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What are current problems and what are their solutions through education?

1.वर्तमान समस्याएं क्या हैं और शिक्षा के माध्यम से उनका समाधान क्या है? का परिचय (Introduction to What are current problems and what are their solutions through education),सामाजिक समस्या क्या है (What are social problem):

  • वर्तमान समस्याएं क्या हैं और शिक्षा के माध्यम से उनका समाधान क्या है? (What are current problems and what are their solutions through education?) वर्तमान भारत में अनेक आधारभूत समस्याएं हैं जैसे बेरोजगारी, स्वास्थ्य,शुद्ध पेयजल आपूर्ति,बिजली इत्यादि की समस्याएँ हैं।सामान्य व्यक्ति इनके अभाव से त्रस्त और पीड़ित हैं उसे इन समस्याओं से जूझना पड़ता है।परन्तु ये समस्याएं वास्तव में अशिक्षा के कारण उत्पन्न हूई हैं अगर व्यक्ति वाकई में शिक्षित हो तो इन समस्याओं को काफी हद तक समाधान कर सकता है। वास्तविक शिक्षा का अर्थ ही यह है कि बालक-बालिकाओं का सर्वांगीण विकास करना।परन्तु वर्तमान शिक्षा का व्यावसायिकरण हो गया है जिसके नकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। आज अधिकांश शिक्षण संस्थानों का उद्देश्य मात्र धन कमाना रह गया है। उसे शिक्षा तथा शिक्षार्थी से फीस वसूल करने के अलावा कोई कार्य नहीं है।विद्यार्थियों के मानसिक,बौद्धिक,चारित्रिक,शारीरिक विकास से कोई लेना देना नहीं है।
  • इसलिए आज के छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण के बाद भी दिग्भ्रमित है। उन्हे अपना भविष्य अंधकारमय नजर आता है।केवल डिग्री या सर्टिफिकेट हासिल करने से शिक्षा कार्य पूरा नहीं हो जाता है। जब तक बालक कोई स्किल नहीं सीखता है तब तक उस डिग्री की कोई उपयोगिता नहीं है। जब तक विद्यार्थियों का मानसिक,बौद्धिक,चारित्रिक विकास नहीं होता है तब तक वे जीवन में आनेवाली समस्याओं का कोई हल करने में सक्षम नहीं है। शिक्षा जरूरी नहीं है कि शिक्षा संस्थानों से ही अर्जित की जाए। आज शिक्षा बालक परिवार, समाज, मित्रों,सन्तों, समाज सुधारकों, सोशल मीडिया, समाचार पत्रों तथा विभिन्न माध्यमों द्वारा अर्जित करता है।
What are the current problems and what are their solutions through education|what are social problem

 

  • via https://youtu.be/hBCIDb4yga0
  • इस प्रकार यदि सच्ची शिक्षा बालक-बालिकाओं को दी जाए तो निश्चित रूप से दैनिक जीवन की समस्याओं को हल कर सकता है।
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2.वर्तमान समस्याएं क्या हैं और शिक्षा के माध्यम से उनका समाधान क्या है? (What are current problems and what are their solutions through education?),सामाजिक समस्या क्या है? (What are social problem?):

