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Secret Tips to Score 100 Marks in Math

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1.गणित में 100 अंक प्राप्त करने की सिक्रेट टिप्स (Secret Tips to Score 100 Marks in Math),बोर्ड परीक्षा में गणित में 100 में से 100 अंक कैसे प्राप्त करें? (How to Score 100 Out of 100 Marks in Mathematics in Board Exam?):

  • गणित में 100 अंक प्राप्त करने की सिक्रेट टिप्स (Secret Tips to Score 100 Marks in Math) के आधार पर आप गणित में अच्छे अंक हासिल करने की रणनीति बना सकते हैं।गणित में अच्छे अंक हासिल करने के बारे में और भी लेख पोस्ट किए हुए हैं,उनमें भी रणनीति बताई गई है,आप उन्हें भी पढ़ेंगे तो आपको लाभ होगा।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

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2.गणित का नियमित अभ्यास करें (Practice mathematics regularly):

  • बोर्ड परीक्षार्थी अक्सर गणित और विज्ञान जैसे विषयों में कठिनाई महसूस करते हैं।इस कठिनाई को नियमित अभ्यास से दूर करें।कक्षा में जो भी प्रश्नावली पढ़ाई गई है उसका नियमित रूप से अभ्यास करें।यदि चैप्टर को पहले पढ़कर जाएंगे तो ज्यादा लाभ होगा।आप पढ़ाते समय ही अपने संशय दूर कर सकेंगे।लेकिन कुछ (मेधावी) छात्र-छात्राएँ ही ऐसा कर सकते हैं।
    जो छात्र-छात्राएं मध्यम और कमजोर है वे गणित शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए चैप्टर (प्रश्नावली) को कक्षा में हल करेंगे तो उनकी अनेक समस्याएँ हल हो जाएंगी।कठिन विषय का नियमित अभ्यास और रिवीजन करना जरूरी होता है।यदि आपने एक-दो प्रश्नावली का गैप दे दिया और पढ़ने में लापरवाही कर दी तो फिर आप पिछड़ते ही चले जाएंगे।
  • शिक्षक आगे की प्रश्नावलियों को पढ़ाते रहेंगे और आप पीछे की प्रश्नावलियों को  हल करने में लगे रहेंगे।अतः नियमित अभ्यास करें,यदि किसी कारणवश आप स्कूल या कोचिंग नहीं जा सके तो अपने मित्र या सहपाठी से पूछकर उस प्रश्नावली को हल कर लेना चाहिए ताकि आप पिछड़े नहीं और आपका अध्ययन नियमित रूप से चलता रहे।

3.मार्किंग स्कीम को समझे (Understand the Marking Scheme):

  • गणित में कुछ महत्त्वपूर्ण चैप्टर होते हैं जिनमें अधिक अंकों के सवाल पूछे जाते हैं।अतः परीक्षा के पैटर्न को समझे।पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों को देखकर तथा सिलेबस के आधार पर आप बोर्ड परीक्षा की मार्किंग स्कीम को समझ सकते हैं।अधिक अंकों के चैप्टर को अधिक समय देकर हल करना चाहिए।उन चैप्टर्स का बार-बार अभ्यास और रिवीजन करें ताकि उनमें महारत हासिल हो सके।
  • याद रखें कड़ी मेहनत के साथ-साथ सटीक रणनीति भी सफलता और अच्छे अंक प्राप्त करने में बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है।जो अधिक अंक के चैप्टर्स हैं उन्हें अधिक वेटेज दें और कम अंक वाले चैप्टर्स को कम वेटेज दें।यह जरूरी नहीं है कि अधिक अंक वाले प्रश्न कठिन चैप्टर्स में से आते हैं।मसलन सांख्यिकी गणित का सरल चैप्टर है उसमें माध्य,माध्यक और बहुलक के अधिक अंक के प्रश्न भी पूछे जाते हैं और कम अंक के भी।
  • अधिक अंक के जो कठिन चैप्टर्स हैं उन्हें अधिक समय देकर तैयार करें।इसका अर्थ यह नहीं है कि एमसीक्यू टाइप (MCQ Type) और रिक्त स्थानों की पूर्ति (Fill in the Blanks) वाले तथा लघुत्तरात्मक सवाल महत्वपूर्ण नहीं है।परीक्षा में एक-एक अंक का अपना महत्त्व होता है परंतु अधिक अंक वाले प्रश्नों का महत्त्व अधिक होता है।
    अधिक अंक वाले चैप्टर्स को यदि तैयार करने में कठिनाई महसूस होती है तो अपने मित्रों,सहपाठियों,शिक्षक और यदि माता-पिता पढ़े लिखे हैं तो उनकी मदद से हल करें,अपनी कठिनाई उन्हें बताएं और उनसे समझे।

