गणनाएं करना,सूत्रों को याद करना और प्रमेय जैसे जटिल सवालों को यूं चुटकियों में याद कर लेते हैं और हल कर देते हैं कि अध्यापक भी भौचक्के रह जाते हैं।उनके लिए ऐसे बालकों को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता है।
  • (5.)ये अधिक जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं अतः गणित,विज्ञान या अन्य विषय पढ़ते समय अध्यापक के सामने ऐसे-ऐसे भिन्न-भिन्न प्रकार के प्रश्न रखते हैं जिन्हें सुनकर शिक्षक उलझन में पड़ जाते हैं।कई बार तो उनके प्रश्नों का शिक्षक को तत्काल समाधान नहीं सूझता है।
  • (6.)प्रखर बुद्धि वाले बालकों की रुचियाँ विशेषकर गणित,विज्ञान,जीवविज्ञान आदि विषयों में होती है।इन विषयों में रुचि होने के साथ-साथ ये अन्य विषयों में भी रुचि रखते हैं।अर्थात् ये केवल पढ़ाकू ही नहीं होते हैं।बल्कि पत्र-पत्रिकाएं पढ़ने,मनोरंजन करने,डिबेट आदि में भी इनकी रुचि होती है।
  • (7.)इस प्रकार के बालकों की संख्या कक्षा में लगभग दो से 7% तक होती है।गिफ्टेड बालक संख्या में कम होते हैं इसीलिए इनके लिए विशेष अध्ययन की व्यवस्था करना टीचर के लिए मुश्किल होता है।
  • (8.)इन बालकों के मित्र समकक्ष बुद्धि स्तर के अथवा अपने से अधिक बौद्धिक स्तर के होते हैं।
  • (9.)इन बालकों में तार्किक क्षमता भी असाधारण होती है।किसी सवाल या प्रश्न का उत्तर ऐसे ही स्वीकार नहीं कर लेते हैं बल्कि तर्क की कसौटी पर जांच-परखने के बाद ही स्वीकार करते हैं।
  • (10.)समय प्रबंधन का विशेषरूप से पालन करते हैं।समय को बेकार के कामों में,सोशल मीडिया आदि पर व्यतीत  नहीं करते हैं बल्कि अपने विषय से संबंधित एवं उपयोगी कार्यों में ही खर्च करते हैं।
  • (11.)धैर्य भी इनमें नैसर्गिक होता है,अपने लक्ष्य को प्राप्त करने तक धैर्य बनाए रखते हैं और चुपचाप अपने मिशन को प्राप्त करने में जुटे रहते हैं।
  • (12.)अपनी कमजोरियों को तत्काल ताड़ लेते हैं और उसे दूर करने में जुट जाते हैं।कमजोरियों को दूर करने के लिए अपने शिक्षकों,मित्रों से डिस्कस करते हैं।यदि फिर भी संतुष्ट नहीं होते हैं तो ऑनलाइन टूल्स का उपयोग करते हैं।
  • (13.)इनमें सीखने की जबरदस्त भूख होती है।ये लगातार सीखते रहते हैं,बिना थके,निराश हुए।
  • (14.)अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त रणनीति और योजना बनाकर उस पर फॉलो करते हैं,केवल रणनीति और योजना बनाकर ही संतुष्ट नहीं हो जाते हैं।

3.प्रखर बुद्धि वाले बालकों की पहचान (Identification of gifted children):