  • व्यक्तिगत तथा सामाजिक स्तर पर देश में कई ऐसी समसामयिक समस्याएं हैं जिनको शिक्षा के द्वारा दूर किया जा सकता है।ये समस्याएँ गरीबी,बेरोजगारी,अशिक्षा,जाँति-पाँति,अस्वस्थता,स्त्री शिक्षा इत्यादि हैं।उक्त समस्याओं से जब तक पीछा न छूटेगा तब तक शिक्षा का लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता है।अतः हमें शिक्षा द्वारा इन समसामयिक समस्याओं से छुटकारा पाना चाहिए।
  • परम्परा के नाम पर ऐसी ही कुरीतियाँ हैं जिनको शिक्षा के द्वारा दूर किया जा सकता है।शिक्षित व्यक्तियों को स्वाध्याय,सत्संग द्वारा इनको दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।स्वाध्याय के बजाय लोग सत्संग के माध्यम से ज्यादा सरलता से समझ सकते हैं।सत्संग में केवल सुनना ही होता है अतः जो साक्षर नहीं है वह भी सुन सकता है और सरलता से समझ सकता है।परंतु सत्संग के लिए ऐसे व्यक्तित्व होना चाहिए जिसका चरित्र उत्तम और उज्जवल हो।इस प्रकार हम सत्संग के जरिए हमारी समसामयिक समस्याओं का मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
  • हमारे देश में जाँति-पाँति के नाम पर ऊँच-नीच की भी समस्या है।ज्यों-ज्यों शिक्षा का स्तर बढ़ता जा रहा है तो यह समस्या कम तो हुई है परंतु अभी तक कायम है।जबकि भौतिक तथा तकनीकी का विकास इतना हो चुका है कि इसकी कल्पना हमारे पूर्वजों ने भी नहीं की होगी।इसके बावजूद ऊंच-नीच की भावना भी कायम है यह हमारे लिए विचारणीय है तथा हमारे लिए शर्म करने वाली बात है।शिक्षा का यह भी एक उद्देश्य है कि हम एक-दूसरे के प्रति सहिष्णु और उदार बनें जब हम इस बात को ठीक से समझ लेंगे तो छूत-अछूत,ऊँच-नीच का व्यवहार नहीं करेंगे।
  • स्त्रियों के संबंध में पर्दा प्रथा है तथा अशिक्षा पुरुषों की तुलना में ज्यादा है।इसका मूल कारण यह है कि हमारी मानसिकता यह है कि नारी को तो घर-गृहस्थी संभालनी है।नौकरी या व्यवसाय नारी को तो करना नहीं है इसलिए नारी शिक्षा को कम महत्त्व दिया जाता रहा है तथा पुरुषों की शिक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाता रहा है क्योंकि पुरुषों को व्यवसाय तथा नौकरी करनी है।
    इसलिए पिछले समय तक पुरुष तथा नारी शिक्षा के प्रतिशत में काफी अंतर था।यह स्थिति हमारे लिए लज्जाजनक है कि हम शिक्षा को रोजगार और नौकरी से जोड़कर देखते हैं तथा नारी के प्रति असमानता का सूचक है।वास्तविक रूप में शिक्षा का अर्थ केवल व्यवसाय या नौकरी से ही नहीं होता है बल्कि शिक्षा के द्वारा हमारी समझ बढ़ती है,हम हमारे उत्तरदायित्वों को अधिक अच्छे ढंग से कर पाते हैं।
  • विवाह तथा अन्य रस्में पूरी करने के नाम पर लड़के वालों की आकांक्षा यह रहती है कि उनकी रस्म रिवाज लड़की वाले ठीक से करें।यदि नहीं करते हैं तो लड़की वालों को आलोचना व भर्त्सना झेलनी पड़ती है।साथ ही लड़की को भी लानत मनालत करते हैं।तात्पर्य यह है कि यह तो लड़की के साथ मोलभाव करना हो गया।इस तरह की परंपराओं के पालन में लड़की वालों की इस महंगाई के जमाने में क्या हालत हो सकती है याकि होती है यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है।इसके अतिरिक्त भी छुटपुट अनेक बुराइयाँ तथा समस्याएँ व्याप्त है जिनका निराकरण शिक्षा के द्वारा ही हो सकता है।हालांकि ज्यों-ज्यों शिक्षा का दायरा बढ़ता जा रहा है त्यों-त्यों लोगों की सोच और मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन होता जा रहा है।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में वर्तमान समस्याएं क्या हैं और शिक्षा के माध्यम से उनका समाधान क्या है? (What are current problems and what are their solutions through education?),सामाजिक समस्या क्या है? (What are social problem?) के बारे में बताया गया है।What are current problems and what are their solutions through education?
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