4.घर पर भी अध्ययन करें (Study at home too):

  • कक्षा में पढ़ाई गई प्रश्नावली का घर पर भी अभ्यास करना जरूरी है।केवल स्कूल,एक्स्ट्रा क्लास तथा कोचिंग में पढ़कर ही संतुष्ट न हो जाएं।बल्कि पढ़ाए गए चैप्टर का घर पर अभ्यास और अध्ययन करना जरूरी है।आपकी असली परीक्षा तो घर पर ही होती है।कक्षा में तो विद्यार्थी मित्रों से,सहपाठियों और शिक्षकों की मदद से सवालों को हल कर लेता है परंतु घर पर तो विद्यार्थी को स्वयं ही सवालों को हल करना पड़ता है।घर पर ही उसे पता चलता है कि उसे क्या आता है,क्या नहीं आता है,कितने सवालों को हल कर पाता है और कितने को नहीं।
  • घर से तात्पर्य यह है कि प्रश्नावली को आप सेल्फ कितना हल कर पाते हैं,कितने सवाल ऐसे हैं जिन्हें आप हल नहीं कर पाते हैं।जिन्हें आप हल नहीं कर पाते हैं,उन सवालों को पेंसिल से चिन्हित कर लें और किसी की मदद से उन्हें हल करें।रिवीजन के समय ऐसे सवालों,प्रमेयों को आवश्यक रूप से हल करें।
  • स्कूल और कोचिंग तथा एक्स्ट्रा क्लास में ही अपने समय को व्यतीत न करें।समय-प्रबंधन के द्वारा आप निर्धारित करें कि जो कक्षा में पढ़ाया गया है उसे सेल्फ भी हल करें।यदि स्कूल,कोचिंग व एक्स्ट्रा क्लास में समय देने के बात समय नहीं बचता है (सेल्फ स्टडी के लिए),तो स्कूल,एक्स्ट्रा क्लास,कोचिंग के समय को घटाएं तथा सेल्फ स्टडी के लिए समय निकालें।आप स्वयं प्रैक्टिस ही नहीं करेंगे तो अपनी ताकत व कमजोरी को नहीं जान पाएंगे और जब आपको अपनी कमजोरी का पता ही नहीं चलेगा तो उसको दूर कैसे कर पाएंगे,इस पर विचार करें।वीक पॉइंट्स को पहचान कर उन पर अधिक ध्यान दें।जैसे किसी विद्यार्थी को प्रायिकता में कठिनाई महसूस होती है या समाकलन गणित में वह सवाल हल नहीं कर पाता है तो उसे इन पर अधिक ध्यान देकर कमजोरी को दूर करना चाहिए।

5.गणित के महत्त्वपूर्ण टॉपिक की तैयारी करें (Prepare for important math topics):