  • यों प्रखर बुद्धि वाले बालक संपर्क में आते ही पहचान लिए जाते हैं,जैसे फूलों एवं पुष्पों की सुगंध से पता चल जाता है कि फूल वाला पौधा आस-पास ही है।फिर भी इन बच्चों को पढ़ाने के दौरान या विशेष परीक्षण के द्वारा इनका पता लगाया जा सकता है।
  • रैंकिंग टेस्ट,वीकली या मंथली टेस्ट में कुछ ऐसे सवाल या प्रश्न होते हैं जिन्हें केवल प्रखर बुद्धि वाले बालक ही हल कर सकते हैं।अतः इन टेस्टों के जरिए इनको पहचाना जा सकता है।गणित या अन्य विषय को पढ़ाते समय ये हटकर इस तरह के सवाल या प्रश्न पूछते हैं जो अध्यापक-अध्यापिका को सोचने के लिए मजबूर कर देते हैं।सवालों को जिस त्वरित गति से हल करते हैं या प्रश्नों का उत्तर देते हैं उससे भी पता चल जाता है कि इनमें विशिष्ट बौद्धिक क्षमता है।
  • इनकी पिछली कक्षाओं की परफॉर्मेंस,अंक तालिका से भी इनकी पहचान की जा सकती है।हर कक्षा में हमेशा ये टॉप पर रहते हैं।दरअसल प्रखर बुद्धि वाले बालकों में एक-दूसरे से आगे बढ़ने की जबरदस्त प्रतियोगिता होती है।शीर्ष पर बने रहने के लिए ये कड़ी से कड़ी मेहनत करते हैं।
  • इनमें सीखने की भूख होती है।शिक्षक एक जिज्ञासा को शांत करते हैं तो पुनः शिक्षक के लिए फौरन सवाल या प्रश्न तैयार रखते हैं या पूछ लेते हैं।सीखने की तड़प इनमें भूखे शेर की तरह होती है,इनको मौका मिल जाता है तो अपने सवालों व समस्याओं को पूछते रहते हैं।यानी इनके प्रश्न पूछने की प्रकृति से ही पता लगा लिया जाता है कि ये सामान्य स्तर के प्रश्न नहीं पूछते हैं बल्कि विशिष्ट और अलग हटकर प्रश्न या सवाल पूछते हैं।
  • कक्षा में सहपाठी प्रखर बुद्धि वाले बालकों से सवाल या प्रश्न पूछते रहते हैं और ये उनका समाधान करते हैं।सहपाठियों से सुझाव लेकर भी इनके बारे में जाना जा सकता है।सहपाठियों के ये बालक लगातार संपर्क में रहते हैं अतः उनके समक्ष इन बालकों की हर गतिविधि रहती है।खाली पीरियड का उपयोग कैसे करते हैं,सहपाठियों की समस्याओं को कितनी त्वरित गति से हल करते हैं,ब्रेक का इस्तेमाल कैसे करते हैं आदि सभी बातें इनके सहपाठियों को पता रहती है।
  • विभिन्न पारितोषिक परीक्षाएँ आयोजित होती है तो ये बालक-बालिकाएं उसमें भाग लेते हैं।जैसे गणित के लिए मैथमेटिक्स ओलिंपियाड या ब्रिक्स में भी गणित के बालकों के लिए परीक्षा ली जाती है और इनमें अव्वल आने वाले बालकों को पारितोषिक दिया जाता है।
  • विभिन्न सेमिनार,सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इनकी विशिष्ट भूमिका के निर्वहन के आधार पर यह जाँचा जा सकता है कि ये किस मिट्टी के बने हुए हैं? ये अपने रोल को बेहतरीन तरीके से प्ले करते हैं।
  • मौखिक निरीक्षण के आधार पर इनकी गतिविधियों को देखा जा सकता है।इनके चाल-ढाल,उठने-बैठने,चलने-फिरने,बातचीत में आत्मविश्वास झलकता है।अध्ययन करने में उत्साहित रहते हैं,इनमें पहल करने की क्षमता होती है।इनका अपने सहपाठियों,माता-पिता व मित्रों से मधुर संबंध होता है।यानी ये लड़ाई-झगड़ा,दंगा-फसाद,मारपीट आदि हिंसात्मक कार्य करने और अनैतिक कार्य करने तथा दुर्व्यवहार करने में विश्वास नहीं रखते हैं।शांतिप्रिय होते हैं,लड़ाई-झगड़ों और टंटों से दूर रहते हैं।न स्वयं लड़ते-झगड़ते हैं और ना दूसरों के झगड़े और टंटों में पड़ते हैं।ऐसे कार्यों से दूरी बनाकर रखते हैं।दरअसल इन्हें अपने अध्ययन कार्य से ही फुर्सत नहीं मिलती है।

4.प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की तकनीक (Techniques for teaching gifted children):