  • बोर्ड परीक्षा में कुछ महत्त्वपूर्ण टॉपिक होते हैं उन्हें अधिक समय देकर और मेहनत करके तैयार करें।मसलन दसवीं बोर्ड में ज्यामिति,सांख्यिकी और त्रिकोणमिति महत्त्वपूर्ण टॉपिक है तो 12वीं बोर्ड में अवकलन,समाकलन,अवकलन के अनुप्रयोग महत्त्वपूर्ण टाॅपिक्स हैं।इन टॉपिक्स पर विशेष ध्यान देकर तैयारी करें जिससे अधिकतम अंक प्राप्त किये जा सके।इन अध्यायों को अच्छी तरह समझें और इन पर आधारित सवालों की अधिक से अधिक प्रैक्टिस करें।
  • गणित ऐसा विषय है जिसमें अच्छी तैयारी करके 100 में से 100 अंक भी प्राप्त कर सकते हैं और तैयारी न करने,ध्यान न देने पर जीरो पर भी अटक सकते हैं। गणित में कुछ अध्याय दूसरे अध्यायों की तुलना में महत्त्वपूर्ण होते हैं,अतः इस बात को समझे।
  • सवालों को हल करने से पहले थ्योरी,प्रमेयों को समझें,समझने के बाद उदाहरणों को हल करें और तब प्रश्नावली की थ्योरी और प्रमेय पर आधारित सवालों को हल करें।हालांकि 100 अंकों में प्रत्येक अध्याय का योगदान है परंतु अंकों के अनुसार तथा महत्त्वपूर्ण चैप्टर्स के आधार पर समय का विभाजन तो करना पड़ेगा ही और उसी के अनुसार रणनीति बनाकर तैयारी भी करनी होगी।
  • केवल पढ़ते रहना ही पर्याप्त नहीं है क्योंकि कई बार अधिक पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं पिछड़ जाते हैं और सही रणनीति बनाकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं आगे निकल जाते हैं।यदि महत्त्वपूर्ण चैप्टर्स में कोई कठिनाई महसूस होती है तो समय रहते उसका समाधान कर लें।

6.गणित की तैयारी हेतु महत्त्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Mathematics Preparation):

  • लक्ष्य को सामने रखकर तथा उसे छोटे-छोटे और बड़े लक्ष्य में विभाजित करके तैयारी करें।जब लक्ष्य स्पष्ट होगा,लक्ष्य तय कर लेंगे तभी तो उसे प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।उदाहरणनार्थ आपने लक्ष्य तय कर लिया कि गणित की पूरी पुस्तक को दो माह में हल करना है।इसके बाद साप्ताहिक,पाक्षिक और मासिक लक्ष्य तय करें और आगे बढ़ते जाएं।लक्ष्य तय करने से आपको प्रेरणा मिलेगी और ज्यों-ज्यों लक्ष्य को हासिल कर लेंगे तो आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
  • धैर्यपूर्वक और रुचिपूर्वक अध्ययन करें।कठिन टॉपिक्स एकाएक समझ में नहीं आते हैं,बार-बार अभ्यास करने से ही उन पर मजबूत पकड़ हासिल हो सकती है।एक बार समझ लेने और हल करने पर कुछ टॉपिक्स पर मजबूत पकड़ नहीं हो पाती है।आप ऐसे टॉपिक के सवालों पर टेस्ट देते हैं तो आपको यह देखकर हैरत होती है कि ठीक प्रकार से तैयार करने पर भी आप प्रश्न-पत्र को हल नहीं कर पाते हैं।यहां तक की सरल से दिखने वाले सवाल भी जटिल महसूस होते हैं,अतः धैर्य रखें और कमजोरी का कारण समझे तथा पुनः उसे हल करें।लगातार कोशिश करते रहें,भले ही आप टेस्ट में उन सवालों को हल न कर पाते हों।
  • सकारात्मक विचार रखें,क्योंकि नकारात्मकता हमारी बची हुई हिम्मत को भी तोड़ देती है।मन में यह विश्वास रखें कि मैं इसे अवश्य हल कर सकता हूं,हल करके रहूंगा।ऐसा मन में विचार न आने दें कि मुझे इतना-सा छोटा सवाल समझ में नहीं आता है,मेरा क्या हाल होगा,मुझे अधिक अंक कैसे प्राप्त हो सकेंगे।
  • तैयारी करने पर भी सवालों को हल न कर पाएं,तो उन्हें अपनी स्थायी कमजोरी न समझें।सवाल हल न कर पाना हमें हमारी वास्तविक स्थिति से अवगत कराता है,अतः उसके पीछे के कारण को समझिए।जैसे आपने थ्योरी ठीक से नहीं पढ़ी,सूत्र याद नहीं था,सवाल को ठीक से नहीं पढ़ा और समझा,कैलकुलेशन में गलतियां कर दी आदि जो भी कमजोरी हो उसकी पहचान करके उसे दूर करें।ऐसी कोई कमजोरी नहीं है जो धैर्य,लगन,कठिन मेहनत और अभ्यास से दूर नहीं की जा सकती हो।

7.मानसिक दृढ़ता जरूरी (Mental toughness is necessary):

  • गणित जैसे विषयों को हल करने के लिए मानसिक दृढ़ता जरूरी है।आज का युग प्रतियोगिता और प्रतिस्पर्धा का युग है।अतः छात्र-छात्रा आगे निकलना चाहता है और इसलिए अनेक चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।हर छात्र-छात्रा चाहता है कि वह आईआईटी करें,आईएएस बन जाए,डॉक्टर,इंजीनियर बन जाए,परंतु सभी के सपने साकार नहीं होते हैं।सपने उसी के साकार होते हैं जो साकार होने के लिए प्रयत्न करता है।
  • गणित विषय को हल करने में अनेक असफलताओं का सामना करना पड़ता है।अनेक जटिल व कठिन सवाल हमारे सामने आते हैं लेकिन आपके अंदर लक्ष्य के प्रति जुनून है,समर्पण है,लगातार प्रयास करने का माद्दा है,असफलताओं से घबराते नहीं है,हार नहीं मानते हैं तो ऐसे विद्यार्थी को अंततः सफलता मिलती है।और ये गुण ही दर्शाते हैं कि आप में दृढ़ता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की तड़प है।
  • आज की व्यस्त दिनचर्या और तेज रफ्तार जिंदगी में दृढ़ता का और भी अधिक महत्त्व है।थोड़ी-सी कठिनाई आई और हम विचलित हो जाते हैं,अपने आप को कमतर समझने लगते हैं,बार-बार मिल रही असफलताओं से घबरा जाते हैं,संघर्ष का सामना करने से घबराते हैं,ऐसी स्थिति में निकट आ रहा लक्ष्य भी छिटक जाता है।विचार करें कि सरदार पटेल में दृढ़ता नहीं होती तो क्या भारत की अनेक रियासतों को एक किया जा सकता था,क्या वर्तमान भारत का यही स्वरूप रहता।आज जिस भारत की आजादी का स्वाद हम चख रहे हैं,वह आजादी भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों के बलिदान देने पर भी वंचित रह जाती।इतने क्रांतिकारियों का बलिदान,सरदार पटेल में दृढ़ता नहीं होती तो एक झटके में व्यर्थ चला जाता और भारत खंड-खंड हो जाता।

8.गणित में कमजोर छात्र-छात्राएं क्या करें? (What should students who are weak in mathematics do?):

  • कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी मुश्किल होती है,वे सोचते हैं कि जैसे-तैसे उत्तीर्ण हो जाएं।दसवीं में कमजोर छात्र-छात्राएँ सोचते हैं कि बस दसवीं में उत्तीर्ण हो जाएं फिर गणित से पीछा छूट जाएगा।12वीं में गणित में कमजोर छात्र-छात्राएँ सोचते हैं कि 12वीं के बाद ऐच्छिक विषय परिवर्तित कर लेंगे।इस प्रकार उनका मन इतना कमजोर हो चुका होता है कि वे गणित विषय को हल करने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाते हैं और निराश,हताश हो जाते हैं।
  • यदि विद्यार्थी दसवीं में है तो उन्हें सांख्यिकी,प्रायिकता,बहुलक,दो चर वाले रैखिक समीकरणों को सबसे पहले हल करना चाहिए।इन चैप्टर्स को हल करते समय गुणा,भाग,बाकी,जोड़,भिन्नों के जोड़,बाकी आदि की कमजोरियों को दूर कर लेना चाहिए।इन चैप्टर्स को अच्छी तरह हल करने के बाद द्विघात समीकरण,त्रिकोणमिति,ठोसों के क्षेत्रफल व आयतन को हल करना चाहिए जिससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।इन चैप्टर्स का अच्छा अभ्यास हो जाए तो ज्यामिति को भी हल करना चाहिए।एक-एक कदम आगे बढ़ते हुए (अपनी सामर्थ्य के अनुसार) बड़े लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है।अपने मन में कमजोरी को ना आने दें,धैर्य रखें और लगातार उपर्युक्त युक्ति के अनुसार हल करेंगे तो आप गणित में अच्छे अंक प्राप्त कर सकेंगे।
  • 12वीं की गणित निकालने में यदि कमजोर हैं तो 12वीं के विद्यार्थी सबसे पहले मैट्रिक्स,सारणिक,सांतत्य,अवकलन तथा समाकलन और अवकल समीकरण वाले चैप्टर्स हल करने चाहिए। इनका अच्छा अभ्यास हो जाने पर अवकलज के अनुप्रयोग,सदिश,त्रिविमीय निर्देशांक ज्यामिति को हल करना चाहिए।और अंत में प्रायिकता वाली प्रश्नावली को हल करना चाहिए।12वीं में वे छात्र-छात्राएं कठिनाई महसूस करते हैं जो 11वीं की गणित को ठीक से हल नहीं करते हैं।तो छात्र-छात्राएं दसवीं बोर्ड में गणित में अच्छे अंक अर्जित करते हैं वे ही अक्सर गणित विषय का चुनाव करते हैं।परंतु कई छात्र-छात्राओं की फितरत होती है कि बोर्ड परीक्षाओं में तो कड़ी मेहनत करते हैं और अन्य कक्षाओं में पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते हैं,फलतः वे कमजोर रह जाते हैं।
  • ऐसे छात्र छात्राओं को 11वीं कक्षा की गणित को भी गंभीरतापूर्वक हल करना चाहिए।अब 12वीं कक्षा में पहुंचने के बाद उन्हें 12वीं कक्षा की गणित के साथ-साथ वे 11वीं के टॉपिक भी हल करने चाहिए जो 12वीं की गणित से रिलेटेड हैं।जैसे सीमा,सांतत्य से संबंधित है,प्रथम सिद्धांत से अवकलन,अवकलनीयता से संबंधित है।11वीं की सरल रेखा वाला चैप्टर,त्रिविमीय निर्देशांक ज्यामिति से सम्बन्धित है और 11वीं की प्रायिकता,12वीं की प्रायिकता से संबंधित है।आप 11वीं के इन चैप्टर्स को हल नहीं करेंगे तो 12वीं में इन चैप्टर्स में कठिनाई अवश्य महसूस करेंगे।
  • इसी प्रकार दसवीं के स्टूडेंट को नवी कक्षा के गणित के रिलेटेड चैप्टर्स भी साथ-साथ में हल करना चाहिए।वस्तुतः कोई भी विषय कठिन नहीं होता है परंतु हम हमारी आदतों के कारण उसे कठिन बना देते हैं।आप किसी विषय में मेहनत नहीं करेंगे,रुचिपूर्वक हल नहीं करेंगे,उथले मन से अध्ययन करेंगे तो स्वाभाविक है कि वह विषय हमारे लिए कठिन होता जाएगा।अभी भी बोर्ड परीक्षा में समय शेष है,आप कोशिश करें तो गणित विषय को हल करके,इसमें अच्छे अंक हासिल कर सकते हैं।
  • कोर्स पूरा होने के बाद और बीच-बीच में भी संबंधित चैप्टर का मॉक टेस्ट दें।मॉडल पेपर्स हल करें,पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों को,डेस्क वर्क को हल करें।नोट्स के जरिए कोर्स का रिवीजन करते रहें तो गणित में शत प्रतिशत अंक हासिल कर सकेंगे।
    उपर्युक्त आर्टिकल में गणित में 100 अंक प्राप्त करने की सिक्रेट टिप्स (Secret Tips to Score 100 Marks in Math),बोर्ड परीक्षा में गणित में 100 में से 100 अंक कैसे प्राप्त करें? (How to Score 100 Out of 100 Marks in Mathematics in Board Exam?) के बारे में बताया गया है।