  • गणित हो या अन्य विषय,ये हमेशा कक्षा में सबसे अग्रणी रहते हैं।किसी भी प्रश्नावली की थ्योरी समझाते ही ये बालक प्रश्नावली को तत्काल हल कर लेते हैं।अतः सामान्य अध्ययन की तकनीक से इन्हें संतुष्ट नहीं किया जा सकता है।चूँकि इनके लिए किसी विशिष्ट कक्षा की व्यवस्था भी नहीं की जा सकती है क्योंकि ये संख्या में कम होते हैं।इनके लिए विशिष्ट पाठ्यक्रम की व्यवस्था होनी चाहिए।अर्थात् प्रत्येक प्रश्नावली के अंत में ऐसी विशिष्ट प्रश्नावली देनी चाहिए जो परीक्षा की दृष्टि न हो।परंतु प्रखर बुद्धि वाले बालकों को शिक्षा देने की दृष्टिकोण से हो।
  • यदि पाठ्यक्रम में ऐसी व्यवस्था न हो तो शिक्षकों को हमेशा जागरूक रहना चाहिए और प्रश्नावली की थ्योरी समझाते ही उससे संबंधित कुछ जटिल सवालों को लिखकर रखना चाहिए जिनको इन बालकों से हल करवाया जा सके।ताकि औसत बालक प्रश्नावली को हल करें तब तक ये कठिन सवालों को हल करने में लगे रहें।इससे प्रखर बुद्धि वाले बालकों का बौद्धिक स्तर बढ़ेगा और शिक्षक के लिए ये समस्या नहीं बनेंगे।
  • इन बालकों को गणित की कुछ संदर्भ पुस्तकों को हल करने का सुझाव देना चाहिए।हालांकि इससे शिक्षक का कार्यभार भी बढ़ेगा क्योंकि प्रखर बुद्धि बालक कठिन व जटिल सवाल हल नहीं कर पाएंगे तो वे पूछेंगे।ऐसी स्थिति में उन्हें (शिक्षकों को) प्रखर बुद्धि वाले बालकों की नोटबुक में उन सवालों को समझना चाहिए परंतु इसके लिए शिक्षक को पूर्ण तैयारी के साथ पढ़ाना होगा।
  • इन बालकों को किसी कक्षा से क्रमोन्नत करके अगली कक्षा में बिठा देना चाहिए।यानी एक साल में दो कक्षाओं को पढ़ाया जाना चाहिए।कक्षा 9 तक तो इनको आसानी से जंप करवाया जा सकता है।
  • इन बालकों को पजल,पहेलियां,कूट प्रश्न,गणितीय चतुर्भुज,गणितीय वर्ग आदि हल करने के लिए दी जानी चाहिए ताकि इनकी प्रतिभा को उभारा जा सके तथा कक्षा में बालक बोरियत महसूस ना करें।
  • प्रखर बुद्धि वाले बालकों के लिए गणित प्रयोगशाला,गणित लाइब्रेरी होनी चाहिए अथवा गणित की विशिष्ट पुस्तकों की लाइब्रेरी में व्यवस्था होनी चाहिए ताकि वे और अधिक अध्ययन करके अपनी जिज्ञासा को शांत कर सकें।
  • विभिन्न टेस्ट लेते समय प्रश्न-पत्र में कुछ जटिल सवाल व प्रश्न भी दिए जाने चाहिए ताकि प्रश्न-पत्र को हल करने व विभिन्न टेस्ट में भाग लेने के लिए उनकी रुचि बने रहे।
  • इन बालकों को अलग-अलग सवाल विभिन्न तरीके के,नए-नए सवाल करने के लिए दिए जाने चाहिए।इनके बौद्धिक स्तर का पता लगाकर,उस स्तर से कुछ ऊपर के बौद्धिक स्तर के सवाल व प्रश्न हल करने के लिए दिए जाने चाहिए।
  • प्रखर बुद्धि वाले बालकों को गृह कार्य,अभ्यास कार्य,मौखिक गणित,लिखित गणित आदि द्वारा व्यस्त रखना चाहिए।दरअसल प्रखर बुद्धि वाले बालकों को कुछ ना कुछ करते रहने के लिए दिया जाते रहना चाहिए।इससे गणित या अन्य विषयों को पढ़ने में उनकी रुचि बनी रहती है,साथ ही इनका बौद्धिक स्तर भी बढ़ता रहता है।जब तक प्रखर बुद्धि वाले बालकों को उनके बौद्धिक स्तर के अनुसार समस्याएँ हल करने के लिए दी जाती है तब तक वे समस्या नहीं बनते हैं।