Also Read This Article:बोर्ड की परीक्षा में गणित में अच्छे अंक कैसे प्राप्त करे ?

9.मैथ में अच्छे अंक हासिल करने की युक्ति (हास्य-व्यंग्य) (Tips to Score Good Marks in Math) (Humour-Satire):

  • जगन क्लास में बैठकर झपकियां ले रहा था।टीचर गुस्सा होते हुए बोली,अभी मैथ को हल करने का कालांश है और तुम झपकियाँ ले रहे हो?
  • जगन:मैथ में अच्छे से सवाल हल करना है इसीलिए तो झपकियाँ ले रहा हूं।
    टीचरःमतलब?
  • जगन:आप कहती हैं सिर पर थोड़ा जोर डाल कर हल करो।अंग्रेजी वाली मैम कहती हैं तेरे दिमाग है ही नहीं।विज्ञान वाली मैम कहती है कि दिमाग को थोड़ा आराम करने से दिमाग रिफ्रेश होता है और ऊर्जावान महसूस करते हैं।इसलिए मैं मैथ को हल करने के लिए इसे झपकी से रिफ्रेश कर रहा हूं।

10.गणित में 100 अंक प्राप्त करने की सिक्रेट टिप्स (Frequently Asked Questions Related to Secret Tips to Score 100 Marks in Math),बोर्ड परीक्षा में गणित में 100 में से 100 अंक कैसे प्राप्त करें? (How to Score 100 Out of 100 Marks in Mathematics in Board Exam?) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.क्या सवालों को रटना चाहिए? (What questions should be rote?):

उत्तर:सवालों को रटना नहीं चाहिए।सवालों की थ्योरी व प्रमेयों को समझना चाहिए।प्रमेयों को समझकर,स्मरण कर लें।सवालों का बार-बार अभ्यास करें।

प्रश्न:2.तनाव से कैसे बचें? (How to avoid stress?):

उत्तर:तनाव से बचने के लिए इस साइट पर अपलोड लेख पढ़ें।अभी परीक्षा में कुछ समय बाकी है अतः अच्छी तरह तैयारी करने का वक्त है।तैयारी कर लेंगे तो तनावग्रस्त नहीं होंगे।

प्रश्न:3.सवाल का उत्तर लिखते समय क्या ध्यान रखें? (What to keep in mind when writing the answer to the question?):

उत्तर:जिन सूत्रों,सर्वसमिकाओं का प्रयोग किया गया हैं,उन्हें साइड में ब्रैकेट में लिख दें।रफ कार्य पर भी सवाल का नंबर डाल दें,परीक्षक इसे भी देखते हैं।

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा गणित में 100 अंक प्राप्त करने की सिक्रेट टिप्स (Secret Tips to Score 100 Marks in Math),बोर्ड परीक्षा में गणित में 100 में से 100 अंक कैसे प्राप्त करें? (How to Score 100 Out of 100 Marks in Mathematics in Board Exam?) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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