5.प्रखर बुद्धि वाले बालकों का निष्कर्ष (The Conclusion of Brilliant Minds):

  • गणित ही नहीं किसी भी विषय को पढ़ाने में शिक्षक को अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।परंतु प्रखर बुद्धि वाले बालक यदि स्वयं भी कुछ बातों को ध्यान रखें तो अपने कीमती समय का सदुपयोग कर सकते हैं।प्रखर बुद्धि वाले बालकों को औसत स्तर के बालकों या समकक्ष बालकों की समस्याओं को हल करने में मदद करनी चाहिए।बार-बार अभ्यास करने से भी बौद्धिक बल बढ़ता है,अतः उनका बौद्धिक स्तर बढ़ेगा।
  • यदि प्रश्नावली या चैप्टर को समय पहले हल कर लेते हैं तो संबंधित चैप्टर की संदर्भ पुस्तकों को हल करना चाहिए।गणित की प्रश्नावली है या अन्य विषय की प्रश्नावली पहले हल कर लेते हैं तो उन्हें बचे हुए समय में नोट्स तैयार करना चाहिए।संबंधित टॉपिक में कोई भी कंफ्यूजन हो तो टीचर से पूछ लेना चाहिए।जब तक कंफ्यूजन दूर ना हो शिक्षक व मित्रों से डिस्कस करें।यदि आप त्वरित गति से हल कर लेते हैं तो जिन सवालों में आपने कठिनाई महसूस की हो उन्हें पुनः हल कर लेना चाहिए ताकि अन्य छात्र-छात्रा आपके साथ चल सकें,साथ ही आपके सारे कंफ्यूजन भी दूर हो जाएंगे।दुबारा साथ-साथ प्रेक्टिस करने से कमजोरी दूर होगी।
  • रिवीजन और रिव्यू करते रहने से आगे जाकर आपको अपने मिशन में यह मदद करेगा।आप जेईई-मेन या नीट परीक्षा देने जा रहे हैं तो इसी समय आपके डाउट्स दूर हो जाने चाहिए।बड़े लक्ष्य को ध्यान में रखकर पढ़ाई करें।यानी अपने कीमती समय के एक-एक क्षण का सदुपयोग करें,आप स्वयं अपने टाइम को मैनेज करें। किसी भी चीज का बार-बार अभ्यास किया जाता है तो वह लंबे समय तक याद रहती है।समय का सकारात्मक उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है,इसकी तकनीक स्वयं ढूंढे।केवल शिक्षक पर ही आश्रित न रहें,आप स्वयं भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कालांश का उचित तरीके से कैसे उपयोग कर सकते हैं,इस पर विचार करें।सहपाठियों को समझाएं,नोट्स बनाएं,रिवीजन करें इसके अलावा संदर्भ पुस्तकों की प्रॉब्लम्स सॉल्व करें।आप विचार करेंगे तो खुद ब खुद और भी अनेक ऐसे तरीके ढूंढ सकते हैं जिनके जरिए अपने समय का उचित उपयोग किया जा सकता है।मॉक टेस्ट देना,पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों को सॉल्व करना,मॉडल पेपर हल करना,प्रेक्टिस सैट हल करना आदि अनेक ऐसे कार्य हैं जिनके द्वारा अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग कर सकते हैं।
  • कोई भी प्रश्नावली हल करने से पूर्व घर पर उसकी पूर्व में थ्योरी पढ़ें और उससे संबंधित प्रश्नों को पूर्व से तैयार कर लें जिन्हें आपको शिक्षक से पूछना हैं।कड़ी मेहनत करें,अवसर का भरपूर फायदा उठाएं।केवल टीचर के निर्देशों का ही इंतजार ना करते रहे।आप पूर्व से ही तैयारी करके आएंगे,आप संबंधित थ्योरी के प्रश्नों को भिन्न-भिन्न एंगल से तैयार करके आएंगे और पढ़ाते समय ही पूछ लेंगे तो बाद में कंफ्यूजन नहीं रहेगा।
  • अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संकल्प और जुनून जरूरी है।हर काम शिक्षक ही कर दें,ऐसी अपेक्षा न रखें।आज के प्रतियोगिता के युग में बालको के लिए सीखने के अनेक टूल हैं।आप कक्षा के अन्य छात्र-छात्राओं के साथ रहकर भी अपने अतिरिक्त टास्क को पूरा कर सकते हैं।आपको सत्रारम्भ से पूर्व ही पूरी प्लानिंग बना लेनी चाहिए और उसी के अनुसार अध्ययन का क्रियान्वन करें।संकल्प और जुनून के बिना किसी भी लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है।प्रखर बुद्धि वाले बालकों की दिनचर्या का अध्ययन करें और उसके अनुसार अपनी रणनीति में बदलाव करें।रणनीति अपने गुण,कर्म,स्वभाव के अनुसार होनी चाहिए।आवश्यक नहीं है कि किसी अन्य छात्र को जिस रणनीति से सफलता मिली हो,उससे आपको भी मिले।दूसरों की रणनीति को पढ़े,जाने पर रणनीति अपनी प्रकृति के अनुसार बनाएं।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में गणित में प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 टिप्स (6Tips to Teach Gifted Children in Math),प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 स्वर्णिम टिप्स (6 Golden Tips to Teach Gifted Children) के बारे में बताया गया है।

Also Read This Article:How Do Mathematics Student Become Best?

6.गिफ्टेड छात्र का एडमिशन (हास्य-व्यंग्य) (Gifted Student’s Admission) (Humour-Satire):

  • गणित शिक्षक (गिफ्टेड छात्र से):मैंने कहा न कि अब कक्षा में एक भी एडमिशन नहीं दिया जा सकता है।पहले ही इतने स्टूडेंट है कि उनकी प्रॉब्लम्स ही सॉल्व नहीं कर पाता हूं।पहले ही स्टूडेंट्स इतनी प्रॉब्लम्स पूछते हैं कि संभाले नहीं संभल रहे हैं।
  • गिफ्टेड छात्र:सर मुझे एडमिशन दे दे,मैं इन सब छात्र-छात्राओं की प्रॉब्लम्स सॉल्व कर दूंगा।आप इन्हें संभालने के तौर पर ही एडमिशन दे दें।

7.गणित में प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 टिप्स (Frequently Asked Questions Related to 6Tips to Teach Gifted Children in Math),प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 स्वर्णिम टिप्स (6 Golden Tips to Teach Gifted Children) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.शिक्षक के लिए गिफ्टेड छात्र क्यों समस्या बन जाते हैं? (Why Do Gifted Students Become a Problem for Teachers?):

उत्तर:क्योंकि शिक्षक सामान्य छात्राओं की योग्यता को ध्यान में रखकर पढ़ाते हैं इसलिए विशिष्ट तैयारी नहीं करते और गिफ्टेड छात्र उनके लिए समस्या बन जाते हैं।

प्रश्न:2.गिफ्टेड छात्र से क्या आशय है? (What do you mean by Gifted Student?):

उत्तर:ऐसे छात्र-छात्र जो पूर्व जन्मों के संस्कार लेकर जन्म लेते हैं,उनमें पूर्व जन्मों से ही विशिष्ट प्रतिभा होती है।

प्रश्न:3.गिफ्टेड बालकों में सबसे महत्वपूर्ण गुण कौन-सा होता है? (What are the most important qualities of gifted children?):

उत्तर:मन की एकाग्रता सबसे मुख्य गुण इनमें पाया जाता है।इसके बिना अन्य कोई भी गुण प्रभावी नहीं हो सकता।अध्ययन करते-करते उनकी एकाग्रता सधती जाती है।

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा गणित में प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 टिप्स (6Tips to Teach Gifted Children in Math),प्रखर बुद्धि वाले बालकों को पढ़ाने की 6 स्वर्णिम टिप्स (6 Golden Tips to Teach Gifted Children) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Instagram click here
4. Linkedin click here
5. Facebook Page click here
6. Twitter click here
7. Twitter click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *